विश्व तंबाकू निषेध दिवस – रहस्यपूर्ण आन्तरिक अनुभवों की प्राप्ति के लिये योग सुरक्षित और सुनिश्चित पद्धति है। योग से बुनियादी तौर पर सम्पूर्ण मन और व्यक्तित्व का शुद्धिकरण और दिशान्तरण होता है – योग गुरु महेश अग्रवाल

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भोपाल 31 मई 2022:- विश्व तंबाकू निषेध दिवस – रहस्यपूर्ण आन्तरिक अनुभवों की प्राप्ति के लिये योग सुरक्षित और सुनिश्चित पद्धति है। योग से बुनियादी तौर पर सम्पूर्ण मन और व्यक्तित्व का शुद्धिकरण और दिशान्तरण होता है – योग गुरु महेश अग्रवाल।

आदर्श योग आध्यात्मिक केन्द्र स्वर्ण जयंती पार्क कोलार रोड़ भोपाल के संचालक योग गुरु महेश अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 31 मई को विश्व स्तर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है। इसको मनाने का मुख्य उद्देश्य तंबाकू के खतरों और स्वास्थ्य पर इसके नकारात्मक प्रभावों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। यही नहीं, निकोटीन और तंबाकू व्‍यवसाय का पर्यावरण पर पड़ने वाले बुरे प्रभावों के प्रति कैंपेन चलाना और इससे होने वाली बीमारियों व मौतों को कम करना भी है। तंबाकू का सेवन करने के कारण होने वाले गंभीर रोगों के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाता है जैसे कि फेफड़ों , लिवर, कोलन, मुंह, ​ब्रेस्ट का कैंसर, हृदय रोग डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है । तनाव रहना।थकान रहना। भूख न लगना। सांस लेने में परेशानी। कैंसर होने का खतरा। गले से जुड़ी समस्या होना। लंबे समय तक खांसी होना।ठीक प्रकार से नींद न आना कभी- कभी खांसते समय खून आना।योग गुरु अग्रवाल ने इस अवसर पर बताया कि तम्बाकू सेवन से प्राप्त अनुभव द्वारा मन के सभी नियंत्रण गायब हो जाते और वास्तव में अपनी भावनाओं के जगत् में मनुष्य लाचार और बेसहार हो जाता है। वास्तव में ध्यान एक सृजनात्मक प्रक्रिया है जिसके द्वारा अनियंत्रित भावनाओं, विचारों और संकल्प शक्ति को चेतना की सूक्ष्म गहराई में केन्द्रित कर उन्हें नियंत्रित ढंग से परिवर्तित किया जा सकता है।

तम्बाकू सेवन से शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रभावों द्वारा मानसिक शक्ति का ह्रास होता है। दुःख, कष्ट या पीड़ा सापेक्षिक चीजें हैं। दु:ख और सुख, प्रसन्नता और पीड़ा मन के ही अनुभव हैं। ये सब वास्तविक घटनायें नहीं हैं। मन सापेक्षता के नियम से बँधा हुआ है और वह अपने अनुभवों को यथार्थ दिखाना चाहता है। इसलिये अगर अपने मन और अनुभवों के स्तर को सुधारना चाहते हो, तो अपने व्यवहार को परिवर्तित करो, अपनी वस्तुगत प्रतिक्रियाओं में परिवर्तन लाओ। दु:ख और पीड़ा के अनुभव उन समस्याग्रस्त विचारों के दमन के फलस्वरूप होते हैं, जो हमें व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में मिलते हैं। लोगों की प्रतिक्रियायें उनकी मानसिक स्थितियों के अनुसार भिन्न-भिन्न होती हैं।

रहस्यपूर्ण आन्तरिक अनुभवों की प्राप्ति के लिये योग सुरक्षित और सुनिश्चित पद्धति है। योग से बुनियादी तौर पर सम्पूर्ण मन और व्यक्तित्व का शुद्धिकरण और दिशान्तरण होता है। योग सुदृढ़ रूप से योगियों के कई युगों के दीर्घकालीन समृद्ध अनुभवों और साथ ही आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधानों पर आधारित है।


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