राजनांदगांव। चीन से शुरू हुए ऑनलाइन घोटाला जो एक चीनी महिला द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कराने के माध्यम से एक भारतीय युवक को 81 लाख रूपये के वैश्विक ठगी का शिकार बनाई। विशाल पैमाने में पेशेवर प्रशिक्षण प्राप्त लोग और संगठित संचालन कर आश्चर्यजनक व परिष्कृत रूप से ऐसे घोटाला को अंजाम देने के पीछे एक संगठित अपराध सिंडिकेट की ओर इशारा करते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म से रहें सावधान, Crypto Currency के नाम पर होने वाली ठगी से बचें।
डॉ. अभिषेक पाल पुत्र डॉ. बंशी लाल पाल निवासी बलदेवबाग नर्सिंग कॉलेज के पास, राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ ने थाना कोतवाली राजनांदगांव में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि वह क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी का शिकार हो गया है। विवरण इस प्रकार है कि हांगकांग की एना-ली नाम की एक महिला ने उसके साथ सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट Vkontatke और बाद में व्हाट्सएप पर भी चैट करना शुरू किया।
फिर आरोपिया एना-ली निवासी हांगकांग ने आवेदक अभिषेक पाल को META TRADER 5 ऐप में ब्रोकर Orde Capital Management Limited के साथ ऑनलाइन पंजीकरण करके, Binance पर एक खाता खोलकर और क्रिप्टोकरेंसी को Trader.insafx.com पर स्थानांतरित करके पैसे को तीन गुना करने का लालच दिया। आवेदक डॉ. अभिषेक पाल ने आरोपी की मीठी-मीठी बातों के कारण एना-ली द्वारा बताई गई प्रक्रिया का पालन किया। एना-ली द्वारा पासवर्ड और अन्य जानकारी उसके साथ धोखाधड़ी से एकत्र की गई थी क्योंकि वेबसाइट से पहले ही छेड़छाड़ की जा चुकी थी। आरोपिया एना-ली डॉ. अभिषेक पाल को व्यापारिक जोड़े प्रदान करती थी जिससे उसने 35000/- USDT का निवेश लगभग 26 लाख रुपये Binance के माध्यम से META TRADER 5 पर बाद में निवेश करवा ली जब वह राशि बढ़कर 107825/- USDT हो गई जो लगभग रु. 81 लाख रूपये हो गया तब अभिषेक जब अपना पैसा खाते से निकालना चाहा, तो आरोपी ने उसे बताया कि विदेशी मुद्रा की निकासी पर टैक्स 3100/- USDT 4724/- USDT था जो आवेदक अभिषेक द्वारा जमा किया गया था।
फिर से धनराशि निकालने में विफल रहने पर, एना-ली ने डॉ अभिषेक को उपरोक्त प्रक्रिया को पूरा करने के लिए पूरी जमा राशि का 5% और जमा करने के लिए कहा। तब आवेदक डॉ. अभिषेक को पता चला कि आरोपी एना-ली ठगी कर खाते में पैसे डलवा रही है और ट्रेडिंग में मदद करने के नाम पर Trader.insafx.com वेबसाइट के जरिए अपने META TRADER 5 खाते को नियंत्रित कर रही है। जब अभिषेक ने और पैसे देने से मना कर दिया तो आरोपी एना-ली ने उसके सारे पैसे निकाल लिए। डॉ. अभिषेक की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली, राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ में FIR No. 264/22 धारा 420, 406 भा.दं.वि., धारा 66, 66(डी) सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम 2000 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
लोगों से अपील है कि कम समय में रुपए को दोगुना-तिगुना करने के नाम पर सोशल मीडिया पर दोस्त बनाने वाले लोगों के सुझावों पर पैसा लगाने से बचें। यह भी ध्यान दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक अत्यधिक जोखिम भरा और अस्थिर संपत्ति है और ऐसी जोखिम वाली संपत्तियों में निवेश करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
वित्तीय धोखाधड़ी के मामले में, 1930 हेल्पलाइन नंबर या https://cybercrime.gov.in पर अपनी रिपोर्ट दर्ज करें या जल्द से जल्द नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल में जाएं ताकि पुलिस द्वारा आपका पैसा फ्रीज किया जा सके। अपनी किसी भी प्रकार की व्यक्तिगत जानकारी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें, OTP, CVV, पासवर्ड किसी से साझा न करें, अनजान व्यक्ति या कस्टमर केयर के नाम पर Sharing app Any desk, Quick Support app आदि डाउनलोड न करें। किसी अनजान व्यक्ति से दोस्ती ना करें और भेजे गए किसी भी तरह के लिंक को न छुएं। सतर्क रहें सावधान रहें सुरक्षित रहें।