भिलाई नगर 05 अगस्त 2024:- श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई में सत्र 2024-25 का दीक्षारंभ समारोह का आयोजन यूजीसी गाइडलाइन के अनुसार 5 अगस्त 2024 को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रिकेश सेन, विधायक वैशाली नगर भिलाई उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में आई पी मिश्रा अध्यक्ष श्री गंगाजली शिक्षण समिति एवं डॉ जया मिश्रा अध्यक्ष श्री गंगाजली शिक्षण समिति, महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्चना झा एवं महाविद्यालय के एकेडमिक डीन डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वंदना एवं राज्य गीत गाकर किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के परंपरा अनुसार पौधा भेंटकर किया गया। छात्रों और अभिभावकों का स्वागत अक्षत और रोली लगाकर किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा द्वारा स्वागत भाषण से किया गया। नवप्रवेशी छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए कहा कि युवा छात्र हमारे देश का भविष्य है। देश को प्रगति और विकास की ओर ले जाने में उनकी अहम भूमिका होती है अतः महाविद्यालय में उन्हें अनुशासन और नियमों का पालन करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए।
श्री गंगाजली शिक्षण समिति के अध्यक्ष आईपी मिश्रा ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश का हित छात्र हित में निहित है अतः वे महाविद्यालय की गरिमा को बनाए रखते हुए और देश की गरिमा को बनाए रखें। शिक्षकों का दायित्व छात्रों की प्रतिभाओं को निखारने के साथ ही उनको संवारना भी है, उनको सही दिशा निर्देश प्रदान करना है,
उनमें छिपी प्रतिभाओं को उजागर कर उचित स्थान प्रदान करना है। तभी वे अपनी प्रतिभा का परचम लहरा सकेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक रिकेश सेन ने युवा शक्ति और युवाओं को प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि शिक्षा हमारे जीवन की महति आवश्यकता है शिक्षा एक छात्र की व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है अतः शिक्षा ग्रहण करें ना की डिग्री खरीदें। उन्होंने “एनईपी 2020” पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बदलते परिवेश के साथ यह आवश्यक बदलाव जरूरी है।
श्री गंगाजली शिक्षण समिति की अध्यक्ष डॉ जया मिश्रा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के चार स्तंभों में शिक्षा महत्वपूर्ण स्तंभ है और इसे प्राप्त करना हर व्यक्ति का अधिकार है अतः छात्र शिक्षा का सदुपयोग करें और देश को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। महाविद्यालय की अकादमिक डीन डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि शिक्षा हमें जीवन में संतुलन बनाना सिखाती है एक अच्छे जीवन के लिए शिक्षा जरूरी है। कार्यक्रम में पीपीटी के माध्यम से महाविद्यालय की समर यात्रा का प्रस्तुतीकरण किया गया।
मुख्य अतिथि को साल और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात विभिन्न विभागों की उपलब्धियां को प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नवप्रवेशी छात्र-छात्राएं अभिभावकगण महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुषमा दुबे द्वारा किया गया।