भिलाई नगर 23 जुलाई 2022:- भिलाई श्रमिक सभा एचएमएस यूनियन का आज कोकोवन एवं आर एम पी 3 विभाग में जनसंपर्क किया गया तथा एचएमएस के पक्ष में मतदान की अपील की। जनसंपर्क के दौरान कुछ युवा साथियों के समूह ने कहा कि हम एचएमएस के पक्ष में मतदान क्यों करें, महासचिव प्रमोद कुमार मिश्र ने इसका जवाब देते हुए कहा कि इसके कारण तो बहुत हैं पर आप को संक्षेप में बिंदुवार हम आपको बताने का प्रयास करते हैं एचएमएस ही एक ऐसा बड़ा राष्ट्रीय श्रम संगठन है जो किसी भी राजनीतिक दल से संबंधित नहीं है राजनीतिक दल से संबंधित यूनियन को राजनीतिक दल का लाभ नहीं मिलता बल्कि राजनीतिक दल अपने फायदे के लिए यूनियन का इस्तेमाल करते हैं इसलिए रेल कोल भेल जैसे कई सार्वजनिक उपक्रमों की एचएमएस अग्रणी यूनियन है। राजनीतिक दल से संबंधित यूनियनों का लाभ कर्मचारियों को नहीं मिलता।ट्रेड यूनियन सेवा एवं संघर्ष का क्षेत्र है एचएमएस यूनियन के प्रयास से ही एनजेसीएस की स्थापना हुई एवं पहला एनजेसीएस एग्रीमेंट एचएमएस की देन हैअसीमित ग्रेज्यूटी एचएमएस यूनियन के प्रयास से ही हुआ है
स्थानीय स्तर पर सेवा के क्षेत्र में यूनियन ने कोविड-19 प्रभावित कर्मचारियों का बीएसपी हॉस्पिटल में इलाज प्रारंभ करवाया कोविड-19 से मृत कर्मचारियों के परिवारों को एक कर उनके लिए अनुकंपा नियुक्ति के लिए संघर्ष किया उन परिवारों के साथ सिर्फ एक यूनियन एचएमएस ही खड़ी रही तथा आज भी खड़ी है इसलिए आश्रित परिवार के सदस्य भी टाउनशिप में घर-घर जाकर यूनियन का प्रचार कर रहे हैं। एचएमएस यूनियन के संघर्ष का तो लंबा इतिहास है स्थानीय स्तर पर वेज रिवीजन के लिए जो संघर्ष एसएमएस ने किया उतना किसी यूनियन ने नहीं किया 30 जून 2021 को मुर्गा चौक पर एचएमएस यूनियन पर ही बर्बरता से लाठीचार्ज कराया गया जिन युवा कर्मचारियों ने आक्रोश में आकर टूलडाउन किया था उन्हें समझाने के लिए सिर्फ एक ही यूनियन सामने आई जिन कर्मचारियों पर एफ आई आर हुआ उनकी जमानत भी एचएमएस ने ही ली उनकी जांच में कोवर्कर एचएमएस के ही थे उन्हें आर्थिक मदद सिर्फ एचएमएस यूनियन ने ही दिया।कुछ कर्मचारियों ने पूछा कि आपकी यूनियन ने 26.5% पर पर हस्ताक्षर क्यों किया इसके जवाब में श्री हरिराम यादव ने कहा कि राजनीतिक दल से संबंधित यूनियने अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए या तो सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास करती हैं या प्रबंधन से मिलकर सांठगांठ करती हैं। कोयला संकट को देखते हुए जब सभी यूनियन ने 35% पर से 28% पर्क पर सहमति बना ली तथा 27% पर्क पर हस्ताक्षर करने को तैयार हुई, इसके पूर्व एक बड़ी राष्ट्रीय यूनियन प्रबंधन से सांठगांठ कर पहले ही 25% पर हस्ताक्षर करने को आमदा थी एचएमएस यूनियन के प्रयास से प्रबंधन 26.5 प्रतिशत पर्क पर तैयार हुई, जो 1.5% अतिरिक्त पर्क का लाभ मिला वह एच एम एस की देन है यह सत्य है कि दो यूनियन ने हस्ताक्षर नहीं किया इसका कारण भी स्पष्ट है एक यूनियन ने 5 वर्ष के लिए वेतन समझौता का बहाना बनाया लेकिन सब कमेटी में शामिल हो गई दूसरी यूनियन को राउरकेला स्टील प्लांट में मान्यता का चुनाव लड़ना था इसलिए साइन नहीं किया तथा सब कमेटी में भी शामिल नहीं हुई वह भिलाई स्टील प्लांट के मान्यता को चुनाव को देखते हुए एनजेसीएस में नए सिरे से 15-35 की मांग कर दी हमारी यूनियन दावा करती है कि भिलाई के चुनाव के पश्चात यह यूनियन भी सब कमेटी में शामिल हो जाएगी। राजनीतिक दलों से संबंधित यूनीयने चुनाव में धनबल-बाहुबल का भरपूर इस्तेमाल करती हैं कर्मचारियों को अपने पक्ष में करने के लिए जिन योजनाओं से यूनियन का कोई संबंध नहीं है उनका भी श्रेय लेने का प्रयास करती हैं उदाहरण के लिए सन 2018 की दुर्घटना में 14 कर्मचारियों की मृत्यु के पश्चात सेवा द्वारा 50 लाख का दुर्घटना बीमा कराने का निर्णय लिया, सेवा के ट्रस्ट में 5 अधिकारी एवं 10 कर्मचारी हैं मैं उस ट्रस्ट का उपसचिव हूं लेकिन कभी यूनियन को श्रेय देने का प्रयास नहीं किया चुनाव को देखते हुए एक यूनियन श्रेय लेने का प्रयास कर रही है।
आज के जनसंपर्क अभियान में हरिराम यादव, प्रमोद कुमार मिश्र, साजिद हुसैन खान, आदित्य माथुर, वी के सिंह, देव सिंह चौहान, ओम प्रकाश पासवान, सुधाकर गोंड, दिलीप कुमार, आदि उपस्थित थे।