सामान्य सभा ब्रेकिंग:- सफाई को लेकर सदन में अच्छा खासा हंगामा….शोर- शराबा के बीच सफाई की निविदा पर हुई सहमति….जांच कमेटी की रिपोर्ट आने तक सफाई के भुगतान पर रोक की मांग…..जल कार्य के लिए निजी एजेंसी को मिला 5.38 करोड़ का वर्क आर्डर…सामान्य सभा में उपनेता प्रतिपक्ष दया ने उठाया सफाई कार्यों में गड़बड़ी का मुद्दा, जांच कमिटी गठित, दया सिंह भी शामिल….

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भिलाईनगर 15 जुलाई 2024:- नगर निगम की  सोमवार को स्थगित सामान्य सभा में सफाई के 50 करोड़ के प्रस्ताव की निविदा निकाले जाने की सहमति सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के पार्षदों ने दे दी है, परंतु पूर्व में हुए सफाई कार्य की जांच के लिए एक जांच समिति गठित की जा रही है। इसमें 25 प्रतिशत पार्षदों को जांच समिति में रखा गया है। पार्षदों ने यह भी कहा कि जांच होते तक सफाई एजेंसी के भुगतान पर रोक लगाई जाए। पाइपलाइन कनेक्शन एवं इंटरकनेक्शन के प्रस्ताव पर सहमति दी गई है। दोनों प्रस्ताव के सहमति को लेकर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच तीखी बहस भी हुई है, वहीं शोरसराबा के चलते 15 मिनट के लिए सभापति ने सदन को स्थगित कर दिया था।

सामान्य सभा में उपनेता प्रतिपक्ष दया ने उठाया सफाई कार्यों में गड़बड़ी का मुद्दा, जांच कमिटी गठित, दया सिंह भी शामिल

सोमवार को नगर निगम भिलाई की विशेष सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सफाई में हुई गड़बड़ी का मुद्दा उठा। उप नेता प्रतिपक्ष दया सिंह ने इस मुद्दे को लेकर शहर सरकार से प्रश्न किया और होने वाली गड़बड़ियों को लेकर जांच की मांग भी की।

सभापति और कमिश्नर ने इस बेहद गंभीर विषय को लेकर कार्रवाई की बात कही और एक जांच कमेटी का गठन किया। इस जांच कमेटी में उप नेता प्रतिपक्ष दया सिंह भी शामिल है। दया सिंह का कहना है कि, शहर सरकार भ्रष्टाचार में लीन है सड़क, नाली, पानी समेत तमाम विषयों में भ्रष्टाचार कर रही है और उसी का नतीजा है कि करोड़ों रुपए के सफाई में घोटाला हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि, अब जब घोटाला सामने आ गया है तो शहर सरकार उस पर पर्दे डालने की कोशिश में लगी हुई है। दया सिंह ने कहा कि इस मामले को लेकर मैंने जांच की मांग की और अब जांच कमेटी का गठन हो गया है। इससे दोषी सामने आ जाएंगे और उन्होंने मांग की है कि भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी राजनेता के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, उन्हें बर्खास्त भी किया जाना चाहिए।

उप नेता प्रतिपक्ष दया सिंह का कथन


सदन में दोनों ही पक्ष के लोगों ने नाले, नालियों एंव तालाब की सफाई नहीं होने को लेकर शिकायत की है। पर्याप्त सफाई कर्मचारियों के वार्डों में नहीं आने की बात सभी ने कहीं। पार्षद हरिओम तिवारी, नेहा साहू, भूपेन्द्र यादव ने कहा कि नालियों की सफाई के लिए जब शिकायत की जाती है, तो अधिकारी सुपरवाइजर नहीं सुनते है। पार्षदों की सुनवाई नहीं हो रही है, तो आम लोगों की समस्या की सुनवाई क्या होगी। इसको लेकर सदन में अच्छा खासा हंगामा होने लगा। इसका समर्थन उपस्थित पार्षदों ने किया है। वार्डों की सफाई के लिए क्या व्यवस्था की गई है। इसको लेकर स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेंद्र मिश्रा से सवाल पूछे गए।


स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि सफाई को लेकर विभिन्न जोन के सफाई अधिकारियों ने रूट चार्ट बनाया है। इसके अलावा मास क्लीनिंग के माध्यम से भी वार्ड की सफाई हो रही है। 11 सौ निदान में आने वाली शिकायतों का निराकरण समय सीमा के भीतर किया जा रहा है। इस पर पार्षदों ने कहा कि पार्षदों को रूट चार्ट से अवगत क्यों नहीं कराया गया है। किसी भी पार्षदों को कोई जानकारी नहीं है। इस पर स्वास्थ्य अधिकारी खामोश हो गए। सभापति बंटी गिरवर साहू के निर्देश पर सभी पार्षदों को अपने वार्ड के रूट चार्ट उपलब्ध कराने निर्देश दिए है।

तालाब सफाई पर विरोध
वार्ड 22 कुरूद के तालाब की सफाई जन सहयोग से जोन आयुक्त येशा लहरे ने कराया था। इस पर कांग्रेस की पार्षद नेहा साहू ने आपत्ति करते हुए कहा कि कौन सी निविदा एवं राशि लगाकर कार्य किया गया है। इस पर अधिकारी ने जवाब दिया कि जन सहयोग एवं पार्षद नोहर वर्मा के सहयोग से तालाब की सफाई की गई है। बाउंड्री वॉल निर्माण के लिए निविदा की सहमति दी। अन्य पार्षद ने तालाब सफाई के लिए दिए गए राशि पर नेहा ने विरोध किया, परंतु पीयूष मिश्रा एवं भोजराज सिन्हा ने कोई भी पार्षद किसी भी वार्ड में राशि दे सकता है। ऐसा कहकर इस मामले को शांत करना चाहा, परंतु मामला गरमाया रहा। माहौल बिगड़ता देख सभापति ने 15 मिनट के लिए सभा को स्थगित कर दिया


पाइपलाइन बिछाने के कार्य पर सहमति
जल वितरण एवं नेटवर्क कार्य के लिए मेसर्स जीमेक्स इंडिया प्रो. एंड इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड सेक्टर 10 को 5 करोड़ 38 लाख रुपए की वित्तीय स्वीकृति दी गई है। कार्य आदेश दिए जाने के लिए सामान्य सभा में इस प्रस्ताव को लाया गया। इस पर सहमति दी गई है।

पानी की समस्या पर विशेष सामान्य सभा बुलाई जाए
महापौर नीरज पाल ने कहा कि पानी की समस्या को लेकर सभी पार्षदों की शिकायत आ रही है। इसको लेकर एक अलग से विशेष सामान्य सभा 10 दिन में कभी भी बुलाई जाए। उन्होंने कहा कि सफाई मामले में जांच समिति गठित हो गई है, निविदा की प्रक्रिया पूरी की जाए, ताकि शहर की सफाई कार्य प्रभावित न हो।

केमिकल युक्त पानी की शिकायत
वार्ड 46 के पार्षद के जगदीश ने अपने क्षेत्र से बोरिंग से आने वाले गंदे पानी के सैंपल लेकर बोतल में लाए और सदन में आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव, महापौर नीरज पाल, सभापति बंटी गिरवर साहू शाहिद अधिकारी एवं पार्षदों को दिखाकर गर्भगृह के पास बैठ गए। पार्षद दया सिंह एवं पी श्यामसुंदर राव ने भी केमिकल युक्त पानी आने की शिकायत की है। नेता प्रतिपक्ष भोजराज सिन्हा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में केमिकल प्लांट की जांच हो, जो धरती के भीतर केमिकल छोड रहे है।


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