
भिलाईनगर। एमआरडी विभाग के स्लैग यार्ड में एसएमएस-2 के द्वारा भेजे गए स्लैग थिम्बल को क्रेन के माध्यम से हिट करके खाली किया जाता है तथा इसे पुन: उपयोग के लिए एसएमएस-2 भेजा जाता है। यहाँ स्थित क्रेन-3 की मग्नेटिक ट्राली वर्षों के उपयोग के बाद अत्यंत खराब स्थिति में थी। इसके चलते एमआरडी का कार्य प्रभावित हो रहा था।


एमआरडी विभाग के विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग ने मिलकर इस समस्या का समाधान करने का बीड़ा उठाया। इस हेतु एक कार्य योजना बनाकर दस टन ट्राली को क्रेन से उतारा गया। इसके फ्रेम के सभी दोषपूर्ण पाट्र्स को काटकर निकाला गया एवं नए गर्डर/चैनल लगा दिया गया। साथ ही मोटर एवं गियर बॉक्स के आधार को भी नया फेब्रिकेट किया गया। कुछ नए मॉडीफिकेशन भी किये जिससे संधारण के काम करते समय सुविधा हो।


सम्पूर्ण कार्य आतंरिक संसाधनों से पूरा किया गया। एमआरडी के स्लैग यार्ड-2 के क्रेन-3 की ट्राली का संधारण कार्य 3 मई, 2022 से शुरू कर 9 मई, 2022 को पूर्ण कर ट्राली को वापस क्रेन में चढ़ा दिया गया। अन्य उपकरण जैसे की रोप ड्रम, मोटर, गियर बॉक्स इत्यादि को लगाकर और टेस्टिंग करने के पश्चात क्रेन को सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया। इस कार्य से संयंत्र को बहुमूल्य मुद्रा की बचत हुई साथ ही सुरक्षित कार्यस्थल का निर्माण संभव हो सका।

इस अनुकरणीय कार्य को किशोर प्रधान के नेतृत्व में राम सजन, सतीश साहू की समर्पित टीम ने पूर्ण सुरक्षा के साथ सम्पन्न किया। सम्पूर्ण कार्य मुख्य महाप्रबंधक (एमआरडी) बी पी राव के मार्गदर्शन में एवं महाप्रबंधक (मेंटेनेंस) दिनेश अग्रवाल एवं प्रबंधक (विद्युत) बी आई राव की देखरेख में संपन्न हुआ।



