भिलाईनगर 4 मार्च 2024 :- सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग द्वारा 53वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का आयोजन 04 मार्च 2024 को महात्मा गांधी कला मंदिर में “ईएसजी उत्कृष्टता के लिए नेतृत्व पर ध्यान” विषय पर हर्षोल्लास के साथ किया गया।
समारोह का उद्घाटन उप निदेशक (औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, दुर्ग) श्री आशुतोष पांडे ने कार्यपालक निदेषक (वक्र्स) श्री अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेषक (प्रोजेक्ट्स) श्री एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेषक (माइन्स) श्री बी के गिरि, मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (एम एंड एचएस) डॉ रवींद्रनाथ एम, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) श्री तापस दासगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (सेवाएं) श्री पी के सरकार, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) श्री असित साहा, मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवा) श्री प्रवीण राय भल्ला तथा मुख्य महाप्रबंधक प्रभारीगण, मुख्य महाप्रबंधकगण, महाप्रबंधकगण, ओए और यूनियन प्रतिनिधियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों सहित संयंत्रकर्मी तथा बड़ी संख्या में पुरस्कार विजेता उपस्थित थे।
विभिन्न सुरक्षा गतिविधियों के लिए सम्मानित और विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत विजेताओं को बधाई देते हुए, उप निदेशक (औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा, दुर्ग) श्री आशुतोष पाण्डेय ने संयंत्र बिरादरी को कार्यस्थल और जीवन के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री पाण्डेय ने कहा कि सभी विभागों और कर्मचारियों के बीच अच्छा समन्वय और सहयोग दुर्घटना मुक्त उत्पादन प्राप्त करने की कुंजी है।
कार्यपालक निदेषक (वक्र्स) श्री अंजनी कुमार ने अपने संबोधन में सुरक्षा के महत्व पर प्रकाष डाला और विभागों को अपने विभागीय सुरक्षा जागरूकता सप्ताह और सुरक्षा माह 2024 के तहत विभिन्न सुरक्षा जागरूकता गतिविधियों और प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा इस 53वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर, मैं सभी से अपील करता हूं कि संयंत्र और अपने घरों में हमेशा सुरक्षित और व्यवस्थित काम करने की भावना बनाए रखने और अपने सहकर्मियों, दोस्तों और परिवार के सदस्यों को अपने जीवन और कार्य में सुरक्षा उपायों का पालन करने के लिए प्रेरित करते रहें।
प्रारंभ में श्री प्रवीण राय भल्ला ने अतिथियों का स्वागत किया और सुरक्षा गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और पूरे भिलाई बिरादरी से ‘जीरो हार्म’ के लक्ष्य को प्राप्त करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों द्वारा विद्युत सुरक्षा मानक पुस्तिका के हिंदी संस्करण तथा सुरक्षा मानकों पर आधारित एक काव्य संग्रह का विमोचन किया गया।
सुरक्षा कैलेंडर और पोस्टर डिजाइन, सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने के लिए सुरक्षा अनुकरणीय पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ जेडएसओ और डीएसओ पुरस्कार, नियर-मिस रिपोर्टिंग पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ सेफ्टी वाॅरियर पुरस्कार आदि सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं और श्रेणियों में विभागों व संयंत्रकर्मियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।
उल्लेखनीय है कि सुरक्षा का पालन करते हुए अब तक की सबसे लंबी 42-दिवसीय कैपिटल रिपेयर को पूरा करने के लिए संयंत्र के प्लेट मिल विभाग को विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विभिन्न विभागों को सबसे लंबे दुर्घटना-मुक्त कार्य दिवस, बेस्ट एक्सीडेंट रिडक्षन एंड सस्टेनेंस अवार्ड, सर्वश्रेष्ठ हाउसकीपिंग पुरस्कार और क्रॉस-फंक्शनल टीमों को पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ‘गब्बर की पाठशाला’ नामक एक रोचक नाटक और सुरक्षा गीतों का भी मंचन किया गया।
महाप्रबंधक (एसईडी) डॉ ए आर सोनटके और सहायक महाप्रबंधक (एसईडी) श्री शोवन घोष द्वारा पुरस्कृत संयंत्र कर्मचारियों और संविदा श्रमिकों के प्रदर्शन को रेखांकित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में श्री शोवन घोष ने सुरक्षा शपथ दिलाई।
सहायक प्रबंधक (एसईडी) श्री. जी गौतमन, और श्री. सुमित कुमार, ने कार्यक्रम का संचालन किया, तथा महाप्रबंधक प्रभारी (एसईडी) श्री. एसके अग्रवाल, ने धन्यवाद ज्ञापित किया। 53वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस समारोह का समापन राष्ट्रगान के सामूहिक गायन के साथ हुआ।