राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा मनाई गई बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जयंती, भारत माता की जय के साथ स्वयंसेवकों ने अर्पित की पुष्पांजलि

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भिलाईनगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कालकर और भामाशाह उपनगरों द्वारा संयुक्त रूप से डॉक्टर अंबेडकर की जयंती मनाई गई। सुबह 6:30 पर अंबेड़कर चौक, पावर हाउस में सभी स्वयंसेवक एकत्रित हुए और उनकी प्रतिमा पर मल्यार्पण कर बाबासाहेब आंबेड़कर भीमराव अंबेडकर अमर रहें, भारत माता की जय के नारों के साथ सभी स्वयंसेवको ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में भिलाई नगर कार्यवाह विकास पांडेय, कालकर नगर संघचालक रामजी साहू ने माल्यार्पण पर कार्यक्रम की शुरुआत की।


संघ के भिलाईनगर समाजिक समरसता संयोजक नेमराज वर्मा ने विस्तार से बाबा साहब के जीवनी पर बताया की बाबासाहेब का मानना था कि वर्गहीन समाज गढऩे से पहले समाज को जाति विहीन करना होगा। आज महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए हमारे पास जो भी संवैधानिक सुरक्षाकवच, कानूनी प्रावधान और संस्थागत उपाय मौजूद हैं। इसका श्रेय किसी एक मनुष्य को जाता है वे हैं डॉ. भीमराव आम्बेड़कर।
भारतीय संदर्भ में जब भी समाज में व्याप्त जाति, वर्ग और लिंग के स्तर पर व्याप्त असमानताओं और उनमें सुधार के मुद्दों पर चिंतन हो तो डॉ. आंबेडकर के विचारों और दृष्टिकोण को शामिल किए बिना बात पूरी नहीं हो सकती।


हर वर्ष 14 अप्रैल को बाबासाहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाई जाती है। बाबासाहेब की जयंती पर लोगों को संकल्प लेना चाहिए कि हम सब सच्चे मन से उनके बताए मार्ग का अनुसरण करेगें। उनके बनाए संविधान का पालन करेगें। ऐसा कोई काम नहीं करेगें जिससे देश के किसी कानून का उल्लघंन होता हो। चूंकि बाबासाहेब हमेशा जाति प्रथा, ऊंच-नीच की बातों के विरोधी थे, इसलिए उनकी जयंती पर उनको श्रद्धांजलि देने का सबसे अच्छा तरीका है उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाएं।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से भिलाई नगर कार्यवाह विकास पांडेय, कालकर नगर संघचालक रामजी साहू, समाजिक समरसता संयोजक नेमराज वर्मा, कालकर नगर कार्यवाह दीनबंधु, शारीरिक प्रमुख राजेश निषाद, सह कार्यवाह अजय केडिया, विष्णु चंद्राकर, शिरीष अग्रवाल, शिवेंद्र शिंदे, अमित मिश्रा, विजय चौधरी, संजय शुक्ला, मनोज शर्मा, उपाध्याय, राजेंद्र सावरकर सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपास्थित रहें।


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