भिलाई नगर 14 सितंबर 2024:- पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम की यौमे पैदाइश पर जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जश्न शहर में शुरू हो चुका है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में अंजुमनों की ओर से कुरआन ख्वानी व दरुद ख्वानी का सिलसिला चल रहा है।
वहीं 16 सितंबर को शहर में जुलूसे मुहम्मदी निकलेगा। इसके साथ ही परचमे इस्लाम फहराया जाएगा और आलिमे दीन की तकरीर होगी। जश्ने ईद मिलादुन्नबी को देखते हुए शहर में तमाम मस्जिदों-मदरसों में खास तौर पर रोशनी की गई है।
कैंप-1 से निकलेगा जुलूस, सेक्टर-6 में परचम कुशाई
भिलाई नगर मस्जिद ट्रस्ट के सदर मिर्जा आसिम बेग ने बताया कि कि जुलूसे मुहम्मदी का आगाज़ 16 सितंबर को दोपहर 2:00 बजे गौसिया मस्जिद केम्प-1 से होगा। जुलूस की कयादत मेहमान-ए-खुसूसी शहजादे आला हजरत अल्लामा तौसीफ रज़ा खान किबला बरेली शरीफ करेंगें। जुलूस लिंक रोड से होता हुआ केम्प-2 रज़ा जामा मस्जिद दोपहर 2:45 बजे तक पहुंचेगा।
वहां से मदरसा रोड से शीतला कॉम्पलेक्स से नंदिनी रोड फिर ओवर ब्रिज से पार कर शाम 4:00 बजे मुर्गा चौक पहुंचेगा। जहां पर हाउसिंग बोर्ड, खुर्सीपार, जोन-1/2 व जोन-3 से आने वाली अन्जुमने भी शामिल होंगी।। फिर पं. रविशंकर शुक्ल मार्ग (सेंट्रल एवेन्यू) से सेक्टर-5 चौक होते हुए शाम 5:45 बजे सेक्टर-6, जामा मस्जिद के ईदगाह मैदान में शाम 6:00 बजे पहुंचेगा। यहां परचमे इस्लाम फहराया जाएगा। इसके बाद मग़रिब की नमाज होगी और शाम 6:30 बजे से तकरीरी प्रोग्राम शुरु होगा।
सेक्टर-7 में हुई दरुद ख्वानी, नात ख्वानी
और जुलूस सहित होंगे कई अन्य आयोजन
सेक्टर-7 में जश्ने ईद मिलादुन्नबी के सिलसिले में आयोजनों की शुरुआत शनिवार की शाम हाजी सैयद अनवर अली के क्वार्टर नंबर 6 बी, स्ट्रीट-19 में दरूद ख्वानी से हुई। यहां रविवार 15 सितंबर को बाद नमाज मगरिब नात ख्वानी होगी। इसके बाद सोमवार 16 सितंबर को सुबह 8 बजे हाजी अनवर के घर से जुलूस ए मुहम्मदी निकलेगा जो सेक्टर-7 मार्केट से विभिन्न स्ट्रीट से गुजरते हुए वापस मदरसा पहुंचेगा उसके बाद यहां परचम कुशाई की रस्म अदा की जाएगी।यहां अल मदद वेलफेयर सोसाइटी की ओर से बेहतर परीक्षा परिणाम लाने वाले बच्चों की हौसला अफजाई के लिए उन्हें इनाम बांटे जाएंगे। वहीं मदरसों के बच्चों का इस्तकबाल किया जाएगा।
भिलाई-तीन मस्जिद-मजार में 8 सितंबर से जारी
है सिलसिला, 15 को रक्तदान और सम्मान
सैयय्दी सुन्नी जामा मस्जिद मजार कमेटी भिलाई-3 की ओर से जश्ने ईद मिलादुन्नबी पर 8 सितंबर से 17 सितंबर तक आयोजन हो रहे हैं। यहां सितंबर से 13 सितंबर तक स्वास्थ्य शिविर लगाया गया, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों ने हजारों लोगों को नि:शुल्क उपचार उपलब्ध कराया। वहीं जरूरी पैथोलॉजिकल जांच भी निशुल्क की गई।
12 सितंबर को मौलाना शोएब रज़ा आसवी साहब की तकरीर,13 सितंबर को औरतों की मिलाद शरीफ और 14 शनिवार को सितंबर को इस्लामिक क्विज कांटेस्ट रखी गई 15 सितंबर रविवार को सुबह रक्तदान शिविर ओर शाम को सम्मान समारोह आयोजित किया गया है।यहां 16 सितंबर को सुबह फज्र की नमाज के बाद परचम कुशाई होगी। वहीं 17 सितंबर को आम लंगर रखा गया है।
हजरत मुहम्मद की जिंदगी अपनाएं लोग:मुफ्ती सालिम
ईद मिलाद-उन-नबी के सिलसिले में मदरसा जामिया अरबिया पावर हाउस कैंप-2 में मुफ्ती सालिम ने लोगों से हज़रत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम वाली पाकीजा जिंदगी अपनाने की अपील की है। 13 सितंबर को नमाजे जुमा के दौरान उन्होंने कहा कि हमारे रसूल हज़रत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम जिस वक्त दुनिया में आए और आपको नबूवत अता की गई वह दुनिया का सबसे खराब दौर था।
जुल्म और सितम व ना इंसाफी आम थी।
लोग खुलेआम नाफरमानी करते और अल्लाह को भूल बैठे थे। जब हुजूर तशरीफ लाए तो कुरान की तालीम के जरिए को लोगों को एक अल्लाह की इबादत के साथ इंसानियत के पैगाम को आम किया और अल्लाह के बताए गए पैगाम के जरिए दुनिया में इंसाफ को आम किया। उन्होंने इंसानों की कदर करना सिखाया लोगों का भूखे लोग को खाना खिलाने,प्यासे लोगों के लिए पानी पिलाने,नाहक खून बहाने से रोका औरतों को इज्जत दी और गुलामी प्रथा समाप्त कराई।
मुफ्ती सालिम ने कहा कि पैगम्बर मुहम्मद ने लोगों को जिंदगी के मकसद को बताया टूटे हुए रिश्तों को जोड़ना सिखाया। उन्होंने कहा कि आप सल्लाहु अलैहिसल्लम की जिंदगी गुजारने के बताए रास्ते पर चलने से दुनिया में अमन व सुकून कायम कर सकते हैं।