रायपुर 25 फरवरी 2024:- छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले को लेकर एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम एक बार फिर बड़ी कार्रवाई की है। दोनों एजेंसियों के संयुक्त टीम ने प्रदेश के 13 शराब कारोबारियों के ठिकानों पर दबिश दी है। टीम ने एक साथ बिलासपुर, रायपुर व दुर्ग जिले भिलाईनगर में छापा मारा है। दोनों एजेंसियों के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। बता दें कि ईडी के प्रतिवेदन के बाद 17 जनवरी को एसीबी और ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाले में एफआइआर की थी। एफआइआर के अनुसार 2161 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार टीम ने बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी, कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी, कुम्हारी दुर्ग स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर स्थित अनवर ढेबर, विवेक ढांड व अनिल टुटेजा , अरुण पति त्रिपाठी के ठिकानों पर दबिश दी है। फिलहाल यहां टीम की कार्रवाई जारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर के अनुसार कार्यवाही लगातार जारी है इस छापेमारी कार्यवाही में काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस टीम के हाथ लगा है आने वाले समय में और भी लोगों के खिलाफ यह कार्रवाई हो सकती है 13 ठिकानों पर जारी कार्यवाही में लगभग 100 से 150 अधिकारी कर्मचारी सुरक्षा स्टाफ लगा हुआ है।

एसएसपी से मांगा फ़ोर्स
ठीक शाम सात बजे EOW से एक डीएसपी रैंक का विशेष वाहक डीजी डीएम अवस्थी का पत्र लेकर एसएसपी के यहाँ पहुंचा। एसएसपी उसी समय दौरे से घर पहुँचे थे और चाय पी रहे थे। तीन लाइन के पत्र में लिखा था, ज़रूरी काम के लिए फ़ोर्स मुहैया कराएँ। एसपी ने तुरंत आरआई को निर्देश दिया
ओल्ड एयरपोर्ट टर्मिनल पर जुटी टीम
छापे के लिए राज्य भर से अफ़सरों को EOW ने कल रायपुर बुला लिया था। उन्हें होटलों और ट्रांजिट हॉस्टल की बजाय आउटर के विश्राम गृहों में रुकवाया गया। उन्हें सुबह तक यह नहीं पता था कि किसके यहाँ छापा मारना है। उन्हें एक लाइन का संदेश भेजा गया कल आधी रात के बाद… सुबह चार बजे एयरपोर्ट के ओल्ड टर्मिनल पहुँचे। सभी सुबह चार बजे टर्मिनल पर जमा हो गये थे। फिर उन्हें पॉइंट दिया गया। 13 लोगो के 14 ठिकानों पर ठीक पौने छह बजे EOW की टीम धमक गई।कुछ अफ़सर आँख मलते हुए दरवाज़ा खोला तो देखा पुलिस का अमला खड़ा है।
किसी को भनक नहीं
चूकि बड़े लोगों का मामला था इसलिए ईओडब्लू ने ऐसी गोपनीयता बरती कि किसी को भनक नहीं लग पाई। बताते हैं, पिछले पंद्रह दिन से छापे की तैयारी चल रही थी। होमवर्क कम्पलीट करने के बाद कल दोपहर ईओडब्लू के शीर्ष अफ़सरों की बैठक हुई। रणनीति के तहत बैठक शनिवार छुट्टी के दिन हुई ताकि निचले स्टाफ़ को भी कोई गोपनीय मिशन की खबर न लगे। शीर्ष अफ़सरों ने छापे का ब्लूप्रिंट बनाने वाली टीम से पूरा प्लान समझा। फिर ओके किया गया।




EOW/ACB RAID UPDAT
छत्तीसगढ़ राज्य में मदिरा के अवैध विक्रय मामले में प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा प्रेषित प्रतिवेदन पर से ईओडब्ल्यू / एसीबी, रायपुर में अपराध क्रमांक 04/2024, धारा – 7,12 भ्र.नि.अधि. 1988 यथासंशोधित भ्र.नि. अधि. 2018 तथा 420, 467, 468, 471, 120बी भा.द.वि.पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।


जिसमें अग्रिम जांच / विवेचना कार्यवाही करते हुए ईओडब्ल्यू / एसीबी द्वारा प्रकरण में माननीय विशेष न्यायालय रायपुर से संबंधित संदेहियों के स्थानों एवं प्रतिष्ठानों की तलाशी हेतु दिनांक 24.02.2024 को विधिवत तलाशी वारण्ट प्राप्त
किया गया। उपरोक्त तलाशी वारण्टों के निष्पादन हेतु आज दिनांक 25.02.2024 को संबंधित13 संदेहियों के निवास कार्यालय, प्रतिष्ठानों व अन्य अलग-अलग स्थानों पर
ईओडब्ल्यू / एसीबी की 13 टीमों के द्वारा विधिवत तलाशी कार्यवाही प्रातः समय 06:00 बजे से
प्रारंभ की गई है। इन स्थानों पर रेड कार्यवाही की जा रही है-


(1.) श्री अरूणपति त्रिपाठी,आईटीएस, तत्कालीन विशेष सचिव आबकारी विभाग, एम. डी. छ.ग. राज्य मार्केटिंग कार्पोरेशन
के निवास – सेक्टर 9 भिलाई जिला दुर्ग
( 2 ) श्री निरंजन दास, भा.प्र.से. तत्कालीन आबकारी
आयुक्त, आबकारी विभाग, रायपुर के निवास – देवेंद्र नगर रायपुर (3.) श्री सौरभ बख्शी,तत्कालीन सहायक आयुक्त आबकारी कोरबा के निवास कोरबा,
(4.) श्री अनिल टुटेजा,फरिस्ता नर्सिंग होम के
तत्कालीन सयुंक्त सचिव, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के निवास
बाजू, कटोरा तालाब रायपुर,
(5) श्री विवेक ढांढ, सेवानिवृत्त मुख्य सचिव, छ०ग० शासन के
निवास – पुराने पी. एच. क्यू. के पास रायपुर
(6.) श्री अशोक कुमार सिंह, आबकारी अधिकारी के
निवास – आकृति विहार, अमलीडीह रायपुर,
( 7 ) श्री अनवर ढेबर के निवास ढेबर प्लाजा बैरन
बाजार रायपुर,
(8.) श्री अरविंद सिंह के निवास – मेट्रोहेग्जा अवंति विहार रायपुर,
(9.) श्री राजेंद्र जायसवाल, मेसर्स वेलकम डिस्टलरी के ऑफिस अग्रसेन चौक तथा ग्राम छेरका, बिलासपुर,
(10.) मेसर्स विधु गुप्ता, मेसर्स प्रिज्म होलोग्राम एण्ड सिक्युरिटी प्रा०लि० पता – एच-601 वृद्धाासिटी सेक्टर-5 ग्रेटर नोयडा (उ0प्र0),
( 11 ) श्री भूपेंद्र पाल सिंह भाटिया, मेसर्स भाटिया
वाईन मर्चेंट्स पता ग्राम सारागांव जिला बिलासपुर,
(12.) श्री नवीन केडिया, मेसर्स छ0ग0
डिस्टलरी लिमि0 पता- इण्डस्ट्रीयल एरिया कुम्हारी तथा
(13) श्री सिद्धार्थ सिंघानिया, मेसर्स
टॉप सिक्युरिटीज, पता- स्वर्णभूमि परिसर रायपुर के नाम शामिल है। उपरोक्त संदेहियों स्थानों एवं प्रतिष्ठानों में तलाशी कार्यवाही निरंतर जारी है।
जानिए… कौन है शराब घोटाला का मास्टर माइंड
शराब घोटाले के प्रकरण में अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर को ही मास्टर माइंड बताया गया है, क्योंकि इनके जरिए ही सिंडीकेट बनाया गया और पूरे घोटाले को अंजाम दिया गया। एफआइआर में शामिल बाकी आईएएस व अन्य सरकारी अफसर और लोग सहयोगी की भूमिका में थे। शराब घोटाला से होने वाली आमदनी का बड़ा हिस्सा इन्हीं तीनों को जाता था।


परिवार के सदस्यों के नाम पर भी निवेश
एफआइआर के अनुसार अनिल टुटेजा, अरुणपति त्रिपाठी और अनवर ढेबर ने शराब घोटाला से प्राप्त रकम को अपने परिवार वालों के नाम पर निवेश किया। टुटेजा ने अपने बेटे यश टुटेजा के नाम पर निवेश किया। वहीं, त्रिपाठी ने अपनी पत्नी अपनी पत्नी मंजुला त्रिपाठी के नाम पर फर्म बनाया जिसका नाम रतनप्रिया मीडिया प्राइवेट लिमिटेड था। वहीं, ढेबर ने अपने बेटे और भतीजों के फर्म में पैसे का निवेश किया।
शराब घोटाले में इनके खिलाफ मामला
अनिल टूटेजा, यश टूटेजा, विवेक ढांड, अनवर ढेबर, पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लकमा, अरूणपति त्रिपाठी, आइएएस निरजंन दास,आबकारी आयुक्त, जनार्दन कौरव, अनिमेश नेताम, विजय सेन शर्मा, अरविंद कुमार पटले, प्रमोद कुमार नेताम, रामकृष्ण मिश्रा,विकास कुमार गोस्वामी, इकबाल खान, नितिन खंडुजा, नवीन प्रताप सिंह तोमर, मंजुश्री कसेर, सौरभ बख्शी, दिनकर वासनिक,आशीष श्रीवास्तव, अशोक कुमार सिंह, मोहित कुमार जायसवाल,नीतू नोतानी, रविश तिवारी, गरीबपाल दर्दी, नोहर सिंह ठाकुर,सोनल नेताम,
अरविंद सिंह, अनुराग द्विवेदी, अमित सिंह, नवनीत गुप्ता, पिंकी सिंह, विकास अग्रवाल उर्फ सुब्बू, त्रिलोक सिंह ढिल्लन, नितेश पुरोहित, यश पुरोहित, अभिषेक सिंह, मनीष मिश्रा,संजय कुमार मिश्रा, अतुल कुमार सिंह, मुकेश मनचंदा, विजय भाटिया, आशीष सौरभ, सिद्धार्थ सिंघानिया, बच्चा राज लोहिया,अमित मित्तल, उदयराव, लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल,विधू गुप्ता, दीपक दुआरी, दीपेन चावडा, उमेर ढेबर, जुनैद ढेबर,अख्तर ढेबर, अशोक सिंह, सुमीत मलो, रवि बजाज, अज्ञात कांग्रेस के पदाधिकारी, अन्य आबकारी अधिकारी , विकास अग्रवाल के साथीगण एवं अन्य के खिलाफ षडयंत्र रचकर धोखाधडी करने की धाराओ में मामला दर्ज किया है।




