भिलाईनगर। महादेव बुक में हजारों लोगों को रोजगार देने वाला नेहरू नगर जूस दुकान का संचालक, मदर टेरेसा नगर पूर्व निवासी निगम कर्मी का बेटा सौरभ चन्द्राकर एक नहीं दो-दो पासपोर्ट का उपयोग करता है। शुरू से ही सट्टा के कारोबार में संलिप्त सौरभ का एक पासपोर्ट दुर्ग से तथा दूसरा पासपोर्ट विशाखापट्टनम से बनाया गया है। एक पासपोर्ट में सौरभ चन्द्राकर के नाम का उल्लेख है दूसरे पासपोर्ट में सी सौरभ कुमार के नाम से उपयोग करता है। सौरभ का नाम इन दिनों आईपीएल मैच के साथ ही महादेव बुक क्रिकेट एप से ऑनलाईन सट्टे को लेकर मास्टरमाईण्ड के रूप में चर्चे में है। सौरभ के इस अवैध कार्य को विस्तार देते हुए आकाशगंगा में पानठेले का संचालन करने वाला युवक भी मोबाईल दुकानों में कार्य करने वाले लड़कों को इस खेल में उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। क्या कारण है कि, पुलिस महकमा इस पानठेला संचालक को अब तक दबोच नहीं पायी है। इसके पकड़े जाने से कई मामलों का खुलासा होने की संभावना है।
वर्तमान में भिलाई के 18 नंबर रोड में दोसा दुकान लगाने वाला पाण्डु, सौरभ चन्द्राकर का सबसे विश्वासपात्र युवक है जो इस समय आईडी देने के कार्य में महत्वपूर्ण खेल खेल रहा है। इसी प्रकार टाउनशिप में रॉबिन्स नामक युवक इस धंधे में युवाओं को आसानी से आईडी उपलब्ध करवा रहा है। बताया जाता है कि, सौरभ चन्द्राकर फिलहाल दुबई में ही मौजूद है जबकि, नगर निगम के एक बहुचर्चित युवा ठेकेदार जो कि, कुछ दिनों से निगम के कार्यों से अपने को अलग कर सौरभ चन्द्राकर के साथ उसके कार्यों में सहभागिता निभाते हुए फिलहाल भिलाई-दुर्ग से बाहर दुबई में रहकर महादेव बुक की आड़ में ऑनलाईन YOUR CHOICE FOR CRICKET के धंधे में रोजाना चौके-छक्के लगाते हुए अपने धंधे में बढ़ोतरी किये पड़े हुए हैं। जानकारों का कहना है कि, सौरभ चन्द्राकर के करन्ट अकाण्उट एक्सिस बैंक, यस बैंक में फर्जी नामों से संचालित हो रहा है।दुर्ग जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन यदि प्रमुखता से महादेव बुक धंधे का पर्दाफाश करना चाहती है तो 1 नवंबर 2021 से 31 मार्च 2022 तक भिलाई के निजी बैंकों में फर्जी दस्तावेज के आधार पर खोले गये करन्ट अकाउण्ट की जाँच परख कर ले तो इस धंधे में संलग्र कई चेहरे बेनकाब हो जायेंगे। आज भी महादेव बुक पर क्रिकेट का खेल बिना किसी रूकावट के खेला जा रहा है। लोग रोजाना आईपीएल क्रिकेट मैच की आड़ में महादेव क्रिकेट का रोमांच देख रहे हैं। जानकार बताते हैं कि, महादेव बुक में शहर के युवा केवल अपनी सम्पत्ति लुटा रहे है हासिल कुछ भी नहीं हो रहा है।हासिल उन्हें हो रहा है जो महादेव की आईडी लेकर जगदलपुर, विशाखापट्टनम, रांची, अम्बिकापुर, नागपुर, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, चेन्नई, बैंगलोर व हैदराबाद में लैपटॉप लेकर बैठे भिलाई-दुर्ग, रायपुर, राजनांदगाँव व बिलासपुर के युवकों ने अपना जाल इस कदर फैला दिया है कि, पुलिस के हाथ भी उन तक नहीं पहुँच पा रहे हैं। जबकि, पुलिस और जिला प्रशासन को खुले आम चुनौती देते हुए सौरभ चन्द्राकर समूह ने दूसरी बार दैनिक समाचार पत्र में सट्टा का विज्ञापन दे डाला है। देखना है कि, अपराधियों के गिरेबान तक पुलिस के हाथ कब तक पहुँच पाती हैं।