भिलाई नगर 13 अगस्त 2022: सुपेला रेल्वे क्रासिंग पर अण्डर ब्रिज बनाया जाना शासन के द्वारा प्रस्तावित है। जिस पर आज गुरजीत सिंह, उप पुलिस अधीक्षक (यातायात)एवं निर्माण ऐजेंसी के द्वारा संयुक्त रूप से मौका मुआयना किया गया जिस पर राज्य शासन द्वारा 16 अगस्त 2022 के प्रातः 07.00 बजे से क्रासिंग के दोनो ओर बेरिकेटिंग कर रेल्वे क्रासिंग को हमेशा के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया है। जिसके पश्चात निर्माण ऐजेन्सी द्वारा कार्य प्रारंभ किया जावेगा। साथ ही निर्माण ऐजेंसी को बेरिकेटिंग स्थल पर उचित प्रकाश व्यवस्था एवं सूचनात्मक संकेत बोर्ड लगाने हेतु निर्देशित किया गया है।
हर दिन गुजरते हैं 1.5 लाख राहगीर
रायपुर रेल मंडल ने सुपेला रेलवे फाटक संख्या-442 (किलोमीटर 859/17-19) को अंडरब्रिज निर्माण करने के लिए 16 अगस्त 2022 से बंद करने का फैसला लिया है। अलसुबह से इसे बंद कर दिया जाएगा। यह टाउनशिप और पटरीपार के बीच का सबसे अहम रास्ता रहा है। यहां से हर दिन करीब 1.5 लाख लोग गुजरते हैं। रेलवे ट्रेनों की गति को बढ़ाने के लिए दुर्ग और रायपुर के बीच के रेलवे फाटक को एक-एक कर बंद करते जा रहा है। वहीं राहगीरों के लिए विकल्प कम होते जा रहे हैं।
दो लाइन का अंडरब्रिज
सुपेला रेलवे फाटक को बंद कर अंडरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। 5 मीटर की हाइट रहेगी, जिससे भारी वाहन भी निकल सके। इसे भी नेहरू नगर अंडरब्रिज की तरह दो लाइन वाला बनाया जाएगा। यह अंडरब्रिज जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा को घेरते हुए आगे की ओर बढ़ जाएगा। यह टाउनशिप की ओर दो मुंह वाला और सुपेला की ओर एक मुंह वाला होगा।
सीधा रास्ता होगा सुपेला की ओर
इस अंडरब्रिज का सुपेला की ओर सीधा रास्ता होगा। इसकी लंबाई करीब 230 मीटर होगी। वहीं टाउनशिप की ओर यह दुर्ग की ओर मुड़ेगा और सेक्टर-2 और मस्जिद की ओर टर्न लेगा। इसकी लंबाई करीब 160 मीटर की होगी। इस तरह से कुल लंबाई करीब 420 मीटर होगी।
माह में गुजरते हैं 40 लाख राहगीर
भिलाई की बसाहट इस तरह की है, कि शहर दो भाग में बंटा नजर आता है। एक हिस्से में टाउनशिप है, तो दूसरे में पटरीपार इलाका। टाउनशिप से पटरीपार आने जाने के लिए लोगों को आसान रास्ता सुपेला रेलवे फाटक का नजर आता है। टाउनशिप से अधिकतर वाहन चालक फोरलेन से राजधानी जाने के लिए भी इस मार्ग का ही इस्तेमाल करते हैं। माह में तकरीबन चालीस लाख लोग सुपेला के रेलवे फाटक से गुजरते हैं। यहां कुछ मिनट भी रेलवे फाटक बंद होता है, तो अफरा-तफरी जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है।
हर तीन मिनट पर आती है ट्रेन
सुपेला रेलवे फाटक से हर तीन मिनट में ट्रेन गुजरती है। इसकी वजह से अधिक से अधिक समय यह गेट बंद ही रहता है। अंडरब्रिज बन जाने से लोगों को राहत मिलेगी। यहां वे बिना ट्रेनों के गुजरने का इंतजार किए जा सकेंग
साल से अधिक समय तक होगी परेशानी
रेलवे फाटक पूरी रात बंद रहने से बीएसपी में ड्यूटी जाने वालों को दिक्कत होगी। पटरीपार से बड़ी संख्या में लोग हर दिन ड्यूटी करने इस मार्ग से होकर गुजरते हैं। इसी तरह से व्यापारी भी टाउनशिप के लिए इस रास्ते से ही जाते हैं। सुपेला और आकाश गंगा मार्केट के तमाम दुकानदारों की ग्राहकी पटरीपार और टाउनशिप से ही है। रेलवे फाटक बंद हो जाने से करीब 500 व्यापारियों का व्यापार प्रभावित होगा। जिसमें आटोमोबाइल, होटल, इलेक्ट्रॉनिक व दूसरे व्यापारी शामिल हैं।
क्या है विकल्प बारिश होते ही बंद हो जाते हैं तीनों अंडरब्रिज
तेज बारिश होते ही नेहरू नगर, अंडरब्रिज, प्रियदर्शनीय परिसर अंडरब्रिज और चंद्रा-मौर्या अंडरब्रिज पानी भर जाने से बंद हो जाता है। ऐसे में सुपेला रेलवे फाटक की ओर ट्रैफिक डायवर्ड कर दिया जाता है। तब ट्रैफिक का दबाव यहां इतना बढ़ जाता है कि ट्रेन को पास करने के लिए रेलवे फाटक बंद करना मुश्किल हो जाता है और यातायात पुलिस को बुलाना पड़ता है।
अडरब्रिज बंद होने पर कहां से जाएंगे लोग
अब सवाल उठ रहा है कि बारिश होने से तीनों अंडरब्रिज बंद हो जाएंगे। तब सुपेला रेलवे फाटक बंद रहने से लोग कहां से पटरीपार और टाउनशिप की ओर आना-जाना कर सकेंगे। लोगों के पास दो ही रास्ता रह जाएगा या तो उनको पावर हाउस फ्लाईओवर या नेहरू नगर फ्लाईओवर का सहारा लेना होगा।
विकल्प के तौर पर है दो-दो अंडरब्रिज
गुरजीत सिंह, डीएसपी, ट्रैफिक, भिलाई ने बताया कि सुपेला रेलवे अंडरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है। इस वजह से प्रशासन ने निर्णय लिया है कि इस फाटक को 16 अगस्त 2022 की सुबह से बंद कर दिया जाएगा। विकल्प के तौर पर राहगीरों के लिए प्रियदर्शनी परिसर और चंद्रा-मौर्या अंडरब्रिज है।