दुर्ग 18 जून 2022:- समाज-समुदाय में व्यसन मुक्त व स्वस्थ वातावरण निर्मित करने के उद्देश्य से जिले में नशापान के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाया जाएगा। जनसमुदाय की सहभागिता से नशापान के विरूद्ध व्यापक जनमत तैयार करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर 26 जून को जिले के सभी विकासखंडों में विविध जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।जिले के समस्त विभागों के समन्वय से नशापान के विरूद्ध समुचित कार्यवाही, जन सामान्य की सहभागिता से रैली, प्रदर्शनी, प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम, परिचर्चा, गोष्ठियां, सेमीनार कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस की सार्थकता के लिए कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने विभिन्न विभागों को संयुक्त रूप से कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। समाज कल्याण विभाग द्वारा इस संबंध में ज्ञापन भी जारी किया गया है जिसमें नशे की रोकथाम के लिए समुदाय में जागरूकता लाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। इसी कड़ी में ग्राम पंचायत स्तर पर भी नशा मुक्ति कार्यक्रमों का आयोजन करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसमें रेडियो एवं दूरदर्शन से नशा मुक्ति कार्यक्रमों का प्रसारण, सभी विभागों के समन्वय से नशापान के विरूद्ध समुचित कार्यवाही, यथासंभव नशा पीड़ितों से प्रत्यक्ष संवाद कर उन्हें नशा मुक्ति के दुष्परिणामों की जानकारी देना, नशा मुक्ति साहित्यों का वितरण, सोशल मीडिया में प्रेरक स्लोगन, चित्रों आदि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार, नशा तथा एड्स प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक प्रचार-प्रसार और विद्यार्थियों में नशापान के विरूद्ध जागरूकता लाने के लिए प्रेरक गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेपी मेश्राम ने बतायाः नशा पीड़ितों की संख्या में सतत् वृद्धि होना चिंता का विषय है। इसकी रोकथाम के लिए समुदाय की सहभागिता अनिवार्य है। नशापान को हमेशा ही एक गंभीर सामाजिक बुराई माना गया है। मादक पदार्थों का किसी भी रूप में सेवन करना वास्तव में प्रत्येक दृष्टिकोण से हानिकारक होता है। इससे शारीरिक व मानसिक नुकसान होने का खतरा तो रहता ही है, नशापान से सामाजिक प्रतिष्ठा भी धूमिल होती है इसीलिए नशे का सेवन नहीं करना चाहिए।
इस आशय का प्रचार-प्रसार करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस के अवसर पर जिले में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विद्यार्थियों में नशापान के विरूद्ध जागरूकता लाने के लिए विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और विद्यालयों में नशापान न करने के लिए प्रेरक उद्बोधन संबंधी कार्यक्रम कराए जाएंगे। इसी तरह स्थानीय परिवेश के अनुरूप अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए भारत सरकार एवं छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के पालन करते हुए जनसामान्य की सहभागिता एवं विभिन्न विभागों के सहयोग से नशा निवारण दिवस कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी की जा रही है।