भिलाईनगर। निलंबित आईपीएस जी.पी.सिंह के मामले में फरार उसके सहयोगी रायपुर निवासी व्यवसायी रणजीत सिंह सैनी को अंतत: सुपेला पुलिस ने धरदबोचा। सैनी को पुलिस ने वैशाली नगर में उसके परिचित के यहाँ से दबोचा है। कैमिकल फैक्ट्री संचालक कमल सेन से पैसे लेन-देन व मामला सेटलमेन्ट करने दर्ज अपराध में धारा कम करने के मामले में सुपेला पुलिस ने 2021 में जी.पी.ंिसंह के साथ ही साथ रणजीत सिंह सैनी पर मामला दर्ज किया था। आरोप है कि, रणजीत सिंह सैनी ने कमल सेन के मामले में समझौता कराने के नाम पर 20 लाख रूपये की राशि कमल सेन की पत्नी से लेकर तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक जी.पी.सिंह को देने का आरोप है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर दुर्ग जेल भेज दिया है। सुपेला के थाना प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश शर्मा ने इस मामले की जानकारी देते हए बताया कि, सुपेला पुलिस ने निलंबित आईपीएस जी.पी.सिंह के मामले में उनके सहयोगी उद्योगपति रणजीत सिंह सैनी को वैशालीनगर से गिरफ्तार किया। उसे रिमांड पर जेल भी भेज दिया गया।


रणजीत पर कैमिकल फैक्ट्री संचालक कमल सेन की पत्नी से एक केस में धाराएं कम करने और चालान पेश करने के एवज में 20 लाख रुपए वसूली का आरोप है। शिकायत के बाद सुपेला पुलिस ने 28 जुलाई 2021 को कमल सेन की शिकायत पर आईपीएस जीपी सिंह और रणजीत सिंह के खिलाफ धारा 388, 506 और 34 के तहत केस दर्ज किया है। इसके बाद से पुलिस जीपी सिंह और रणजीत की तलाश कर रही थी।


पुलिस के मुताबिक शनिवार को रणजीत के मोबाइल की लोकेशन वैशाली नगर में मिली। वह अपने रिश्तेदार के घर पहुंचा हुआ था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि कमल सूर्या विहार स्मृतिनगर में रहते हैं। कमल ने वर्ष 2007 में हथखोज में श्याम कैमिकल नाम से व्यवसाय शुरू किया। वर्ष फैक्ट्री में छत्तीसगढ़ पुलिस ने दबिश दी। कमल और फैक्ट्री के कर्मचारी प्रकाश चक्रधारी और भेग सिंह पुलिस महासमुंद ले गई। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। बाद में कमल की पत्नी ममता, साला रवि और मित्र विनय सिंह पहुंचे। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। इसके करीब 6 महीने बाद इस पूरे मामले में कमल के जमानत मिली। बाद में कमल ने कोर्ट मे याचिका दायर की।
कमल की पत्नी ने कहा-रणजीत ने किया संपर्क
ममता ने पुलिस को बताया कि उनसे रणजीत सिंह ने संपर्क किया था। चालान में धाराएं कम करने और जल्दी पेश करने के एवज में 1 करोड़ रुपए की मांग की। 20 लाख रुपए बतौर एडवांस देने पर मदद करने का आश्वासन दिया। पत्नी, दोस्त और साला तीनों से 5 जुलाई 2016 को रणजीत सिंह घर मिलने आया था। इसके बाद सभी जीपी के पेंशन बाड़ा स्थित मकान पर गए। यहां रुपए लिए गए।