भोपाल। आदर्श योग आध्यात्मिक केंद्र, स्वर्ण जयंती पार्क, कोलार रोड़, भोपाल के संचालक योग गुरु महेश अग्रवाल कई वर्षो से नि:शुल्क योग प्रशिक्षण के द्वारा लोगों को स्वस्थ जीवन जीने की कला सीखा रहें है वर्तमान में भी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यम से यह क्रम अनवरत चल रहा है।अन्तराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर योग गुरु अग्रवाल ने बताया कि एक नर्स दवा कम, ख्याल ज्यादा रखने की सलाह देता है। इस महामारी के दौरान चिकित्सीय स्टाफ ने अपना सब कुछ झोंका हुआ है। इनमें नर्स बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं। नर्स एक मां, एक बहन के रूप में मरीजों की सेवा करती हैं। यह दिन हर साल फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन की वर्षगांठ के तौर पर मनाया जाता है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल को विश्व की पहली नर्स कहा जाता है। उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान लालटेन लेकर घायल ब्रिटिश सैनिकों की देखभाल की थी। इस वजह से इन्हें लेडी विद द लैंप भी कहा गया। मरीज की जिंदगी बचाने में जितना योगदान डॉक्टर्स का होता है, उतना ही एक नर्स का। नर्स अपनी परवाह किए बिना मरीज की तन-मन से सेवा कर उनकी जान बचाती है। अपने घर और परिवार से दूर रहकर मरीजों की दिन रात सेवा करती है। नर्सों के साहस और सराहनीय कार्य के लिए यह दिवस मनाया जाता है।
योग गुरु अग्रवाल ने बताया कि एक मरीज के जीवन में नर्स की बहुत बड़ी भूमिका होती है। कोई भी मरीज जब अस्पताल में अपना इलाज करवाने के लिए आता है तो डॉक्टर के माध्यम से उसका इलाज किया जाता है। डॉक्टर द्वारा इलाज करने में नर्स अपना योगदान देती है। डॉक्टर तो आपको देखकर इत्यादि को पेपर पर लिख देता है लेकिन उसको कब और कितने समय बाद देनी है, इसकी देखभाल नर्स ही करती है। अस्पताल में आपको डॉक्टर इंजेक्शन नहीं लगाएगा बल्कि नर्स ही आपको इंजेक्शन देगी। मरीज को सही समय पर नर्स ही दवा खिलाती है। नर्स के अंदर दया-भाव रहता है। पूरी दुनिया में नर्स की मेहनत को देखकर विश्व भर में नर्स दिवस मनाया जाता है। एक नर्स का जीवन कठिनाइयों भरा होता है। क्योंकि हर परिस्थिति में उसको हिसाब से चलना होता है। मरीज को किसी भी बड़ी से बड़ी तथा छोटी से छोटी बीमारी होने पर हॉस्पिटल में उसकी ठीक प्रकार से देखभाल करती है। अस्पताल में भर्ती किसी मरीज को कोई भी दिक्कत होती है तो सबसे पहले नर्स को ही बुलाया जाता है और उस मरीज की समस्या का समाधान करती है। पूरी दुनिया जानती है कि नर्स से अच्छी देखभाल और कोई नहीं कर सकता है।
नर्स का सबसे बड़ा कर्तव्य होता है कि किसी भी मरीज के सही प्रकार से देखभाल करना। किसी भी नर्स को मरीज की देखभाल बिल्कुल एक बच्चे की तरह करना होता है। जब नर्स मरीज की देखभाल करती है तो उसको सही समय पर खाना, दवाइयां आदि देती है, जिससे मरीज जल्दी ठीक हो जाता है।
नर्स के जीवन का सबसे बड़ा और अहम हिस्सा मरीज होता है। बीमार मरीज की जितनी देखभाल डॉक्टर करता है उससे कहीं ज्यादा नर्स को करनी पड़ती है। मरीज को सही समय पर दवा खिलाना तथा इंजेक्शन इत्यादि को समय पर देना नर्स का मुख्य कार्य होता है। जिस प्रकार एक मां अपने बच्चे से प्रेम करती है ठीक उसी प्रकार एक नर्स भी अपने मरीज की देखभाल सही ढंग से करती है। जब किसी प्रकार की कोई दुर्घटना हो जाती है तो उन मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। अस्पताल में भर्ती घायलों के अधिक देखभाल नर्स के माध्यम से ही होती है। नर्स का जीवन भी कठिनाइयों भरा होता है क्योंकि हर नर्स की परिस्थिति अलग-अलग होती है। एक अच्छी नर्स वहीं होती है जो अपने आप को परिस्थिति के अनुकूल ढाल लेती हैं। नर्स और मरीज के बीच ठीक वैसा ही संबंध होता है जैसा कि मनुष्य और भगवान के बीच। जिस तरह भगवान अपने बच्चों को परेशान होता हुआ नहीं देख पाते ठीक वैसे ही नर्स अपने मरीजों को तकलीफ मे नहीं देख सकती है। इसलिए नर्स मरीज की अच्छे से देखभाल करती है, जिससे वह बीमारी से लड़ सके।
नर्स का स्वभाव दयालु , मरीजों के प्रति सावधानी , विषम परिस्थिति में काम करने की क्षमता , सहनशक्ति और किसी भी ब्रेक के बिना लंबे घंटों तक काम करने की क्षमता, धैर्य, विभिन्न आयु समूहों (बच्चों, वयस्कों और आयु वर्ग के लोगों) से संबंधित मरीजों से निपटने में निपुण, अच्छा संचार कौशल मध्यवर्ती समन्वय और रोगी को शिक्षित करने में निपुण, नर्स को अनुशासित होना एवं कार्य पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए। नर्सिंग की दुनिया में होने वाली घटनाओं के साथ अपने आप को अप-टू-डेट रखने की इच्छा होनी चाहिए। मरीजों के अधिकारों के लिए हमेशा साथ खड़े होने की भावना अंदर होनी चाहिए।
देश में नर्सिंग से जुड़े सभी कर्मियों को अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस की बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं।आज के कठिन समय में कोरोना जैसी महामारी के उपचार में आपका अथक परिश्रम सराहनीय है। सेवा और चिकित्सा के क्षेत्र में आपके अतुलनीय योगदान के समक्ष संपूर्ण विश्व नतमस्तक है।