राजनांदगांव। खैरागढ़ में कांग्रेस को बंपर जीत मिली है। चुनाव के पहले चला गया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का दांव चल गया है। इस जीत के साथ ही कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में हुए चार उपचुनाव में जीत दर्ज कर ली हैं। खैरागढ़ में कांग्रेस ने उपचुनाव जीत का चौका लगाया है। कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भाजपा के कोमल जंघेल को 20176 वोटों के अंतर से हराया है। यहां जबकि JCCJ के नरेंद्र सोनी जमानत भी नहीं बचा सके।
बता दें खैरागढ़ के राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी इस सीट पर उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान हुआ यहां कांग्रेस ने यशोदा वर्मा और भाजपा ने पूर्व विधायक कोमल जंघेल को प्रत्याशी बनाया था। इसके अलावा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे से नरेंद्र सोनी व सात निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतरे। कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा सभी पर भारी पड़ी। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को 20176 वोटों से हराया है। पिछले विधानसभा चुनाव में कोमल जंघेल राजा देवदत्त से से नजदीकी मुकाबला हार गए थे।
खैरागढ़ अब बनेगा नया जिला
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खैरागढ़ उपचुनाव में बहुत बड़ा गांव चला था। उन्होंने अपने घोषणा पत्र में खैरागढ़ छुई खदान व गंडई को मिलाकर नया जिला बनाने की वादा की। सीएम बघेल के वादे का असर दिखा। खैरागढ़ विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव की अपेक्षा दोगुने से भी ज्यादा रहा। भारी मतदान को लेकर कांग्रेस पार्टी शुरू से उत्साह में थी। आज नतीजों ने कांग्रेस का उत्साह और दोगुना कर दिया।
हर राउंड में कांग्रेस को बढ़त
पहले राउंड में कांग्रेस की यशोदा वर्मा ने 1175 वोटों की लीड ली। यह लीड तीसरे राउंड तक तीन हजार के पार और पांचवां राउंड पूरा होते होते 6 हजार से ज्यादा की लीड हो गई। 10 राउंड तक लीड 11 हजार के पार हो गई। 15 वें राउंड में यह लीड बढ़कर 15 हजार के पार चली गई थी। 17 वें राउंड के बाद कांग्रेस की बढ़त 18 हजार के पार हो गई है। 19 में राउंड के बाद कांग्रेस की बढ़त 19000 से भी ज्यादा हो गई वही 21 राउंड पूरा होते-होते कांग्रेस की बढ़त 20176 हो गई।
भूपेश है तो भरोसा है
कांग्रेस की इस जीत का जश्न मनाया जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ता भूपेश है तो भरोसा है के नारे के साथ जश्न मना रहे हैं। कार्यकर्ताओं के चहरों पर भी भूपेश बघेल के मुखौटे दिख रहे हैं। मतगणना स्थल राजनांदगांव से लेकर खैरागढ़ व रायपुर तक जश्न का माहौल है। खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा ने भी कांग्रेस के पक्ष में माहौल बना दिया है। खैरागढ़ की जनता ने नए जिले के लिए खुलकर मतदान किया। जहां पिछले विधानसभा में केवल 36 फीसदी वोटिंग हुई वहां वोटिंग परसेंटेज बढ़कर 77 प्रतिशत को पार कर गया।