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आयोजन

डाइटरी क्लब द्वारा श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में सुपोषण पर एक दिवसीय कार्यशाला

श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में हार्ट टू हार्ट फाउंडेशन हेल्दी वेल्थी इंडिया मिशन के द्वारा सुपोषण पर एक दिवसीय

कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में श्रीमती तनुश्री बनर्जी एवं मिस कविता सिंह, वेलनेस एक्सपर्ट

जवाहर नवोदय विद्यालय थी जिसमें तनुश्री मैडम मैं अपने व्याख्यान में कहा कि आयुर्वेदिक और एलोपैथी के बारे में

सभी जानते हैं लेकिन वेलोपैथी के बारे में बहुत कम जानते हैं उन्होंने अपने व्याख्यान में यह बताते हुए कहा कि वेलोपैथी

मतलब वैलनेस । वेलोपैथी पर फोकस करते हुए वैलनेस का मंत्र बताया कि Earn कैसे करते हैं शरीर का । E-मतलब

एक्सरसाइज, A-मतलब एटीट्यू. R -मतलब रेस्ट, N-मतलब न्यूट्रिशन । यह सब आपस में मिलकर एक संगठन बनाते हैं

और यह संगठन हमारे शरीर का अंग को काम करने का आदेश देकर उन्हें स्वस्थ रखते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे

लाइफस्टाइल के परिवर्तन के तीन मुख्य कारण है ब्लॉकर्स, ऑक्सिडेंट और कोलेस्ट्रॉल इन सब को सुचारू रूप से कार्य

करने के लिए सप्लीमेंट की जरूरत पड़ती है जो हमारे तनाव को भी काम करता है इसलिए कहा जाता है “हेल्थ इस

वेल्थ”। हमारे आहार में ऐसे फूड शामिल होने चाहिए जो सही मात्रा में पोषक तत्वों की आपूर्ति कर सके। इस तरह के

आहार को संतुलित आहार कहा जाता है। ऊर्जा, ऊतकों के रखरखाव और शारीरिक क्रियाओं के लिए हर व्यक्ति को 6

पोषक तत्वों की जरूरत होती है। जिसमें प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, पानी और खनिज शामिल है शरीर के

पोषण लिए प्रोटीन एक बहुत जरूरी न्यूट्रिएंट्स है जिसका सेवन हर किसी को करना चाहिए। हमारे शरीर की अच्छे तरह

काम करने के लिए, मांसपेशियों के निर्माण तथा हमारे शरीर की कोशिकाओं को बनाने और सुधारने के लिए प्रोटीन

अत्यंत जरूरी है। साथ में प्रोटीन हमारे शरीर की ऊर्जा का स्रोत भी है। प्रोटीन के समृद्ध स्रोत में दूध, ओमेगा 3, दाल,

अंडा, मछली, मीट और बीन्स शामिल है। पानी को भी हम न्यूट्रिशन में शामिल करते हैं। शरीर का लगभग 60 प्रतिशत

हिस्सा पानी से बना है। यह पर्याप्त एच2ओ पीने से शरीर में तरल संतुलन को बनाए रखने में सहायता मिलती है, जो

शरीर में पोषक तत्वों के परिवहन में मदद करता है, शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और भोजन को पचाने में

सहायता करता है। इसलिए कभी अपने शरीर में पानी की कमी न होने दें।

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्चना झा ने कहा कि सन्तुलित भोजन शरीर में रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाता है। शरीर

को डिटॉक्स करने की अद्भुत क्षमता होती है। यह हमारी सांस नलिकाओं, फेफडों, पेट और आंतों की सफाई करता है।

का

एंटीऑक्सीडेंट होने की वजह से यह शरीर की कोशिकाओं की सुरक्षा भी करता है। और डीन एकेडमिक्स जे दुर्गा प्रसाद राव सर ने कहा कि भोजन को संतुलित मात्रा में किया जाए तो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज नियंत्रित करने में भी इसकी अहम भूमिका होती है।

इस कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. के जे मंडल, डॉ. सोनिया बजाज और मिस रचना तिवारी के मार्गदर्शन पर किया गया। जिसने महाविद्यालय की समस्त शैक्षणिक तथा अशैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित थे


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