भिलाई तीन 15 जुलाई 2022 :– नगर निगम भिलाई – चरोदा के तोड़फोड़ दस्ता ने आज एक बार फिर भिलाई-3 बाजार में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस दौरान चंदूलाल चंद्राकर व्यवसायिक परिसर में आबंटित दुकानों की सीमा से बाहर किए गए अवैध कब्जों को तोड़ा गया। इसके अलावा सब्जी मार्केट जाने वाली सड़क और सांस्कृतिक मंच के सामने पार्किंग के लिए चिन्हित जगह पर व्यवसायिक उद्देश्य से बनाए गए एक से अधिक पंडाल को भी निगम अमले ने ध्वस्त कर दिया।
लंबे समय के बाद नगर निगम ने भिलाई-3 बाजार को अतिक्रमण से मुक्त कराने आज अभियान चलाया। एक जेसीबी और तीन डम्फर वाहन के साथ पहुंचे निगम के तोड़फोड़ दस्ता ने सबसे पहले सांस्कृतिक मंच के सामने चारों ओर बांस बल्ली के सहारे व्यवसायिक उद्देश्य से बनाए गए पंडालों को तोड़ना प्रारंभ किया। इसी के साथ सड़क किनारे लकड़ी के तख्त रखकर दुकान सजाने वालों को भी खदेड़ा गया। फिर सब्जी मार्केट में आबंटित दुकानों की सीमा से बाहर किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई अंजाम दी गई। इस दौरान निगम आयुक्त कीर्तिमान सिंह राठौर, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अश्वनी चन्द्राकर, सहायक अभियंता डी. के. पाण्डेय, उप अभियंता विक्टर वर्मा, मुकेश रात्रे, मुकेश चंद्राकर, वैभव त्यागी सहित बीनू वर्मा, श्यामता साहू, सरोजनी यदु, अशोक शर्मा, शत्रुघ्न सिन्हा, दुष्यंत चतुर्वेदी,बलराम चेलक, शेखर साहू, सीता राम चौहान आदि उपस्थित थे। गौरतलब रहे कि भिलाई-3 बाजार में वैसे भी सड़कों की चौड़ाई काफी कम है। बावजूद इसके आबंटित दुकानदार अपनी सीमा से बाहर टेबल और ऊपर शीट वाली छत बनाकर व्यवसायिक उपयोग कर रहे थे। इस वजह से लोगों की आवाजाही बाधित हो रही थी।बाजार में ही सांस्कृतिक मंच बना हुआ है। इस मंच के सामने की खुली जगह को वाहन पार्किंग के लिए चिन्हित किया गया है। लेकिन इसके चारों ओर बांस बल्ली के सहारे पंडाल लगाकर व्यवसाय करने वालों के चलते न केवल आवाजाही बाधित हो रही थी बल्कि बाजार आने वालों को अपने दुपहिया वाहन रखने की जगह नहीं मिल पा रही थी। गुरुवार को कलेक्टर ने लिया था जायजा
कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने गुरुवार को ही भिलाई-3 बाजार का जायजा लिया था। इस दौरान उन्होंने पैदल चलते हुए चंदूलाल चंद्राकर व्यवसायिक परिसर के कोने कोने पर जाकर देखा। इसके बाद उन्होंने निगम अधिकारियों से कहा कि पार्किंग नहीं होने से बाजार के अस्त व्यस्त होने के साथ ही ट्रेफिक व्यवस्था बिगड़ती है। इसलिए बाजार के पास पार्किंग स्थल बनाने निगम को ध्यान देना चाहिए। बताते हैं कलेक्टर के वापस जाने के बाद निगम प्रशासन ने आनन फानन में बाजार के अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई को लेकर रुपरेखा तय किया और आज ही उसे अंजाम दिया है।