15 स्कूलों को आरटीई के दायरे में लाया जाए – आशीष… एनएसयूआई ने एडिशनल डायरेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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भिलाईनगर। एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक आशीष यादव नेतृत्व में एनएसयूआई के प्रतिनिधि मंडल ने जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में एडिशनल डायरेक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन का विशेष विषय था कि 15 स्कूल शिक्षा के अधिकार के दायरे से बाहर हो गए हैं। अल्पसंख्यक आयोग के नियम अनुसार यह स्कूल अपने आप को आरटीई के दायरे से बाहर रखें हैं। जिससे लगभग 933 बच्चों को अच्छी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्राप्त नहीं हो पाएगा।


इसी विषय में एनएसयूआई ने मांग की है कि 15 स्कूलों को वापस से शिक्षा के अधिकार के दायरे में लाने के लिए उचित प्रयास किया जाए जो स्कूल शिक्षा के दायरे से बाहर हुए हैं उसमें कई दुर्ग जिले के नामी स्कूल भी हैं जिनमें विश्वदीप पब्लिक स्कूल पद्नाभपुर दुर्ग भिलाई पब्लिक स्कूल मरोदा भिलाई बैथनी पब्लिक स्कूल बोरसी दुर्ग सेंट जेवियर स्कूल धनोर, बोरसी दुर्ग गांधी मेमोरियल सीनियर सेकंडरी स्कूल नंदिनी विचक्षण जैन विद्यापीठ, कैवल्यधाम कुम्हारी, एमजीएम सीनियर सेकंडरी स्कूल सेक्टर 6 भिलाई एमजीएम सीनियर सेकंडरी स्कूल शांतिनगर भिलाई ज्योति विद्यालय चरोदा ज्योति इंग्लिश मीडियम स्कूल चरोदा सेंट थामस सीनियर सेकंडरी स्कूल रुभाबांधा भिलाई निर्मला रानी उमा विद्यालय खुर्सीपार भिलाई विद्या ज्योति स्कूल कुम्हारी मार बेलेसिलयस स्कूल शांतिनगर भिलाई सेंट जेवियर हायर सेकंडरी स्कूल शांतिनगर भिलाई शामिल है।


एनएसयूआई ने गरीब बच्चों की पढ़ाई को नुकसान ना पहुंचे इस वजह से यह ज्ञापन जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा और एक सार्थक चर्चा की किस तरह से इन स्कूलों को वापस से आरटीआई के दायरे में लाया जाए विधानसभा उपाध्यक्ष शिवम तोमर ने बताया कि अगर यह स्कूल वापस खुद से शिक्षा के अधिकार के दायरे में आना चाहे तो वह आ सकते हैं इसके लिए सार्थक प्रयास एनएसयूआई द्वारा भी किया जाएगा इस विषय में परिणाम लाने के लिए एनएसयूआई जिला ए प्रदेश और आगे स्तर तक प्रयास करते रहेगी ताकि गरीब बच्चों को मुफ्त एवं अच्छी शिक्षा मोहिया की जा सके। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से तुषार शोम, जयेश वर्मा, प्रतीक चांदेकर, सागर गोस्वामी, कार्तिक, ऋषभ, मिथुन एवं अन्य लोग उपस्थित थे।


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