रायपुर 20 जुलाई 2022:- छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र के पहले दिन बुधवार को शून्यकाल में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत विभाग से इस्तीफे के मुद्दे पर हंगामा हो गया। विपक्ष ने इसे व्यवस्था का प्रश्न बताकर सरकार से जवाब मांगा गया। हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई को पहले 10 मिनट के लिए और बाद में गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया।शून्यकाल शुरू होते ही भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने व्यवस्था का प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा, प्रदेश में संविधानिक संकट की स्थिति बन गई है। मंत्री ने पत्र लिखकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सामूहिक उत्तरादायित्व के तहत उन आरोपों पर मुख्यमंत्री और दूसरे मंत्रियों का जवाब आना चाहिए।
मंत्री ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री के उपर साजिश करने का आरोप लगाया जो गंभीर है। भाजपा के दूसरे विधायकों ने इस पर सवाल उठाए। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा, एक मंत्री का मुख्यमंत्री को पत्र लिखना संवैधानिक संकट और व्यवस्था का प्रश्न नहीं होता। मंत्री का इस्तीफा स्वीकार करने की भी विधानसभा सचिवालय को कोई सूचना नहीं है।मंत्रियों के प्रोटोकाल का पालन नहीं
भाजपा विधायकों ने कहा, मंत्रियों के तय प्रोटोकाल का पालन नहीं हो रहा है। कोरोना काल में फैसलों के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली समिति अभी भी फैसले ले रही है। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सदन की कार्रवाई को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। कार्रवाई दोबारा शुरू हुई तो भाजपा विधायकों ने मुद्दा फिर से उठाया। इस बार कांग्रेस विधायक भी अपनी सीट पर खड़े हो गए और भाजपा के आरोपों का जवाब देने लगे। हंगामा के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।दिवंगत नेताओं को सदन ने दी श्रद्धांजलि
सदन ने दिवंगत पूर्व सांसद चक्रधारी सिंह और पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। 10 मिनट बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ। इसमें वन विभाग, ऊर्जा, नगरीय प्रशासन और खनिज विभाग से सवाल पूछे गए।