भिलाई नगर 6 अगस्त 2023 :-:पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ कुमार सिन्हा के द्वारा लंबे समय से फरार वारंटियो की गिरफ्तारी हेतु कॉबिंग गश्त कर चलाया अभियान। कुल 18 घंटे से लगातार की गई कवायद में कुल 268 वारंट की तामिल कराई गई। दुर्ग जिले में रात भर चला कॉबिंग गश्त। इस अभियान में कुल 25 टीम बनाकर जिसमे राजपत्रित अधिकारी , 17 थाना प्रभारी सहित 100 से अधिक जवान अभियान में थे शामिल। इस अभियान के साथ ही साथ जिले के समस्त बारों में एक साथ टीम के द्वारा की गई चेकिंग।
25 टीमों के द्वारा एक ही समय पर शहर के समस्त बारों में छापा पड़ने पर बार संचालकों में मचा हड़कंप। शहर के अधिकारियों के पास घनघनाते रहे फोन, नहीं काम आया कोई बचने का नुस्खा।
जिला दुर्ग में लगातार 2 बार से वारंटो की तामिली में थाना सुपेला रहा अव्वल, कुल 45 वारंटों की तामिली की गई। निगरानी गुंडा बदमाशों को भी रात में सकुनत में सरप्राइज चेकिंग कर, दी गई हिदायत।
पुलिस अधीक्षक दुर्ग शलभ सिन्हा के द्वारा समस्त राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना/चौकी प्रभारियों की मीटिंग पुलिस कंट्रोल रूम भिलाई में लेकर फरार वारंटीओं को गिरफ्तार करने निर्देश दिए गए थे, अनंत साहू अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, दुर्ग के मार्गदर्शन में 05
अगस्त के 9 बजे से कांबिंग गश्त कराया गया था, जिसके बाद जिला दुर्ग के समस्त थाना एवम चौकी प्रभारी के द्वारा रात 9 बजे से चलाए गए अभियान में कुल 268 वारंटो की तामिल कराई गई।
दुर्ग पुलिस के द्वारा आरोपियों के वारंटों की तामील कराने कांबिंग गश्त की। इस गश्त के दौरान राजपत्रित अधिकारी , 17 थाना प्रभारी सहित 100 से अधिक पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे। कांबिंग गश्त में पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा रात 9 बजे से लगातार बिना सोए, बरसते पानी में वारंटियों द्वारा पैदा किए गए व्यवधान से भी जूझते हुए लंबे समय से फरार वारंटीयो को पकड़ने में सफलता मिली। इसके अलावा गुंडा बदमाश को चेक किया गया।
शहर के सभी थानों में वारंट के लंबित मामले बढ़ने, आरोपित के फरार होने व वारंट तामीली नहीं होने से न्यायालय मे प्रकरण लंबित थे। वारंट की तामीली होने से पीड़ितों को न्याय मिल सकेगा। दुर्ग पुलिस के द्वारा कल 18 घंटे से लगातार चल रही इस कवायद में कल 25 टीम बनाकर जिले के नामचीन बारों में एक साथ चेकिंग कार्यवाही भी की गई थी,
जिससे बार संचालकों में हड़कंप मचा हुआ था एवं कई वारंटी भी पकड़े गए थे। शहर के दबंगों का अधिकारियों के पास लगातार फोन आ रहे थे, किंतु किसी की भी सिफारिश नहीं चली । इसके अलावा निगरानी बदमाश, गुंडा बदमाशों की भी रात में सकुनत में सरप्राइस चेकिंग की गई और उन्हें किसी भी अपराध में शामिल ना होने की हिदायत दी गई।