भिलाई नगर 16 जून 2024:-: दुर्ग जिले में साल दर साल अपराध के ग्राफ में तेजी से इजाफा हो रहा है। चालू वर्ष के पहले पांच महीने के अंदर ही हत्या की 14 वारदात हो चुकी है। इन वारदातों में ज्यादातर मामला पुरानी रंजिश और क्षणिक आवेश के चलते पेश आया है। किसी बात को लेकर अंदर ही अंदर सुलग रही दुश्मनी की आग में जलते हुए लोग हत्या जैसे जघन्य अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। कुछ मामलों के खुलासे का इंतजार खत्म नहीं हो पाना पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण बना हुआ है।
दुर्ग जिले में जितने तेजी से विकास हो रहा है। उतने ही तेजी से अपराध का ग्राफ भी बढ़ रहा है, लेकिन इन अपराधों में ज्यादातर ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें पुरानी रंजिश और क्षणिक आवेश में आकर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे बन रहे हैं। हालांकि पुलिस इन मामलों को लेकर काफी गंभीरता बरतते हुए तत्काल मामला दर्ज कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा रही है। वहीं पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो जनवरी से लेकर मई माह में 14 हत्या की वारदात हो चुकी है। हालांकि पुलिस ने इनमें से ज्यादातर मामलों में गंभीरता बरतते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजी है। जिससे हत्या के आरोपी अभी सजा भुगत रहे हैं। लेकिन अभी भी जिले में कुछ हत्या के मामलों पर से पर्दा उठना बाकी है।
पहेली बन गई गनियारी हत्याकांड
पुलगांव थाना के गनियारी गांव में 6 मार्च को दादी राजबती साहू और उसकी पोती सविता साहू की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। पीड़ित परिवार का गांव में एक से अधिक घर है। जिस घर में वारदात हुई, वहां दादी और पोती रात में सो रही थी। 7 मार्च की सुबह दोनों की रक्तरंजित लाशें पड़ी मिली। इस मामले में आईजी दुर्ग रेंज राम गोपाल गर्ग ने आरोपी का सुराग देने वाले को पहचान गुप्त रखते हुए 25 हजार रुपए नकद पुरस्कार देने की घोषणा कर रखी है। साथ एसीसीयू की टीम लगी हुई है। इसके बाद भी यह दोहरा हत्याकांड पहेली बनकर रह गया है।
अनसुलझा है मनीष शर्मा हत्याकांड
जीआरपी थाना भिलाई के जी. केबिन से लगे पीपी यार्ड कालोनी के पीछे बने नसर्री में चरोदा निवासी मनीष शर्मा की लाश मिलने का मामला अभी तक अनसुलझा है। बीते 7 जनवरी को नसर्री के अंदर बने गटर में चरोदा बस स्टैंड के पास रहने वाले 22 वर्षिय युवक मनीष शर्मा की लाश मिली थी। जिस जगह पर लाश मिली थी चरोदा बस स्टैंड से वहां तक पहुंचने के लिए भिलाई-3 के सिरसा चौक से अण्डरब्रिज या फिर चरोदा रेलवे इंस्टीट्यूट से रेलवे यार्ड होकर जी केबिन का रास्ता पहली पहल दिखता है। लेकिन सिरसा चौक पर लगा सीसीटीवी कैमरा बंद रहने तथा दूसरे रास्ते से गुजरने का कोई फुटेज नहीं मिल पाने से पुलिस को अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि मनीष शर्मा घटना स्थल तक कब कैसे और किससे साथ पहुंचा था। पुलिस हत्यारों तक पहुंचने में नाकाम साबित हो रही है।
बोरे में मिली महिला के लाश की पहचान नहीं
बीते 22 अप्रैल को नंदिनी थाना इलाके में सगनी – खुड़िया खार के पास एक विवाहिता की प्लास्टिक की लाश बोरी में मिली थी। 25 से 30 अनुमानित उम्र और माथे में सिंदूर सहित अन्य सुहाग चिह्न होने से मृतका के शादी शुदा होने का पता चलता है। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रारंभिक जांच में महिला की हत्या को कहीं और अंजाम देने के बाद लाश को वहां लाकर फेंक दिए जाने की संभावना जताई थी,लेकिन अभी तक मृतका महिला की शिनाख्त नहीं हो सकी है। जिससे हत्या का कारण और आरोपी की पहचान करने में अड़चन बनी हुई है।