बालोद। छत्तीसगढ़ के पावन भूमि में जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी नरेंद्राचार्य जी महाराज (दक्षिण पीठ-नाणीजधाम महाराष्ट्र) का शुभागमन एक दिवसीय प्रवचन एवं समस्या मार्गदर्शन समारोह छत्तीसगढ़ राज्य के बालोद में 23 अप्रैल को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ जिसमें मुख्य रुप से छत्तीसगढ़ वेशभूषा के साथ संप्रदाय के लोग गुरुदेव जी का आरती की थाली छत्तीसगढ़ी नृत्य पुष्पगुच्छ के साथ भव्य स्वागत किया गया इस मार्गदर्शन शिविर में छत्तीसगढ़ के समस्त जनमानस जगदगुरु श्री के दर्शन एवं मार्गदर्शन से हजारों लोग लाभान्वित हुए हमारे छत्तीसगढ़ राज्य के सम्पूर्ण जनमानस के लिए यह धन्यता का शुभ अवसर था।
जगद्गुरु नरेंद्राचार्य महाराज ने तीन सरल बातो का आव्हान किया है पहला की दिन में किसी भी समय कम से कम 10 मिनट एकग्रता से अपने प्रिय इष्टदेव जो आपको प्रिय हो उनकी भक्ति करे। दूसरा की सपने में भी किसी का बुरा मत सोचो। और तीसरा की “आप जियो और दुसरो को जीने में सहायता करो”। अगर यह तीन बातो को कोई भी जीवन में अपनाकर जीवन शैली बना ले तो उसका प्रपंच भी संतुलित रहेगा और उसके हाथो से परमार्थ भी हो जायेगा। इस समस्या मार्गदर्शन शिविर में छत्तीसगढ़ के हजारों की तादाद में समुदाय के लोग उपस्थित थे आर्थिक रूप से कमजोर जरूरतमंद किसानों को कृषि उपकरण भी वितरण किया गया उपस्थित सभी संप्रदाय के लोगों के लिए निशुल्क भंडारा प्रसाद की व्यवस्था रखी गई थी।