राजभवन में जालसाजी करने वाला आरोपी पांच साल बाद गिरफ्तार, रायपुर लाया गया

रायपुर 29 अप्रैल 2025:- छत्तीसगढ़ के राजभवन में जालसाजी के मामले में वांछित महामंडलेश्वर अजय रामदास को पुलिस ने पांच वर्षों की मशक्कत के बाद मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर छत्तीसगढ़ की तत्कालीन राज्यपाल अनुसुइया उइके के लेटरहेड की चोरी कर कई फर्जी पत्र जारी करने का गंभीर आरोप है।

जानकारी के मुताबिक, अजय रामदास ने न केवल राजभवन के लेटरहेड का दुरुपयोग किया था, बल्कि कई प्रशासनिक अधिकारियों को भी फर्जी नोटिस भेजे थे। वर्ष 2019 में इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए राजभवन के सचिव ने सिविल लाइंस थाना रायपुर में अजय रामदास के विरुद्ध धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि फरार चल रहा अजय रामदास भेष बदलकर छिंदवाड़ा जिले में छिपा हुआ था। लगातार निगरानी और खुफिया सूचना के आधार पर रायपुर पुलिस की एक विशेष टीम ने उसे धरदबोचा और आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद रायपुर लेकर पहुंची।
गौरतलब है कि अजय रामदास पर छत्तीसगढ़ में दर्ज धोखाधड़ी के मामलों के अलावा मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और अन्य संभावित नेटवर्क की जांच भी प्रारंभ कर दी गई है।