भिलाईनगर 12 जुलाई 2022:- जेवरा सिरसा स्थित सरकारी स्कूल के बच्चे आईआईटियन बनने जा रहे हैं। ईआईटी भिलाई की शिफ्टिंग के बीच जेवरा सिरसा स्थित सरकारी स्कूल को आईआईटी भिलाई गोद लेने जा रहा है। इसकी जानकारी मंगलवार को प्रेस कॉन्फेंस के दौरान आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर प्रो रजत मूना ने दी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि आईआईटी भिलाई की शिफ्टिंग का काम इस साल के अंत में यानी दिसंबर तक कर लिया जाएगा।बता दें 7 अगस्त 2016 को देश के 23 वें आईआईटी के रूप में भिलाई आईआईटी की घोषणा की गई। इसके बाद वर्ष 14 अगस्त 2018 को पीएम मोदी ने इसका शीलान्यास किया था। इसके बाद आईआईटी भिलाई का आस्थाई कैंपस रायपुर में संचालित किया जा रहा है। वर्तमान आईआईटी भिलाई के मेन कैंपस का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस वर्ष दिसंबर के अंतिम सप्ताह से ही आईआईटी भिलाई अपने शहर में संचालित होने लगेगा।आईआईटी भिलाई के संबंध में जानकारी देते हुए डायरेक्टर प्रो रजत मूना ने बताया कि कैंपस का 79 फीसदी कन्सट्रक्शन वर्क पूरा हो गया है। अक्टूबर में इसे पूरा किया जाना था लेकिन कुछ विलंब के कारण दिसंबर तक यहां क्लासेस लगना शुरू हो जाएंगे। प्रोफेसर मूना ने इस दौरान आईआईटी कैंपस में बनने वाले अलग अलग कन्सट्रक्शन की जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने एक बड़ी बात बताई और वह है जेवरा सिरसा के सरकारी स्कूल को गोद लेने की।केन्द्रीय विद्यालय की जगह सरकारी स्कूल को लेंगे गोद
प्रो रजत मूना ने बताया कि आमतौर पर जहां भी आईआईटी कैंपस बनता है वहां केन्द्रीय विद्यालय भी शुरू किया जाता है ताकि फेकेल्टीज के बच्चों की एजुकेशन हो सके। उन्होंने बताया कि आईआईटी भिलाई में केन्द्रीय विद्यालय की जगह पर छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूल को गोद लिया जाएगा। इस स्कूल में फेकेल्टीज के बच्चे भी पड़ेंगे। हमारी फेकेल्टीज इस स्कूल में बच्चों का पढ़ाएंगे।उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के इस सरकारी स्कूल में आईआईटी भिलाई सभी सुविधाएं मुहैय्या कराएगा। यहां फर्नीचर से लेकर क्लासरूम का स्ट्रक्चर भी बदला जाएगा। हमारे आईआईटी के शिक्षक वहां जा कर पढ़ाएंगे। बच्चों को बेहतर एजुकेशन देने का प्रयास किया जाएगा। स्कूल में गांव के बच्चों के साथ ही आईआईटी भिलाई के फेकेल्टीज के बच्चे भी पढ़ेंगे और कैंपस में होने के कारण इस स्कूल में बच्चों को आईआईटी का एनवायरमेंट मिलेगा।