बीएसपी की प्रदर्शन सुधार कार्यशाला संपन्न, सिलिका रिडक्शन प्लांट की उत्पादकता वृद्धि हेतु कार्ययोजना निर्धारित

भिलाई नगर 08 मई 2025:- -भिलाई इस्पात संयंत्र के सिलिका रिडक्शन प्लांट की उत्पादकता और विश्वसनीयता बढ़ाने हेतु आयोजित दो दिवसीय प्रदर्शन सुधार कार्यशाला का सफल समापन भिलाई निवास में हुआ। कार्यशाला के दौरान तकनीकी सत्रों और उच्चस्तरीय चर्चाओं के माध्यम से संचालन प्रणाली को बेहतर बनाने और उत्पाद गुणवत्ता को बढ़ाने पर विशेष बल दिया गया।

कार्यशाला के अंतिम दिन की शुरुआत “दल्लीराजहरा सीएसडब्ल्यू प्लांट और सिलिका रिडक्शन प्लांट का एकीकरण: गुणवत्ता एवं मात्रा के परिप्रेक्ष्य में” विषय पर पैनल चर्चा के साथ हुई। इस सत्र की अध्यक्षता कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) श्री एस. मुखोपाध्याय ने की तथा कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बिपिन कुमार गिरि सह-अध्यक्ष रहे। महाप्रबंधक (माइन्स–परियोजनाएं) श्री एस. मनोज कुमार ने सत्र का संचालन किया।

पैनल में शामिल प्रतिनिधियों तथा सेंटर फॉर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (सीईटी), एनएमडीसी, इंस्टीट्यूट ऑफ मिनरल्स एंड मटेरियल्स टेक्नोलॉजी (आईएमएमटी), बीएसपी माइंस, और आरडीसीआईएस के प्रतिभागियों ने विषय पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। चर्चाओं के उपरांत मेट्सो, एरीज़, वेस्टेक, वियर मिनरल्स तथा आईओसी–राजहरा सहित विभिन्न हितधारक संगठनों द्वारा महत्वपूर्ण अनुशंसाएं प्रस्तुत की गईं।
इसके पश्चात “सिलिका रिडक्शन प्लांट का अनुकूलन” विषय पर एक सघन विचार मंथन सत्र आयोजित हुआ, जिसमें फीड पंप, हाई-फ्रीक्वेंसी स्क्रीन, डीस्लाइमिंग हाइड्रोसाइक्लोन, डब्ल्यूएचआईएमएस, टेलिंग व कंसन्ट्रेट थिकनर तथा फिल्टर प्रेस यूनिट्स जैसे प्रमुख घटकों की दक्षता सुधारने हेतु तकनीकी समाधान तलाशे गए। इस सत्र में विशेषज्ञों ने अत्यंत सक्रिय भूमिका निभाई।

अगले सत्रों में “रखरखाव पद्धतियों में सुधार एवं लाइफ साइकिल कॉस्ट का प्रबंधन” और “विक्रेता पक्ष – वार्षिक मेंटेनेंस कांट्रेक्ट एवं रेट कांट्रेक्ट” जैसे विषयों पर चर्चा की गई। इन सत्रों की अध्यक्षता कार्यपालक निदेशक (संकार्य) श्री राकेश कुमार ने की, जबकि सह-अध्यक्ष कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी.के. गिरि रहे। चर्चा सत्र का संचालन महाप्रबंधक (माइंस – सिलिका रिडक्शन प्लांट) श्री सुकांतो मंडल ने किया। इन चर्चाओं में सीईटी, आरडीसीआईएस, आईएमएमटी और बीएसपी माइंस के विशेषज्ञों ने सक्रिय भागीदारी की और अनुरक्षण रणनीतियों को सुदृढ़ करने हेतु सुझाव दिए।
कार्यशाला का समापन महाप्रबंधक (माइंस–प्रोजेक्ट्स) श्री एस. मनोज कुमार द्वारा प्रस्तुत कार्यशाला सारांश के साथ हुआ। उन्होंने इस अवसर पर कार्यशाला में प्राप्त ठोस सुझावों एवं कार्यान्वयन योग्य अनुशंसाओं को रेखांकित करते हुए कहा कि यदि इन्हें समयबद्ध तरीके से लागू किया जाए, तो सिलिका रिडक्शन प्लांट की कार्यदक्षता में उल्लेखनीय सुधार होगा और भिलाई इस्पात संयंत्र को कम सिलिका युक्त लौह अयस्क की सतत आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी, जिससे ब्लास्ट फर्नेस की उत्पादकता भी बढ़ेगी।

समापन सत्र में कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन ) श्री अजय कुमार चक्रवर्ती, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) श्री पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) श्री बी.के. गिरि, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री राकेश कुमार, तथा कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (रावघाट) श्री अरुण कुमार उपस्थित थे एवं उन्होंने सभा को संबोधित किया। सभी अधिकारियों ने लघु एवं दीर्घकालिक सुझावों पर शीघ्र अमल करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि संचालनात्मक दक्षता में वास्तविक सुधार सुनिश्चित किया जा सके।