भिलाई सीए ब्रांच द्वारा दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस ‘उन्नयन’ का शुभारंभ….

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भिलाई सीए ब्रांच द्वारा दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस ‘उन्नयन’ का शुभारंभ

भिलाई नगर 17 मई 2025:-  भिलाई सीए ब्रांच द्वारा दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस ‘उन्नयन’ का शुभारंभ आज सीए भवन सिविक सेंटर में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीआईएसडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल उपस्थित रहे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में स्पंज उद्योग के प्रदेश अध्यक्ष मनीष मंडल एवं इनकम टैक्स अपीलेट ट्रिब्यूनल ITAT के सदस्य अरुण खोड़पिया उपस्थित रहे। कांफ्रेंस के प्रथम दिवस आज देश के विशेषज्ञ वक्ताओं द्वारा जीएसटी, कॉर्पोरेट कंपनियों की रिपोर्टिंग सहित छोटे व्यवसायों और गैर-कार्पोरेट संगठनों के वित्तीय विवरण संबंधी महत्वपूर्ण विषयो की जानकारी दी गई।

कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्जवलन कर दी गई। तत्पश्चात सीए आंचल कपूर ने जीएसटी से जुड़े नोटिस और अपील की प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जीएसटी नोटिस प्राप्त होने की स्थिति में टैक्सपेयर्स को किस प्रकार सतर्क और विधिसम्मत तरीके से प्रतिक्रिया देनी चाहिए। उन्होंने अपील दायर करने की सही प्रक्रिया, समय-सीमा, आवश्यक दस्तावेज और तकनीकी बिंदुओं पर गहराई से प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी समझाया कि समय पर जवाब नहीं देने या तकनीकी त्रुटियों के कारण करदाता को आर्थिक और कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, जिसे उचित मार्गदर्शन और तैयारी से टाला जा सकता है। सीए आंचल कपूर ने बताया कि जीएसटी अपील दायर करने के लिए निर्धारित समयसीमा, फॉर्मेट (जैसे GST APL-01), और आवश्यक दस्तावेजों की पूर्णता अनिवार्य होती है। उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी त्रुटियों या तथ्यात्मक कमजोरियों के कारण अपील अस्वीकृत हो सकती है, इसलिए हर स्तर पर सावधानी जरूरी है।

उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ सीएसआईडीसी प्रदेश अध्यक्ष राजीव अग्रवाल और विशेष अथिति मनीष मंडल ने इंडस्ट्री विकास में सीए समुदाय के विशेष सहयोग और महत्व को बताया। प्रथम दिवस के दूसरे सत्र के वक्ता भोपाल के सीए अभय छाजेड़ ने कॉर्पोरेट कंपनियों की वित्तीय रिपोर्टिंग को और अधिक प्रभावशाली और पारदर्शी बनाने के तरीकों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में सिर्फ अकाउंट की जानकारी देना काफी नहीं है, बल्कि रिपोर्ट इस तरह से तैयार होनी चाहिए कि वह प्रबंधन, निवेशकों और अन्य हितधारकों के लिए उपयोगी और समझने में आसान हो। उन्होंने बताया कि कंपनियों को अपनी रिपोर्टिंग में पारदर्शिता, स्पष्टता और सटीकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वित्तीय दस्तावेजों में सभी जरूरी जानकारी को समय पर और उचित तरीके से प्रस्तुत करना आवश्यक है, जिससे भरोसा बना रहे और नियामकीय अनुपालनों का भी पालन हो सके। सीए अभय छाजेड़ ने यह भी सुझाव दिया कि कंपनियों को टेक्नोलॉजी और ऑटोमेशन टूल्स का उपयोग कर अपनी रिपोर्टिंग प्रणाली को आसान और त्रुटिरहित बनाना चाहिए। इससे डेटा तैयार करने में समय की बचत होगी और निर्णय लेने में भी सहायता मिलेगी।

दिल्ली के वरिष्ठ चार्टर्ड अकाउंटेंट सीए प्रमोद जैन ने छोटे व्यवसायों और गैर-कार्पोरेट संगठनों की वित्तीय रिपोर्टिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए बताया कि छोटे व्यापारी वर्ग के लिए पारदर्शिता और सटीकता के साथ वित्तीय विवरण तैयार करना न केवल कानूनी अनिवार्यता है, बल्कि व्यापार की विश्वसनीयता के लिए भी आवश्यक है। सीए जैन ने बताया कि बैलेंस शीट, आय-व्यय विवरण और कैश फ्लो स्टेटमेंट जैसे दस्तावेज किस तरह से तैयार किए जाएं ताकि वे ऑडिट, लोन अप्रूवल और कर अनुपालन में सहायक बन सकें। उन्होंने यह भी समझाया कि छोटे संगठनों को रिपोर्टिंग के दौरान किन जरूरी बिंदुओं और नियामकीय बातों का ध्यान रखना चाहिए।रिकॉर्ड रखने की आदत और डिजिटल टूल्स का सही उपयोग करके व्यवसायी अपने वित्तीय दस्तावेजों को अधिक व्यवस्थित और प्रमाणिक बना सकते हैं।

कार्यक्रम के दौरान ब्रांच सदस्यों द्वारा सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह भेंटकर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का स्वागत भाषण ब्रांच चेयरमेन सीए राजेश बाफना ने दिया। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष में सीए हर्ष जैन, सीए प्रफुल्ल कोठारी, सीए मिनेश जैन, सीए पीयूष जैन, सीए जे एल जैन, सीए एन के टांक, सीए संजीव अग्रवाल, सीए रोहित वाघेला, सीए दीपक जैन और कमिटी के सीए एस डी राठी, सीए दिलीप जैन, सीए प्रभजीत जग्गी, सीए प्रतीक अग्रवाल, सीए तलविंदर सैनी उपस्थित थे । यह जानकारी मीडिया प्रमुख पूर्व अध्यक्ष सीए मिनेश जैन ने दी।


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