महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने महापौर नीरज पाल ने ली राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की बैठक, एसएसजी की महिलाओं के कार्यों में सक्रियता लाने सीओ, सीआरपी प्रतिदिन करें मानिटरिंग- महापौर

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भिलाई नगर 20 जुलाई 2022:- नगर पालिक निगम भिलाई के सभागार में आज महापौर नीरज पाल ने स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने तथा महिलाओं के कार्यों में सक्रियता लाने के लिए महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रभारी एमआईसी सदस्य मीरा बंजारे, नोडल अधिकारी प्रीति सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी फणींद्र बोस, समाज कल्याण विभाग के प्रभारी अधिकारी अजय शुक्ला, मिशन मैनेजर, सीओ, सीआरपी की महिलाएं बड़ी संख्या में मौजूद रही।महापौर नीरज पाल ने समीक्षा बैठक में कहा कि स्व सहायता के हर समूह की महिला को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनके कार्यों में सक्रियता लाने का कार्य करें, उन्होंने इसके लिए सीओ और सीआरपी को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा वर्तमान में किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई, प्रत्येक सीओ से उनके अधीन कार्य कर रहे स्व सहायता समूह की महिलाओं की संख्यात्मक जानकारी भी प्राप्त की गई।कौन सी महिला समूह एक्टिव होकर कार्य कर रही है और कौन सी महिलाएं समूह के अंतर्गत कार्य नहीं कर पा रही है इन सभी की विस्तृत समीक्षा बैठक में की गई। प्रत्येक महिला स्व सहायता समूह को मिलने वाले आवर्ती निधि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। आवर्ती निधि से प्राप्त लोन की राशि का वर्तमान में महिलाएं क्या उपयोग कर रही है और किस प्रकार से अपने आर्थिक उन्नति की ओर बढ़ रही है इन सभी की जानकारी ली गई। बैठक में कहा गया कि प्रत्येक महिला स्व सहायता समूह के कार्यों की मॉनिटरिंग आवश्यक है, उन्हें लोन से प्राप्त पैसों से आगे कैसे आर्थिक उन्नति की ओर ले जाया जा सकता है, किस प्रकार से व्यवसाय को बढ़ावा दिया जा सकता है इस पर विशेष रुप से ध्यान देने की आवश्यकता है। कई स्व सहायता समूह की महिलाएं अच्छा काम कर रही है परंतु कई स्व सहायता समूह अभी भी निष्क्रिय है ऐसे समूह को मोटिवेट कर उन्हें अच्छे कार्य जोड़ा जा सकता है। बैठक में अपर आयुक्त ने कहा कि हालांकि महिलाएं गौठान में अच्छा कार्य कर रही है, मछली पालन, मुर्गी पालन, अगरबत्ती व साबुन निर्माण, वर्मी कंपोस्ट बनाने, फिनाइल निर्माण, दोना पत्तल निर्माण जैसे कार्यों को कर रही है।ऐसे ही प्रत्येक महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को टीमवर्क से कार्य कर आर्थिक उन्नति की ओर बढ़ना होगा तथा आय का स्थायी जरिया ढूंढना होगा। आज की बैठक में पीएम स्व निधि पर भी विस्तृत चर्चा की गई, पथ विक्रेताओं को सर्वे के उपरांत आइडेंटी कार्ड दिया गया है तथा वेंडर्स को प्रमाण पत्र भी दिया जाना है इस पर भी आज समीक्षा हुई। आजीविका मिशन से जुड़े हुए तमाम योजनाओं की जानकारी महापौर ने ली। उन्होंने कहा कि स्व सहायता समूह की प्रत्येक सदस्य महिलाओं को रुचि लेकर कार्य करना होगा, निगम ने महिलाओं को आर्थिक उन्नति की राह में ले जाने के लिए बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध कराए हैं,महिलाएं अगर एकजुट होकर सक्रियता से कार्य करें तो आगे भी प्लेटफार्म की कमी नहीं है। आज कई महिला समूह लाखों रुपए आय अर्जित कर रही है, ऐसे समूहों से अन्य समूह को भी प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की समय-समय पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वर्तमान में नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत 3300 महिला स्व सहायता समूह रजिस्टर्ड है और भी महिला समूह बनाने का कार्य किया जा रहा है। ऐसे में हर महिला समूह को एक्टिव करने के लिए तथा उनके वर्क प्रोग्रेस बढ़ाने के लिए तथा नए रोजगार मूलक व्यापार, व्यवसाय बढ़ाने के लिएमहापौर ने आज अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश दिए। महापौर ने कहा कि समय-समय पर महिला स्व सहायता समूह की समीक्षा होती रहे। आज की बैठक में मिशन मैनेजर नलिनी तनेजा, एकता शर्मा, अमन पटले एवं शीबा तथा बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद रहे.


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