संयंत्र कर्मियों को 39 महीने का एरियर जल्द मिले – इंटक

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भिलाईनगर। स्टील एंप्लाइज यूनियन इंटक की कार्यकारिणी की बैठक इंटक कार्यालय में की गई महासचिव एसके बघेल ने कहा की कर्मचारियों के 39 महीने का एरियर जल्द प्रदान करने एवं नया वेतनमान जल्द लागू कर उसका भी एरियर प्रदान करने के लिए सेल प्रबंधन, एवं इंटक यूनियन के राष्ट्रीय नेतृत्व से चर्चा कर जल्द से जल्द फुल एनजेसीएस की बैठक बुलाकर ऐरियस की राशि का निर्णय कर कर्मचारी को प्रदान करने की मांग की है इसके लिए इंटक यूनियन ने लगातार प्रयास कर रही है। उप महासचिव विपिन मिश्रा ने मांग की आज बीएसपी कर्मचारियों को आवास रखरखाव के रूप में जो राशि प्रदान की जा रही है वह 15 साल पुरानी है वर्तमान में रखरखाव की राशि तीन कमरे के मकान वाले आवाज को 1800 रुपया प्रति वर्ष एवं दो कमरे के मकान को 1400 रुपया प्रति वर्ष एवं एक कमरे के मकान को 800 प्रति वर्ष दिया जाता है जो कम है इस राशि से बिजली का रखरखाव एवं पुताई और आवास रखरखाव के लिए दिया जाता है जबकि आज की महंगाई में यह राशि बहुत कम है।

महासचिव ने बताया कि इसके लिए इंटक यूनियन मुख्य महाप्रबंधक नगर प्रशासन यू के झां से बैठक कर प्रबंधन से मांग की है की सभी कर्मचारियों को 25000 प्रति वर्ष आवाज की रखरखाव की राशि दी जाए। मुख्य महाप्रबंधक ने इस पर कहां उच्च प्रबंधन से जल्द चर्चा इस विषय पर निर्णय लिया जाएगा।
अतिरिक्त महासचिव संजय साहू ने मांग की सेल के कर्मचारियों का पेंशन स्कीम के तहत जो राशि दी जाती है उसके उपरांत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया की भांति 10 रुपया प्रति टन कीमत में जोड़कर जोरासी साल भर में होती है उसे सभी कर्मचारियों के पेंशन फंड में वितरित किया जाता है उसी तर्ज पर सेल में स्टील के भाव में 10 रुपया प्रति टन राशि जोड़कर जो राशि प्राप्त होगी उसे सेल के कर्मचारियों में वितरित किया जाए। जिससे कर्मचारियों को बेहतर पेंशन मिल सके।

इंटक यूनियन इसके लिए सेल चेयरमैन के नाम से ज्ञापन सौंपा है और सेल प्रबंधन इस पर जल्द निर्णय लें। वरिष्ठ सचिव जयंत बराठे ने मांग की 650 स्क्वायर फीट तक के आवास को जल्द लाइसेंस पद्धति में दिया जाए। उप महासचिव चंद्रशेखर ने महानती कर्मचारियों का रात्रि भत्ता को 500 रुपया प्रतिदिन रिवाइज करके जल्द किया जाए। कोषाध्यक्ष दीनानाथ सिंह ने मांग की भीषण गर्मी में बहुमंजिला आवास में पानी रखने की जगह नहीं होने के कारण एक समय पानी देने से जगह नहीं होने के कारण काफी परेशानी कर्मचारियों को हो रही है इसलिए दोनों समय पानी जल्द प्रदान किया जाए। सचिव और दिनेश ने मांग की इंसेंटिव स्कीम जो कि 15 साल पुरानी है जो 3240 रुपया अधिकतम के हिसाब से हैं इसे जल्द रिवाइज कर 10500 रुपया प्रति माह के हिसाब से दिया जाए क्योंकि आज लेबर प्रोडक्टिविटी बढ़कर 455 टन प्रति व्यक्ति हो गया है और उत्पादन भी बढ़ गया है कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है। आज की बैठक में पीयूष कर पूरण वर्मा, एसके खिचरिया, रमेश तिवारी, मदनलाल सिन्हा, सच्चिदानंद पांडे, पी वी राव, वंश बहादुर सिंह, तुरिंदर सिंह, शेखर शर्मा, अनिमेष पसीन, जीआर सुमन, संतोष साव, के राजशेखर, सी पी वर्मा, शिव शंकर सिंह, आरके त्रिपाठी, रेशम राठौर, पीके विश्वास, गुरुदेव साहू, इत्यादि उपस्थि थे।


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