महादेव आईडी की आड़ में हो रहा है प्रतिदिन करोड़ों का हवाला, मास्टर माईन्ड जूस सेन्टर संचालक के साथ बीएसपी कॉन्ट्रेक्टर ने भी डाला दुबई में डेरा, सही ढंग से अंग्रेजी नहीं बोल पाने वाले मास्टर माईन्ड ने 55 हजार रूपये मासिक वेतन पर रखा दुभाषिया

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भिलाईनगर। प्रदेश ही नहीं देश-विदेश में महादेव की हवा बह रही है। महादेव की आड़ में प्रतिदिन लाखों रूपये का वारा न्यारा हवाला के माध्यम से हो रहा है। बताया जाता है कि, भिलाई-दुर्ग ही नहीं राजधानी रायपुर, राजनांदगाँव व धमतरी के लोग भारी पैमाने पर महादेव बुक की आड़ में लाखों रूपये का हवाला कर रहे हैं। महादेव के इस खेल में नेहरू नगर के जूस संचालक मदर टेरेसा नगर का पूर्व रहवासी मास्टर माईन्ड के साथ नेहरू नगर निवासी बीएसपी का कॉन्ट्रेक्टर आर यू सहयोगी के रूप में महादेव आईडी में कूद पड़ा है। बताया जाता है कि, पिछले 15 दिन से दुबई में डेरा डाले बीएसपी के इस ठेकेदार ने 47 लोगों को महादेव की आईडी दी है। महादेव बुक का मास्टर माईन्ड जूस संचालक इस कारोबार में बाजीगर के नाम से जाना पहचाना जाता है। सही ढंग से अंग्रेजी न बोल पाने वाले इस बाजीगर ने बातचीत के नाम पर दुबई में एक फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले 27 साल के युवक को रखा हुआ है जिसे प्रतिमाह 55 हजार रूपये वेतन के तौर पर भुगतान करता है, खाना-पीना, ठहरना सब निशुल्क है।


महादेव के इस खेल में भिलाई दुर्ग शहर ही नहीं राजधानी रायपुर, धमतरी, व राजनांदगाँव के लगभग 500 युवक पिछले 20-25 दिनों से शहर छोड़कर दुबई के अलावा विशाखापट्टनम, बेंगलोर, चेन्नई, रांची, जगदलपुर, नागपुर, जबलपुर, इंदौर में रहकर आईपीएल मैचों में महादेव की आईडी से लाखों रूपये पीट रहे हैं। बताया जाता हैकि, महादेव के इस खेल में कई गरीब युवक पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं। कई बर्बादी की कगार पर हैं। हद तो तब हो गई जब राजधानी प्रकाशित एक दैनिक समाचार पत्र में महादेव सट्टा का विज्ञापन ने छत्तीसगढ़ के युवाओं पर सोचने पर मजबूर कर दिया कि, महादेव के इस बुक में और क्या-क्या है? बताया जाता है कि, पिछले 2 माह के अंदर केवल भिलाई-दुर्ग ही नहीं छत्तीसगढ़ 350 से अधिक युवाओं ने पासपोर्ट बनवाया है। भिलाई दुर्ग 135 युवावर्ग दुबई में बैठकर महादेव की आईडी पर खेल पर खेल रहा है।

आखिर प्रशासन को भी इस बात की तस्दीक करना चाहिए कि, आखिर पिछले एक महीने मे भिलाई-दुर्ग ही नहीं राजधानी रायपुर व राजनांदगाँव के 500 से अधिक लोग शहर छोड़कर कहाँ जा बसे हैं। महादेव की आईडी आज बच्चे-बच्चे लैपटॉप पर जाकर देख रहे हैं कि, इस आईडी से पैसा कैसे कमाया जाये। आईडी लेकर महादेव का खेल खेलने वाले कोई भी युवक या व्यक्ति राशि जीता नहीं है केवल हार ही हार उसे मिली है। अभी भी समय है कि शासन-प्रशासन छत्तीसगढ़ के युवकों को इस दल-दल से बाहर निकालने के लिए कोई ठोस कदम उठाये। जानकार बताते हैं कि, पुलिस महकमे के राजधानी का एक हवलदार व भिलाई-दुर्ग के दो आरक्षक महादेव की आड़ में मेडिकल लीव लेकर दुबई तक की यात्रा कर चुके हैं।


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