भिलाई नगर 01 अक्टूबर 2024:- अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठजन दिवस प्रतिवर्ष 01 अक्टूबर को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठजन दिवस के अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा, 01 अक्टूबर को बीएसपी के जवाहर लाल नेहरु चिकित्सालय एवं अनुसन्धान केंद्र में वरिष्ठजन दिवस का आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ जन दिवस के अवसर पर, बीएसपी के मुख्य चिकित्सालय में वरिष्ठ नागरिकों की सहायता हेतु “हेल्पलाइन काउंटर/डेस्क” का शुभारंभ सेल-बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम निदेशक प्रभारी (सेल-बीएसपी) अनिर्बान दासगुप्ता के साथ संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (सामग्री प्रबंधन) अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (माइंस) बी के गिरी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ, मुख्य महाप्रबंधक (रावघाट) अरुण कुमार उपस्थित थे।
इस दौरान कार्यक्रम में, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ विनीता द्विवेदी, मुख्य महाप्रबन्धक (टीएसडी एवं सीएसआर) उत्पल दत्ता और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ सौरभ मुखर्जी, सेफी चेयरमेन व ओए के अध्यक्ष एन के बंछोर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे। साथ ही मेसर्स सुलभ इंटरनेशनल की ओर से उपाध्यक्ष श्रीमती सोनम मिश्रा भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थी।
वर्तमान समय में भिलाई एवं आसपास के क्षेत्रों में पारंपरिक संयुक्त परिवार प्रणाली और पारिवारिक सहायता प्रणालियों के कम होने के साथ ही एकल परिवारों की संख्या बढती जा रही है। एकल परिवारों की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण बुजुर्गों को कई स्थानों पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बीएसपी के मुख्य चिकित्सालय में बुजुर्गों की इन्ही कठिनाइयों को दूर करने के लिए और उनकी सहायता हेतु “हेल्पलाइन काउंटर/डेस्क” का शुभारंभ किया गया है।
इस समझौते की परिकल्पना उन बुजुर्ग लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए की गई है जो बुढ़ापे के कारण अशक्त हैं और अस्पताल (जेएलएनएच एंड आरसी भिलाई स्टील प्लांट) में अपनी बीमारियों के लिए परामर्श लेने के दौरान छोटी-छोटी आवश्यकताओं में कठिनाइयों का सामना करते हैं। अस्पताल में आने वाले कुल दैनिक रोगियों में से एक बड़ा प्रतिशत बुजुर्ग रोगियों का हैं। ओपीडी के साथ-साथ कैजुअल्टी विभाग में इन बुजुर्गों को निर्धारित स्थानों तक पहुँचने के लिए अस्पताल परिसर में समय पर मदद, मार्गदर्शन और सहायता की आवश्यकता होती है।