सवालों के घेरे में अतिक्रमण के खिलाफ BSP और नगर निगम कार्रवाई…… सेक्टर 6 ए मार्केट में दुकानों के पीछे अधिकारियों के संरक्षण में हो रहा है खुलेआम अतिक्रमण….अवैध कब्जों को प्रोत्साहित करने वाले जिम्मेदारों पर कार्यवाही क्यों नहीं.. . निगम के तोड़फोड़ दस्ता के रहते कैसे हो गया सड़कों पर अतिक्रमण

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भिलाईनगर 23 जून 2022 :- बीएसपी और नगर निगम की इन दिनों अतिक्रमण और अवैध कब्जों के खिलाफ चल रही कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है। सवाल खड़े हो रहे हैं कि अवैध कब्जों को प्रोत्साहित करने वाले जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है। सवाल यह भी है कि नगर निगम में तोड़फोड़ दस्ता होने के बावजूद सड़कों पर अतिक्रमण कैसे हो गया। टाउनशिप के सेक्टर 6 ए मार्केट में दुकानों के पीछे एक से दो – दो हजार वर्ग फीट जमीन कथित तौर पर नगर सेवाये विभाग के शॉप विभाग के अधिकारियों के संरक्षण में खुलेआम अतिक्रमण करने की होड़ मची हुई है। क्या इस तरह हो रहे अतिक्रमण को जान बूझकर पनपने का अवसर दिया जा रहा है।बीएसपी के नगर सेवाएं विभाग ने टाउनशिप में अतिक्रमण और अवैध कब्जा हटाने का अभियान चला रखा है। कुछ दिन पहले सिविक सेंटर में खान पान की सामग्री का व्यवसाय करने वालों को बेदखल कर उनसे रोजी रोटी छीन ली गई है।ऐसा ही काम भिलाई नगर निगम ने किया है। निगम ने नेहरू नगर चौक से सुपेला चौक और फिर सुपेला रेलवे क्रासिंग से गदा चौक तक अतिक्रमण हटाने के नाम पर सड़क किनारे ठेला खोमचा लगाकर लंबे समय से जीविकोपार्जन करने वालो को बेदखल किया है।इस पूरी कार्रवाई में अतिक्रमण करने वालों को नुकसान उठाना पड़ा है। आश्चर्य इस बात पर है कि चाहे बीएसपी या फिर निगम क्षेत्र हो, जिन अधिकारियों के रहते लंबे समय तक यह अतिक्रमण फलता फूलता रहा उनके खिलाफ कार्रवाई करने की सोच अथवा जज्बा देखने को क्यों नहीं मिल पा रहा है।अगर अतिक्रमण करने वाले दोषी हैं तो उसे प्रश्रय देने वाले जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी भी समान रूप से दोषी हैं। बावजूद इसके सिर्फ अतिक्रमण करने वालों को ही सजा क्यों दी जाती है, यह अहम सवाल शहर में कौंध रहा है।बीएसपी प्रबंधन के इशारे पर टाउनशिप के विभिन्न सेक्टर के आवासों में अवैध रूप से निवास करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई हो रही है। लेकिन यह सवाल अहम है कि सेक्टर 2, 7, 5 व 6 के आवासों में अवैध कब्जा करने वालों पर किसके संरक्षण में बेदखली कार्रवाई थमी हुई है।ऐसे आवासों को बीएसपी नियम व शर्तों के तहत आबंटन करती है तो अतिरिक्त मुनाफा कमाया जा सकता है। हाल ही में मस्जिद रोड पर अवैध कब्जा हटाया गया। इन अवैध कब्जों को बरसों तक किसने संरक्षण दे रखा था। इसका पता लगाकर संरक्षणदाता पर भी कार्रवाई किया जाना चाहिए।किसके इशारे पर मिला बिजली कनेक्शन

टाउनशिप के सेक्टर 5 में नाले के किनारे कई झोपड पट्टी अवैध रूप से बने हुए हैं। इन झोपड़ पट्टियों में बाकायदा बिजली कनेक्शन दिया गया है। सवाल उठता है कि जब झोपड़ पट्टी अवैध है तो फिर किस अधिकारी के इशारे पर वहां रहने वालों को बिजली कनेक्शन मुहैया कराई गई है। यह मामला जांच का विषय होना चाहिए।जनप्रतिनिधियों की चुप्पी समझ से परे

बीएसपी और नगर निगम के अतिक्रमण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में रोजी रोटी के लिए सड़क किनारे व्यवसाय करने वालों पर गाज गिरी है। इनके द्वारा कोई अवैधानिक व्यवसाय नहीं किया जा रहा था। आज उनके समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। लेकिन इन सबके बावजूद छोटी छोटी बात पर बयानबाजी करने वाले शहर के जनप्रतिनिधियों की चुप्पी समझ से परे है।


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