महादेव आईडी से भिलाई-दुर्ग में चल रहा ऑनलाइन सट्टा… जिन पर लगाम कसने की जवाबदारी वही दे रहे संरक्षण… शहर के एक थानेदार सहित कुछ वर्दी वालों पर गिरेगी गाज

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भिलाईनगर । भिलाई-दुर्ग ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ में महादेव आईडी के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा का कारोबार फल फूल रहा है। इसका तार बंगलूरू और दुबई से जुड़ा है। इस अवैध कारोबार को रोकने में जिसकी जिम्मेदारी बनती है वही संरक्षण दे रहे हैं। इस बात की भनक पुलिस के आला अधिकारियों को लग चुकी है। जल्द ही पटरी पार के एक थानेदार सहित कुछ खाकी वर्दी वालों पर इस मामले में गाज गिरने का संकेत है।


आईपीएल शुरू होने वाला है। इससे पहले ही महादेव आईडी के माध्यम से सट्टा बाजार परवान चढऩे लगा है। होने वाले आईपीएल मैच को लेकर सटोरिये पूरी तरह से सक्रिय हो चुके है। मिली जानकारी के मुताबिक बुकियों का सोशल मीडिया में महादेव नाम से आईडी बनाकर रखा हुआ है। इसमें ट्विनसिटी के कई बड़े पढ़े लिखे युवक जुड़े हुए हैं। नेहरू नगर में कुछ दिन पहले तक जूस सेंटर का संचालन करने वाले तथाकथित व्यवसायी का नाम महादेव आईडी से सट्टा खाईवाली करने को लेकर खासा सुर्खियों पर है। इसके अलावा पारूल डेयरी के समीप रहने वाले दो भाई स और स दो भाईयों का महादेव ऑनलाईन सट्टा के प्रमुख बुकियों में उनका नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। इसके अलावा भिलाई-3 के व्यापारी कम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के पुत्र की ऑनलाइन सट्टा में अहम भूमिका पुलिस महकमें में जमकर चर्चा का विषय बना हुआ है।


खास बात यह भी है कि पुलिस के कुछ अधिकारी और जवानों के द्वारा बंगलूरू और दुबई से संचालित हो रहे इस हाईटेक सट्टा को संरक्षण दिया जा रहा है। बताते हैं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इस बात की जानकारी हो चुकी है और जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई होने का संकेत है। इसमें पटरी पार क्षेत्र के एक थानेदार थाना प्रभारी का नाम शामिल है जो इस ऑनलाईन सट्टा के नाम पर बुकियों के सीधे संपर्क में है और प्रतिमाह 10 से 15 पेटी संरक्षण देने के नाम पर डम्प कर रहा है। इसी तरह क्राइम ब्रांच में रह चुके शहर के एक बहुचर्चित थाने का प्रधान आरक्षक, जो कि सेक्टर 6 पुलिस लाइन में निवास करता है, के बारे में भी बताया जा रहा है कि ऑनलाइन सट्टा को संरक्षण देने के एवज में वह प्रतिमाह पांच से दस पेटी का वारा न्यारा कर चुका है और लगातार महादेव ऑनलाईन की आईडी जरूरतमंदों को देने से बाज नहीं आ रहा है। इतना ही नहीं दुर्ग शहर से लगे एक ग्रामीण थाने में पदस्थ आरक्षक जो पूर्व में क्राईम ब्रांच में अपनी सेवायें दे चुका है वह दुर्ग के ग्रामीण व राजनांदगाँव के शहरी क्षेत्रों में आईडी देने के नाम पर लाखों का वारा न्यारा कर रही है। इसी प्रकार सुपेला क्षेत्र के एक थाने में अनुकम्पा नियुक्ति के जरिए आए आरक्षक की भी महादेव आईडी से चल रहे सट्टा कारोबार में संलिप्त होने की खबर पुलिस महकमें में चर्चा का विषय है।


बताया जा रहा है कि आईडी को खरीदने के लिए लाखों रुपए देनी पड़ती है। उसके बाद ही आईडी लॉग इन होता है। आईडी को दुबई में बैठकर भिलाई-दुर्ग के कुछ युवक ही संचालन कर रहे हैं। उसके बुकी भिलाई-दुर्ग में रहकर सट्टे का कारोबार कर रहे हैं। लेकिन अब तक पुलिस पकड़ में यह नहीं आए हैं। अब जब आईपीएल शुरू होने जा रहा है तो सट्टा खाईवाली करने वाले पूरी तैयारी के अपने काम को मौजूदा से तेज रफ्तार देने कमर कस चुके हैं।


किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा-पाल
दुर्ग रेंज आईजी ओ.पी.पाल ने कहा कि सट्टा का कारोबार करने वालों पर कोई मुरव्वत नहीं की जाएगी। पुलिस के सायबर सेल और थानों को निर्देशित किया जा रहा है। रही बात पुलिस वालों द्वारा संरक्षण दिए जाने की है तो सच्चाई सामने आने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। जिन पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों का नाम इस गोरखधंधे में सामने आया है उन पर पूरी नजर रखी गई है और प्रमाण के साथ कभी भी उन्हें दबोचा जायेगा।


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