
भिलाईनगर। संयंत्र के भीतर सड़क हादसे में मृत ठेका श्रमिक लीलाधर स्वर्णकार के परिजनों के द्वारा आज सेक्टर 9 अस्पताल स्थित मरच्यूरी से शव लेने से इनकार कर दिया । हिंदुस्तान ठेका श्रमिक इट्सू के नेतृत्व में परिजनों के द्वारा सर्वप्रथम मृतक के आश्रित एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दिए जाने का पत्र पहले देने की मांग रखी है। शवगृह स्थल पर संयंत्र प्रबंधन से आई आर विभाग के प्रतिनिधिमंडल ने पहुंच कर यूनियन महासचिव योगेश सोनी मृतक के परिजन एवं पार्षद अरविंद राय पूर्व पार्षद मनोज यादव से चर्चा की है। जबकि ठेका कंपनी जीपी इलेक्ट्रिकल का प्रतिनिधिमंडल ने पहुंचकर मृतक के परिजनों को 200000 का मुआवजा तत्काल देने का प्रस्ताव रखा है। परंतु परिजनों के द्वारा सर्वप्रथम अनुकंपा नियुक्ति से संबंधित पत्र दिए जाने के बाद ही मुआवजा लेने की शर्त रखी है।



गौरतलब हो कि कल शाम 4 बजे एक सड़क हादसे में ठेका श्रमिक लीलाधर स्वर्णकार 53 वर्ष की फाउलर ट्रेन की चपेट में आ जाने से मौत हो गई थी। मृतक लीलाधर जीपी इलेक्ट्रिकल का ठेका श्रमिक था। इस घटना के पश्चात शव को सेक्टर 9 अस्पताल के शव गृह में रखा गया था। आज शव गृह से बॉडी को लेने पहुंचे मृतक के परिजन उनके साथ वार्ड पार्षद अरविंद राय पूर्व पार्षद मनोज यादव एवं हिंदुस्तान ठेका श्रमिक के महासचिव योगेश सोनी ने आपसी सहमति से शव को लेने से इनकार कर दिया।


परिजनों की ओर से यूनियन नेता ने संयंत्र प्रबंधन के समक्ष प्रस्ताव रखा कि सर्वप्रथम मृतक के एक आश्रित परिजन को अनुकंपा नियुक्ति संबंधित पत्र सौंपा जाए। इसके बाद ही बॉडी ली जाएगी। इस दौरान संयंत्र प्रबंधन की ओर से आईआर विभाग के अधिकारी भी चर्चा के लिए पहुंच गए। जीपी इलेक्ट्रिकल कंपनी की ओर से प्रतिनिधिमंडल ने भी पहुंच कर परिजनों को 200000 मुआवजा देने का प्रस्ताव भी रखा। परंतु परिजन अपनी मांग पर अडिग रहें । सर्वप्रथम उनके द्वारा अनुकंपा नियुक्ति पत्र देने की मांग रखी गई।










