भिलाईनगर 30 अप्रैल 2022:- उप पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार जोशी आज सेवानिवृत्त हो गए। विभाग में कानून के अच्छे ज्ञाता के रूप में पहचाने जाने वाले जोशी ने वर्ष 1983-84 में उप निरीक्षक के पद से पुलिस सेवा का सफर शुरू किया था। इस तरह उन्होंने लगभग 39 साल तक पुलिस विभाग में सेवाएं दी है। इस दौरान धुर नक्सली क्षेत्र बस्तर से लेकर भिलाई-दुर्ग जैसे शहरी क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी का उन्होंने बखूबी निर्वहन किया। पुलिस विभाग में सुलझे हुए अफसर के रूप में पहचाने जाने वाले राकेश कुमार जोशी को आज सेवानिवृत्त होने पर सम्मान विदाई दी गई। श्री जोशी नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर के पद से सेवानिवृत्त हुए। 1983-84 बैच के उप निरीक्षक राकेश कुमार जोशी ने पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय सागर से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षु उप निरीक्षक के पद पर अविभाजित मध्यप्रदेश के जगदलपुर से अपनी सेवा प्रारंभ किया। सेवा काल की शुरुआत में वे नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में 8-9 साल तक पदस्थ रहे। इस दौरान उन्होंने सुकमा, भोपालपटनम, बैलाडीला, जगरगुंडा और गीदम जैसे धुर नक्सली क्षेत्र के थानों में अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन किया।
वर्ष 1992 में उप निरीक्षक के पद में रहते हुए राकेश कुमार जोशी का तबादला अविभाजित दुर्ग जिले में हुआ। यहां पर उन्होंने छावनी थाना, खुर्सीपार चौकी और यातायात विभाग में सेवाएं दी। फिर उन्हें गुंडरदेही थाना का प्रभारी बनाया गया। गुंडरदेही के बाद उतई व पाटन थाने में भी उन्होंने बतौर प्रभारी काम किया। इसके बाद उनका तबादला राजनांदगांव जिले में हो गया। यहां पर उन्होंने छुईखदान में सेवाएं दी। फिर धमतरी जिले में क्राइम ब्रांच में सेवाएं प्रदान की।
वर्ष 2004 में वे निरीक्षक के पद पर पदोन्नत हुए। दुर्ग क्राइम ब्रांच में सेवाएं दी। फिर लगभग पौने दो साल तक मानवाधिकार आयोग में उनकी पदस्थापना रही। इसके बाद दल्ली राजहरा, भिलाई नगर, और पुरानी भिलाई थाने में सेवा देने के बाद उनका तबादला दंतेवाड़ा हो गया। उन्होंने नौ माह तक स्पेशल ब्रांच पुलिस मुख्यालय में और देढ़ साल तक स्पेशल ब्रांच भिलाई में सेवाएं दी। 2013 में वे सुपेला थाने के प्रभारी बने। फिर वहां से पौने दो साल के करीब छावनी थाने के प्रभारी का दायित्व निभाया। वर्ष 2019 में उन्हें उप पुलिस अधीक्षक के पद पर पदोन्नति मिली। जिसके बाद उन्हें एसडीओपी बालोद बनाया गया। फिर आईजी ऑफिस दुर्ग में पदस्थ हुए। 19 नवंबर 2020 को उन्होंने नगर पुलिस अधीक्षक भिलाई नगर का पदभार ग्रहण किया और यहीं से 30 अप्रैल 2022 को उनकी सेवानिवृत्ति हो गई। देते हैं बवासीर की निःशुल्क दवाई
राकेश कुमार जोशी एवं पुलिस अधिकारी होने के साथ ही आयुर्वेद पर भी जबरदस्त पकड़ रखते हैं। उनके द्वारा बवासीर के रोगियों को निशुल्क आयुर्वेदिक दवाई उपलब्ध कराने से यह साबित होता है। बवासीर में रामबाण मानी जाने वाली उनकी खुद की बनाई दवाई की मांग देश विदेश तक है। जेल में बंद कईं बंदियों को उनके रिश्तेदारों ने श्री जोशी से दवाई लेकर भिजवाया है। श्री जोशी की पुलिस विभाग से संबंधित कामकाज और नियम कायदों में गहरी पकड़ रही है। लिहाजा सूचना के अधिकार के तहत पुलिस से संबंधित चाही गई जानकारियों के लिए लीक से हटकर उनका सहयोग विभाग के जिम्मेदार अधिकारी – कर्मचारी लेते रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बसना के हैं रहने वाले
छत्तीसगढ़ में महासमुंद जिला अंतर्गत बसना के नाम का एक छोटा सा शहर है। राकेश कुमार जोशी का जन्म यहीं हुआ। बसना में प्राथमिक शिक्षा के बाद उन्होंने रायपुर के साइंस कॉलेज से स्नातक किया। उनके पिता स्वर्गीय सुदर्शन देव जोशी की गिनती एक समय में महासमुंद जिले में वरिष्ठ पत्रकार के रूप में होती थी। वर्तमान में सडक 03 प्रगति नगर रिसाली में निवास करने वाले राकेश कुमार जोशी का विवाह 23 नवंबर 1987 को भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मी सोम सागर भनोट की छोटी सुपुत्री श्रीमती नीलम जोशी के साथ हुआ और उनके दो बच्चों में पुत्र पीयूष जोशी और पुत्री नेहा जोशी हैं।