मुख्यमंत्री ने सरमना में आम जनता से सीधे भेंट-मुलाकात में जानी योजनाओं की जमीनी हकीकत.. क्षेत्र के लिए की अनेक घोषणाएं, माड़ नदी पर भंडार डाँड़ में बनेगा एनीकट.. बतौली से करदना तक होगा सड़क चौड़ीकरण. चिरगा मोड़ से एनएच 43 तक सड़क बनेगी

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बतौली को राजस्व अनुभाग बनाने परीक्षण कराया जाएगा, संभव न हो तो लिंक कोर्ट शुरू करेंगे
गौठान में संचालित गतिविधियों से आर्थिक रूप से सबल बन रही हैं महिलाएं
रायपुर / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने भेंट-मुलाकात अभियान के दौरान आज सरगुजा जिले के सीतापुर विधानसभा क्षेत्र ग्राम सरमना पहुंचे। यहां सरई पेड़ की छांव के नीचे मुख्यमंत्री ने भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीणों से शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत जानी। वहीं शासकीय योजनाओं का जीवन पर प्रभाव को भी जानने का प्रयास मुख्यमंत्री श्री बघेल ने किया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर इस क्षेत्र के लिए अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने माड़ नदी पर भंडार डांड़ में एनीकट निर्माण, बतौली से करदना तक सड़क चौड़ीकरण, चिरगा मोड़ से एनएच43 तक सड़क निर्माण की घोषणा की। उन्होंने बतौली को राजस्व अनुभाग बनाने की मांग पर कहा कि इसके लिए परीक्षण कराया जाएगा, संभव न हो तो लिंक कोर्ट शुरू करेंगे। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू भी उपस्थित थे।

भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरमना में ग्रामीणों से पूछा- मुझे पहचानते हो कि नहीं….. जनता ने खुशी से चिल्ला कर जवाब में कहा जानते हैं। मुख्यमंत्री ने किसानों से ऋण माफी और आम जनता से 35 किलो चावल मिलने, राशन कार्ड बनने की जानकारी ली। सभी ने हां कहते हुए सकारात्मक जवाब दिया।

गौरतलब है कि बीते 4 मई से मुख्यमंत्री श्री बघेल ने प्रदेश से सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा शुरू किया है। इस भेंट-मुलाकात अभियान में मुख्यमंत्री आमजनता से सीधे संपर्क साध रहे हैं और संवाद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि शासकीय योजनाएं जमीनी स्तर पर क्रियान्वयित हो भी रही हैं या नहीं। शासकीय योजनाओं का लाभ आमजन को कितना मिल पा रहा है और जनता अब भी किन समस्याओं से जूझ रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री का आज सरमना पहुंचना हुआ। मुख्यमंत्री ने गौठान की स्थिति पर जानकारी ली। वहीं महिलाओं से गौठान में संचालित गतिविधियों को जाना। यहां महिलाओं ने बताया कि वे गौठान में ही अनेक तरह की आर्थिक गतिविधियों का संचालन कर रही हैं और वे आर्थिक रूप से संबल बन रही हैं।

आत्मविश्वास से लबरेज महिलाओं की बातें सुनकर मुख्यमंत्री बघेल सहसा बोल उठे कि मेहनत का जब फल मिलता है तो आत्मविश्वास बढ़ता ही है। आशा महिला समूह की सदस्य सरिता बाकला ने मुख्यमंत्री को बताया कि आशा महिला समूह गौठान समिति बटेर, मुर्गीपालन बाड़ी के साथ फिनाइल बना रहे हैं। महिलाओं ने बताया कि मुर्गीपालन में सबसे ज्यादा फायदा है। एक दिन में 150 अंडा मिल जाता है, जिसे साढ़े 6 रुपये में बेचते हैं। इसे वे स्कूल में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में सप्लाई करते हैं। बटेर और मुर्गीपालन से उन्हें 1 लाख 65 हजार रूपए का फायदा हुआ है। अब उनका मछलीपालन और सुकर पालन करने की योजना है।

गौठान से जुड़कर काम कर रहीं स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि गौठान में जो गोबर खरीदी जा रही है, उससे वे वर्मी कम्पोस्ट के रूप में जैविक खाद का निर्माण कर रही हैं। खाद बेचकर अब तक समूह को 68 हजार का लाभ हुआ है। ग्रामीणों से योजनाओं के बारे में जानकारी ली। लोगों ने बताया कि सरमना में 20 जुलाई 2020 को गौठान बना है। वर्मी कम्पोस्ट से समिति को 68 हजार रुपये का लाभ हुआ है। अब बकरी पालन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां सरसो तेल पेराई की यूनिट लगानी चाहिए।

पटवारी के कामकाज की प्रशंसा में ताली बाजवाई
मुख्यमंत्री बघेल ने सरमना में ग्रामीणों से पटवारी के कामकाज की जानकारी ली। लोगो ने पटवारी के काम की तारीफ की। मुख्यमन्त्री ने ग्रामीणों से ताली बजवा कर पटवारी के कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कामों के बारे में भी पूछा। इसके साथ ही उन्होंने दिव्यांग को इलाज़ के लिए राशि स्वीकृत करने का आश्वासन देते हुए आवेदन देने कहा। इस अवसर पर सेजम गांव की महिलाओं ने पापड़, अचार और गणेश प्रतिमा भेंट की।
भेंट मुलाकात में चिरायु योजना का लाभ लेकर सफल इलाज कराने के बाद स्वस्थ जीवन जी रहे दो बच्चों ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद दिया। चिरायु योजना से बतौली निवासी 12 वर्षीय साहिल पैकरा का दिल का ऑपरेशन हुआ है। इसी योजना से 6 साल की सुनन्दी भंडार के कटे होठो का भी सफल ऑपरेशन हुआ है। जिसके बाद अब दोनों स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।

निर्धन छात्रा को मिलेगी शासकीय योजनाओं से मदद
भेंट मुलाकात के दौरान साइंस स्नातक की पढ़ाई कर रही निर्धन छात्रा सुश्री छाया मिश्रा ने सहायता की मांग की। उसने बताया कि वह बर्तन मांजकर पढ़ाई कर रही है। वह झोपड़ी में रहती हैं, जहां शौचालय भी नही है। मुख्यमंत्री बघेल ने सुश्री छाया को योजनाओ से लाभान्वित करने के निर्देश कलेक्टर को दिए। मुख्यमंत्री ने सुश्री छाया की सराहना करते हुए कहा कि कोई काम छोटा नही होता। मेहनत से सफलता मिलती है, खुशहाली आती है। अपने काम पर गर्व करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने सरमना में 10 हितग्राहियों को वन अधिकार पट्टों का वितरण किया।


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