जगदगुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज का दुर्ग का कार्यक्रम स्थगित

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दुर्ग 21 जुलाई 2022:- जगदगुरु रामान्दाचार्य स्वामी श्री नरेंद्राचार्य जी महाराज दक्षिण पीठ के पीठाधीश्वर का शुक्रवार 22 जुलाई का दर्शन एवं समस्या मार्गदर्शन का कार्यक्रम रद्द किया गया है। यह कार्यक्रम कोलिहापूरी दुर्ग के 36 फोर्ट भवन में होना प्रस्तावित था। स्थानीय प्रशासन ने कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण मात्र 200 लोगों के लिए अनुमति प्रदान की थी जबकि कार्यक्रम में 3 से 4 हजार भक्तों के शामिल होने की संभावना थी। ऐसी स्थिति में कार्यक्रम करना सम्भव नही था।

जगदगुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज का आगमन छत्तीसगढ़ में कई बार हो चुका है और उनको राज्य शासन द्वारा हमेशा राजकीय अतिथि का दर्जा प्रदान किया जाता रहा है।जगदगुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज एक सदगुरु भी है। इनके कार्यक्रम की विशेषता यह है कि जहाँ पर कार्यक्रम किया जाता है वहाँ पर वे 1000 लोगों की समस्या सुनकर उस पर उन लोगों को रास्ता बताते है। बाकी भक्त एवं शिष्य उनके दर्शन करते है। पूरे छत्तीसगढ़ में कम से कम 5000 भक्त वर्ग है। पूरे भारत एवं विदेश में 8 लाख से अधिक रजिस्टर्ड भक्त है।

जगदगुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज कहते है कि आपकी दृष्टि विज्ञान वादी और मन अध्यात्मवादी होना चाहिए। संस्थान के 17 प्रकार के ऐप चलाये जा रहे है, जिसमें भक्तों के कल्याण की विभिन्न जानकारीयों का लाभ मिल रहा है। जगदगुरु की आधुनिकता का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि संस्थान के सभी विभाग पेपर लेस है।जगदगुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज रोज सुबह 6 से 7 बजे तक ऐप के जरिये विगत 2 वर्षों से अपने शिष्यों के लिए लाइव अध्यात्म ज्ञान की गंगा बरसा रहे है। इसके अलावा जगदगुरु की मासिक ऑडियो बुक आती है। ऐप के जरिये भारत में होने वाले संस्थान के कार्यक्रमों की झलक तुरंत दी जाती है। सभी सोशल मीडिया में संस्थान द्वारा जगदगुरु की जानकारी दी जा रही है।जगदगुरु नरेंद्राचार्य जी महाराज संस्थान विभिन्न लोक कल्याण के कार्य कर रहा है। मुख्य पीठ नानीज धाम जिला रत्नागिरी महाराष्ट्र में कालेज तक की शिक्षा, वेद पाठशाला में पुरोहितों को निःशुल्क पढ़ाया जा रहा है। निःशुल्क अस्पताल चल रहा है। विभिन्न लोक उपयोगी उपक्रम चलाये जा रहे है। पिछले वर्ष महाराष्ट्र में आई बाढ़ में भक्तों ने बहुत सेवा दी थी।पूरे भारत में 40 उपपीठ की स्थापना होने वाली है जिसमें छत्तीसगढ़ में भी उपपीठ की स्थापना होने वाली है।


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