दुर्ग 04 जुलाई 2022 :– रायपुर बिजली विभाग में असिस्टेंट इंजीनियर महिला की खुदकुशी के 20 दिन बाद पिता की शिकायत पर दुर्ग पुलिस ने दहेज हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। सीएसपी दुर्ग अभिषेक झा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, इसके •बाद आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जाएगी।
गौरतलब हो कि असिस्टेंट इंजीनियर शिल्पा चंद्राकर (31 वर्ष) ने दहेज प्रताड़ना से तंग आकर खुदकुशी की है, यह आरोप शिल्पा के पिता ने पुलिस को दिए बयान में लगाया था। उन्होंने कहा कि श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज जुनवानी में पदस्थ उनका दामाद डॉक्टर निखिल कौशिक और उसके परिजन उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। इससे तंग आकर उसने खुदकुशी की है। पद्मनाभपुर चौकी पुलिस ने आरोपी डॉक्टर पति, सास और डेढ़ सास के खिलाफ दहेज मृत्यु की धारा तहत मामला दर्ज किया है। पारिवारिक बयान में भी यह बात सामने आई कि पति डॉ. निखिल चंद्र कौशिक, सास चरण कौशिक और डेढ़ सास तोमेश्वरी पाटनकर उसे कम दहेज लाने के लिए प्रताड़ित करने लगे थे। वह लोग हमेशा उसे दहेज में कम सामान लाने की बात कहकर ताना मारते थे। बीएसपी कर्मी पिता ने बताया कि उनकी बेटी शिल्पा मड़वा पावर प्लांट चांपा में पदस्थ थी तो उसकी सास चरण कौशिक वहां जाती थी और उसे अलग-अलग तरह से प्रताड़ित करती थी। पंचशील नगर बोरसी दुर्ग निवासी डॉ. निखिल कौशिक से 27 फरवरी 2020 को पूरे रीति रिवाज के साथ शिल्पा का विवाह हुआ था। ससुराल जाने के कुछ दिन बाद से ही शिल्पा को दहेज के लिए पति, सास व अन्य लोग ताने देने लगे। वह लोग शिल्पा का पूरा वेतन अकाउंट में आते ही निकाल लेते थे। इस बीच शिल्पा ने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद भी ससुराल वालों के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। उनकी प्रताड़ना जारी रही। इससे तंग आकर उसने अपने घर में 14 जून को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।घटना दिवस शिल्पा ने डॉक्टर पति को लंच देकर विदा किया और अपने बेटे को दूध पिलाकर सुला दिया था। इसके बाद दूसरे कमरे में क फंदे में झूल गई। उसने अपनी जान देकर भी खुदकुशी का कारण सुसाइड नोट में नहीं लिखा। उसके पति और ससुराल वाले कानूनी कार्रवाई से बच जाएं इसके लिए उसने सुसाइड नोट में सिर्फ इतना लिखा था कि इट इज माय फाल्ट, एंड आई एम रिसपासिबल फार इट”