भिलाईनगर। महापौर नीरज पाल और आयुक्त प्रकाश सर्वें की चारादान करने की अपील के बाद शहरी गौठान कोसानगर में गौसेवक, गौप्रेमी व सामाजिक संगठन स्वेच्छा से हरा चारा व पैराकुट्टी आदि दान देने आ रहे हैं। ये यहां चल रहे विविध गतिविधियों से प्रभावित होकर गौमाताओं की सेवा कर मददगार बन रहे हैं। यहां कई गौसेवक अपने-अपने पाल्यों व धर्मगुरूओं के जन्मदिन पर हरा चारा दान कर रहे हैं। गौठान के एक बड़े भूभाग में खास किस्म का नेपियर घास उगाई गई है जो चारा के रूप में उपयोग किया जा रहा है। इसके बावजूद गायों को हरे चारे व पैराकुट्टी, चौकर व गुड़ आदि की जरूरत होती है। आज जैन पाश्र्व मंडल की महिलाओं ने 3 क्विंटल पैराकुट्टी, 2 बोरी चोकर एवं 10 किलो गुड़ दान किया। गौसेवक सुशील अग्रवाल ने 1050 किग्रा लौकी दान की। 24 अप्रैल को रामनगर भिलाई के गौसेवक चंदन साव ने अपने धर्मगुरू के जन्मदिवस पर हरा चारा के रूप में 500 किग्रा लौकी व 250 किग्रा कुम्हड़ा गौठान को दान में दिया था।
गौसेवक भारती चंद्राकर ने इसके पूर्व माह से अब तक 7200 किग्रा पैराकुट्टी, आराधन चंद्राकर ने 300 किग्रा, पैराकुट्टी, दीक्षित कॉलोनी निवासी डॉ. पीबी देशमुख ने 50 किग्रा चोकर व 2 बोरा पैराकुट्टी, सुशील अग्रवाल दुर्ग 2000 किग्रा लौकी, 210 किग्रा ककड़ी, 500 किग्रा केला गौठान में दान में दिया है। कई दानदाता गौठान का हिस्सा बन चुके हैं। कई प्रतिदिन व कई गौ सेवक सप्ताह-पखवाड़ा भर में दान करने आते रहते हैं। गौठान की रेखा बघेल ने बताया कि गौठान में लगे नेपियर घास भी चारा के रूप में दी जाती है।
वहीं समय-समय पर गौवंशों को बरसीम घास व ज्वारी उपलब्ध कराई जा रही है। हरा चारा की आपूर्ति गौसेवकों द्वारा प्रतिदिन गौठान में दिया जा रहा दान से हो रही है। गौसेवक चारादान के लिए रेखा बघेल गौतम से गौठान में या उनके मोबाइल नंबर 9300684532 पर संपर्क कर सकते हैं। आयुक्त सर्वें ने गौसेवकों व सामाजिक संगठनों से अपील की है कि अपने शुभ अवसरों पर हरा चारा व पैराकुट्टी, चोकर आदि का दान देकर पुण्य का भागी बनें।