बलौदाबाजार आगजनी… विधायक देवेंद्र यादव से कोतवाली थाने में डेढ़ घंटे पूछताछ… विधायक ने मीडिया से चर्चा में कहा कि….

IMG_20240722_230937.jpg

बलौदाबाजार 22 जुलाई 2024:- बलौदाबाजार आगजनी हिंसा मामले में भिलाई विधायक देवेंद्र यादव से सोमवार को पुलिस ने करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की। वे खुद बलौदाबाजार थाने पहुंचे थे। पूछताछ के बाद ASP अभिषेक सिंह ने कहा कि, उनसे करीब 100 सवाल पूछे गए।  उनसे जो सवाल किए गए उनका उन्होंने जवाब दिया है। फिर से बुलाए जाने के सवाल पर ASP ने कहा कि, जरूरत पड़ी तो फिर बुलाएंगे।

वहीं, पूछताछ के बाद देवेंद्र यादव ने कहा कि, मैंने सभी सवालों का स्पष्टता से जवाब दिया है। जो लोग हिंसा में शामिल थे उनपर कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए कि, जिसने कोई गलती नहीं की वह सजा भुगत रहा हो। 17 तारीख से 22 तारीख तक मैं प्रदेश से बाहर था, इसकी टिकट भी मैंने 2 महीने पहले की थी। ऐसे में 21 तारीख को मेरे घर पहुंचना दुर्भाग्यपूर्ण है।

रायपुर से रवाना होने के दौरान देवेंद्र ने कहा था कि इस मामले में मैं उच्च न्यायालय भी गया हूं, इसकी जानकारी भी पुलिस को दी है। भारतीय जनता पार्टी इस पूरे प्रकरण में पूरे प्रशासन को अपनी दिशा में कंट्रोल कर रही है। साथ ही कहा कि सरकारें आती जाती रहती हैं, इतना अति उत्साहित मत होइए।

बलौदा बाजार:बलौदाबाजार में 10 जून को हुए आगजनी मामले में लगातार बलौदाबाजार पुलिस ने तीन बार भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव को नोटिस जारी किया. इसके बाद रविवार को पुलिस ने विधायक के घर में भी दबिश दी. इस बीच सोमवार को विधायक देवेन्द्र यादव बलौदाबाजार थाना और एसपी कार्यालय पहुंचे. एसपी कार्यालय से आने के बाद विधायक ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि राज्य सरकार जंच की दिशा से लोगों को भटका रही है. पूरे मामले में राजनीतिकरण हो रहा है. बलौदा बाजार सिटी कोतवाली में देवेंद्र यादव से डेढ़ घंटा पूछताछ हुई.

तीन बार पुलिस ने भेजा नोटिसः भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा, “किसी दबाव में आकर पुलिस आज घटना में जो लोग जिम्मेदार थे, उन लोगों को छोड़कर बेकसूर लोगों पर कार्रवाई कर रही है. यह पुलिस बताए कि किसका दबाव है? आज भाजपा विधायक मुझे फरार बता रहे हैं. मैं तो पहले दिन से ही भाजपा तथा पुलिस को चैलेंज कर रहा हूं कि यदि उनके पास 10 जून की घटना के दिन की मेरी कोई भी आपत्तिजनक फोटो या विडियो है तो बताएं, सार्वजनिक करें. इसके बाद वो जो भी कहने को कहेंगे, मैं करने को तैयार हूं. तीन बार पुलिस मुझे नोटिस भेज चुकी है.

पुलिस ने घर में चस्पा किया नोटिसः जब पहली नोटिस मिली थी, उसके अगले दिन दिल्ली का कार्यक्रम था, जो पूर्व में बना था, जिसकी वजह से मैं नहीं आ पाया. दूसरा नोटिस जब मिला था तब मैंने बताया कि जिस प्रकार निर्दोशों पर कार्रवाई हो रही है,मामले की लीपापोती हो रही है. इसलिए हम लोग उच्च न्यायालय की शरण में गए. लेकिन रविवार को पुलिस ने जिस प्रकार भिलाई

पहुंचकर फिर से एक नोटिस मेरे कार्यालय में चस्पा किया है,उससे व्यथित होकर आज मैं स्वयं आकर पुलिस से पूछने आया हूं कि मुझे क्यों बुलाया गया है? पुलिस की 16 तारीख की नोटिस में मैंने बताया था कि 17 तारीख की सुबह से लेकर 22 तारीख की

सुबह तक मैं पूरे परिवार के साथ पारिवारिक कारणों से बाहर हूं. मैंने पूरी टिकट भी संलग्न की थी, पूरी टिकट 13 मई 2024 को बुक कराई थी. उसके बाद भी रविवार को पुलिस ने भिलाई पहुंचकर मेरे घर के आगे नोटिस चस्पा किया है.

आज सबसे पहले मैंने विधानसभा पहुंचकर पीसीसी अध्यक्ष को पूरे मामले की जानकारी दी. जिन लोगों ने आगजनी की तथा जो मुख्य आरोपी हैं, पुलिस आज उन लोगों को बचा रही है. बेकसूर लोगों पर कार्रवाई की जा रही है. पूरी जांच का राजनीतिकरण हो रहा है. युवा अध्यक्ष शैलेन्द्र बंजारे के परिवार के लोगों ने मुझे बताया कि शैलेन्द्र बंजारे की गिरफ्तारी के बाद उसके उपर दबाव डाला जा रहा था कि वह मेरा नाम ले. उससे कहा गया है कि वह मेरा नाम लेगा तो उसे छोड़ दिया जाएगा. देवेंद्र यादव, विधायक, भिलाई


scroll to top