बीएसपी के 255 मेधावी छात्रों को प्रधानमंत्री ट्रॉफी छात्रवृत्ति वितरीत, डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता ने दी बधाई, सेल बीएसपी के शिक्षा विभाग का आयोजन, 255 छात्रों को मिली प्रधानमंत्री ट्रॉफी स्कॉलरशिप

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भिलाईनगर। संयंत्र के शिक्षा विभाग द्वारा 26 मार्च, 2022 को प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री ट्रॉफी छात्रवृत्ति वितरण समारोह 2020-2021 का आयोजन कलामंदिर में किया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता ने मुख्य अतिथि के रूप में इस समारोह में अपनी गरिमामयी उपस्थिति प्रदान की। समारोह में कुल 255 प्रतिभावान विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री ट्रॉफी छात्रवृत्ति, प्रधानमंत्री ट्रॉफी सर्वोत्तम छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया। बीएसपी द्वारा सेल व प्रधानमंत्री ट्रॉफी छात्रवृत्ति के तहत कुल 40.26 लाख रुपये वितरित किये गये।


संयंत्र के निदेशक प्रभारी, अनिर्बान दासगुप्ता सहित संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (माइन्स एवं रावघाट), मानस बिस्वास, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डॉ एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएँ) ए के भट्टा, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन), के के सिंह, कार्यपालक निदेशक (वक्र्स) अंजनी कुमार तथा मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (वित्त एवं लेखा) डॉ ए के पंडा मंचस्थ थे और इन्होंने छात्रवृत्ति का वितरण किया।
इसके अतिरिक्त मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) यू के झा, ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एन के बंछोर, महासचिव परविंदर सिंह के साथ ही संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण सहित यूनियन के पदाधिकारीगण और भारी संख्या में सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों के पालकगण, शिक्षा विभाग के अधिकारी और कार्मिक भी उपस्थित थे।


इस अवसर पर अपने सारगर्भित सम्बोधन में मुख्य अतिथि व भिलाई इस्पात संयंत्र के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता ने छात्रवृत्ति पाने वाले भिलाई के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। दासगुप्ता ने आशा व्यक्त की कि यह छात्रवृत्ति आपको आगे बढऩे का हौसला देगा और आपके कैरियर को गढऩे में मदद करेगा। दासगुप्ता ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि 2 वर्ष बाद हम सब मिल पा रहे हैं भिलाई की अपनी संस्कृति और संस्कार है, भिलाई सबसे अलग है, भीड़ में भी भिलाई के बच्चे अपने संस्कारों के कारण सबसे अलग नजऱ आते है यही बात है जो पूरे विश्व में भिलाई के बच्चों को एक अलग पहचान देती है। उन्होंने कहा कि बाहर विदेशों में बसे भारतीयों का एक अलग श्रेष्ठ प्रदर्शन दिखता है। भारतीय बहुत मेहनती, लगनशील और संस्कारी होते है इसलिए विश्व में कहीं भी अपने कठिन परिश्रम के कारण सबसे श्रेष्ठ नजर आते है। उन्होंने बच्चों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप भिलाई के राजदूत हैं जहां भी जायें, भिलाई और देश का गौरव बढ़ाए।

समारोह का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया तथा सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, सेक्टर-10 के बच्चों ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। समारोह के प्रारंभ में कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन), के के सिंह ने छात्रवृत्ति पाने वाले बच्चों तथा उनके पालकों एवं उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि भिलाई ने हर क्षेत्र में अपना परचम फहराया है। शिक्षा हो या खेल, कला हो या उत्पादन, सभी में भिलाई के लोगों ने अपना नाम रौशन किया है। यह आप सभी के संस्कार और भिलाई की संस्कृति का फल है। इसी के कारण भिलाई ने सर्वश्रेष्ठ एकीकृत इस्पात संयंत्र के लिए प्रदान की जाने वाली प्रधानमंत्री ट्रॉफी 11 बार प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि आप सभी को एक जिम्मेदार नागरिक बनना होगा तभी देश अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पायेगा। देश, विश्व गुरू बनने की दिशा की ओर अग्रसर है इसमें हम सभी को अपना योगदान देना होगा। सिंह ने कहा कि आज सम्मानित होने वाले सभी बच्चों को उनके भविष्य के लिए मेरी पूरी शुभकामनाएं हैं।


बीएसपी की मदद से मिला आगे बढऩे का हौसला
विदित हो कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप आज, भिलाई शिक्षाधानी के रूप में पूरे देश में प्रसिद्ध है। भिलाई के छात्रों ने पूरे देश के प्रीमियर इंस्टीट्यूट में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए अपनी मेधा से भिलाई का नाम रोशन किया है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने भिलाई के इस रोशनी को अपने प्रयासों से एक नई चमक दी है। शिक्षा का श्रेष्ठ माहौल देने के साथ ही छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु विभिन्न स्कॉलरशिप प्रदान कर उन्हें आगे बढऩे में मदद की है। इसमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्कॉलरशिप है प्रधानमंत्री ट्रॉफी स्कॉलरशिप।


प्रधानमंत्री ट्रॉफी से प्राप्त राशि के ब्याज से दी जाती है छात्रवृत्ति
उल्लेखनीय है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने अब तक 11 बार बेस्ट इंटीग्रेटेड स्टील प्लान्ट हेतु प्रधानमंत्री ट्रॉफी जीतकर अपने उत्कृष्टता का लोहा मनवाया है। प्रत्येक प्रधानमंत्री ट्रॉफी के साथ प्राप्त राशि का सदुपयोग करते हुए इस राशि से प्राप्त ब्याज से प्रतिवर्ष भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्मिकों के मेधावी बच्चों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र सम्पूर्ण सेल में एकमात्र संयंत्र है, जिसने प्रधानमंत्री ट्रॉफी जीतने का गौरव हासिल किया है। सेल स्कॉलरशिप के अतिरिक्त भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्मिकों के बच्चों को प्रधानमंत्री ट्रॉफी स्कॉलरशिप के रूप में एक अतिरिक्त स्कॉलरशिप प्राप्त हो रही है। इसके अलावा सेल-बीएसपी के छात्रों ने सेल स्कॉलरशिप के सूची में भी स्थान बनाने में सफलता पायी है।
उल्लेखनीय है कि भिलाई इस्पात संयंत्र ने देश के सर्वश्रेष्ठ एकीकृत इस्पात संयंत्र के रूप में जीती हुई गौरवशाली प्रधानमंत्री ट्रॉफी में प्राप्त राशि के ब्याज को इस मद में खर्च करने की योजना के तहत इस छात्रवृत्ति की शुरुआत की थी। पहली बार इसे शैक्षणिक सत्र 1995-96 में लागू किया गया था।


बीएसपी द्वारा छात्रवृत्ति के रूप में 40.26 लाख रुपये वितरित

आज तथा कल हुए समारोह में बीएसपी ने कुल 290 प्रतिभावान विद्यार्थियों को सेल एवं प्रधानमंत्री ट्रॉफी छात्रवृत्ति प्रदान की। इसके तहत लगभग 40.26 लाख रुपये की छात्रवृत्ति वितरित की गयी। शैक्षणिक वर्ष 2020-2021 के लिए दी जाने वाली इन छात्रवृत्तियों में आज कलामंदिर में प्रधानमंत्री ट्रॉफी छात्रवृत्ति, सर्वोत्तम; प्रधानमंत्री ट्रॉफी छात्रवृत्ति, मेरिट एवं मेरिट कम मींस छात्रवृत्ति प्रदान की गई। विदित हो कि कल एचआरडीसी में सेल छात्रवृत्ति, मेरिट एवं मेरिट कम मींस छात्रवृत्ति का वितरण किया गया था।
कुल 255 छात्र-छात्राएँ प्रधानमंत्री स्कॉलरशिप से सम्मानित
विदित हो कि इसके तहत प्रधानमंत्री ट्रॉफी सर्वोत्तम छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या 75 है जिन्हें 25,000 रुपये छात्रवृत्ति के रूप में प्रतिवर्ष प्रदान की जाती है। प्रधानमंत्री ट्रॉफी मेरिट एवं मेरिट कम मीन्स छात्रवृत्ति अर्जित करने वालों की संख्या 180 है इसके तहत तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थियों को 11,000 रुपये प्रतिवर्ष और गैर-तकनीकी क्षेत्र के विद्यार्थियों को 7,500 रुपये छात्रवृत्ति प्रतिवर्ष दी जाती है।
समारोह के अंत में महाप्रबंधक (शिक्षा) श्रीमती शिखा दुबे ने धन्यवाद ज्ञापन दिया तथा कार्यक्रम का समन्वय सहायक महाप्रबंधक (शिक्षा) आर राजू ने तथा संचालन ईएमएमएस, रूआबांधा सेक्टर की प्रधान पाठक श्रीमती सरिता बहल एवं ईएमएमएस, सेक्टर-6 की शिक्षिका सुश्री महुआ चटर्जी ने किया।


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