कबीरधाम 19 सितंबर 2024:- कबीर धाम में हिंसा के आरोपी की जेल में मौत के बाद आईपीएस अफसर विकास कुमार को सरकार ने सस्पेंड कर दिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ये कार्रवाई की गई है. 2020 बैच के आईपीएस अधिकारी विकास कुमार को बुधवार की देर रात कवर्धा विधायक व डिप्टी सीएम गृह मंत्री विजय शर्मा ने सस्पेंड कर दिया। आईपीएस अधिकारी विकास कुमार कबीरधाम जिले में बीते 7 माह से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पर थे। इन्हे रेंगाखार थाना क्षेत्र लोहारीडीह कांड के मामले में सस्पेंड किया गया है।
दरअसल, बीते रविवार को लोहारीडीह गांव में हुए हत्याकांड व आगजनी के एक आरोपी की बुधवार को कवर्धा के जेल में संदिग्ध मौत हो गई थी। इस आरोपी को कवर्धा के जिला जेल में रखा गया था। आरोपी की सुबह तबीयत बिगड़ने के बाद जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में आने से पहले इसकी मौत हो गई थी। मृतक का नाम प्रशांत साहू उम्र 27 निवासी ग्राम लोहारीडीह है। मृतक का जिला अस्पताल में पीएम कराया गया। परिजनों का आरोप था कि पुलिस ने मृतक के साथ मारपीट की थी, जिसके कारण उसकी मौत हुई है।
लोहारीडीह की घटना में शामिल आरोपी प्रशांत साहू की जेल में मौत के मामले में सरकार ने देर रात बड़ी कार्रवाई की है. मामले में एडिशनल ASP (IPS) विकास कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है.
बीती रात परिजनों से मिलने पहुंचे गृहमंत्री और उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि परिजनों और गांव वालों ने पुलिस के बड़े अधिकारियों पर पिटाई का आरोप लगाया था. इस पर कार्रवाई करते हुए आईपीएस विकास कुमार को निलंबित किया गया है. इसके अलावा मृतकों के परिजनों के लिए सरकार ने 10 लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया गया है. इसके अलावा जब तक माहौल शांत नहीं हो जाता परिजनों की देखभाल भी सरकार की जिम्मेदारी होगी.
गृहमंत्री ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम कर दिया गया है. इसके अलावा बिसरा जांच के लिए भी भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि जांच में यदि कोई बात आती है तो उस पर आगे और कार्रवाई की जाएगी.
सरकार ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की भी घोषणा की है. विजय शर्मा ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
डीजी भी पहुंचे जेल
इधर डीजी जेल हिमांशु गुप्ता ने जेल का निरीक्षण कर जेल में बंद आरोपियों से बातचीत की. कई लोगों के साथ पुलिस की मारपीट की बात सामने आई है. गृह मंत्री विजय शर्मा ने भी माना है कि ग्रामीणों के साथ पुलिस ने मारपीट की थी.