जिन आवेदनों का निराकरण राज्य स्तर पर संभव, उसे फारवर्ड करें और सूचित करें, जिन आवेदनों का निराकरण नियमानुसार संभव नहीं, उन पर स्पष्ट रूप से सूचित करें ताकि आवेदक को प्रतीक्षा न करनी पड़े
दुर्ग । कलेक्टर ने आज बैठक में पिछले एक महीने में जनदर्शन में आये सभी आवेदनों की समीक्षा की। उन्होंने हर आवेदन की समीक्षा की और इस पर किये गये निराकरण अथवा निराकरण के लिए की जा रही कार्रवाई की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा आम नागरिकों को अपनी समस्याएं रखने का अच्छा माध्यम जनदर्शन के रूप में प्राप्त होता है। लोगों की समस्याओं का प्रभावी निराकरण हो रहा है इससे जनआकांक्षाएं बढ़ी हैं। बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हो रहे हैं। अधिकारी आवेदनों पर तेजी से और गुणवत्तायुक्त कार्रवाई करें। जिन आवेदनों को तुरंत निपटाया जाना संभव है उसको उसी दिन हल करें। जिनमें मौके पर जाकर परीक्षण करने की जरूरत है उन्हें एक सप्ताह के भीतर निपटायें। कुछ ऐसे आवेदन भी होंगे जिनका निराकरण प्रशासनिक स्तर पर संभव नहीं होगा, ऐसे आवेदनों का निराकरण शासन स्तर पर संभव होगा। ऐसे आवेदन शासन को फारवर्ड कर दें और आवेदक को सूचित कर दें। उन्होंने जनदर्शन के नोडल अधिकारी को ऐसे सभी आवेदनों की नियमित समीक्षा करते रहने के निर्देश दिये जिनकी प्रकृति राज्य स्तर की है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे आवेदन भी होंगे जिन्हें नियमानुसार निराकृत करना संभव नहीं होगा। ऐसे मामलों में आवेदकों को इसकी सूचना यथाशीघ्र दे दें ताकि उन्हें प्रतीक्षा न करनी पड़े। आज की समीक्षा बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती पद्मिनी भोई एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पाइपलाइन फूटने पर पेनल्टी लगाएं– कलेक्टर ने निगम अधिकारियों से कहा कि पेयजल नागरिकों से संबंधित सबसे अहम जरूरत है। निर्माण कार्यों में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त ना हो, पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने पर संबंधित ठेकेदार पर नियमानुसार पेनाल्टी लगाएं। उन्होंने शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की स्थिति की मॉनिटरिंग भी की। उन्होंने कहा कि हर घर तक समय पर पानी पहुंचाना प्राथमिकता का काम है इसकी मॉनिटरिंग करें। निगम अधिकारी लगातार इस संबंध में सक्रिय रहें। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी जहां कहीं भी पेयजल की दिक्कत आती है उसे ठीक करें।
अभी आपके पास 50 दिन का समय, सभी मरम्मत योग्य सड़कों को ठीक करें– कलेक्टर ने नेशनल हाईवे तथा पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को मरम्मत योग्य सभी सड़कों की मरम्मत गर्मी में करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी आपके पास बारिश आने से पूर्व 50 दिन बचे हुए हैं इस समय का उपयोग करें ताकि बारिश में किसी तरह का व्यवधान ट्रैफिक में नहीं आए।
धान के बदले अन्य फसलों को भी करें प्रोत्साहित– कलेक्टर ने धान के बदले अन्य फसलों को भी प्रोत्साहित करने के लिए कृषि अधिकारियों एवं सहकारी बैंक के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन के पहले किसान अगली फसल के संबंध में निर्णय लेंगे। उन्हें धान के बदले अन्य फसल लेने के लाभ के संबंध में जानकारी दें। साथ ही इसमें शासन द्वारा दिए जाने वाले सुविधाओं की भी जानकारी दें ताकि अधिकाधिक लोग प्रोत्साहित हो सके।