भिलाई इस्पात संयंत्र के दो वरिष्ठ अधिकारी ‘राष्ट्रीय कर्मयोगी मिशन’ के अंतर्गत प्रमुख प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित

भिलाई नगर 16 अगस्त 2025:- भिलाई इस्पात संयंत्र के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत सरकार के प्रमुख “राष्ट्रीय कर्मयोगी मिशन” के अंतर्गत आयोजित पाँच दिवसीय ‘लीड ट्रेनर’ प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा कर एक नई उपलब्धि अर्जित की है। यह प्रशिक्षण हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा), गुड़गांव में आयोजित किया गया था। चयनित अधिकारियों में उप महाप्रबंधक (ज्ञानार्जन एवं विकास) यशवंत सिंह जौहरी एवं उप महाप्रबंधक (ऑटोमेशन एंड डिजिटलाईजेशन) श्रीमती नीरजा शर्मा शामिल हैं।
राष्ट्रीय कर्मयोगी मिशन, जिसे भारत के प्रधानमंत्री द्वारा सितंबर 2020 में प्रारंभ किया गया, का उद्देश्य सरकारी कर्मियों की मानसिकता, दृष्टिकोण एवं कौशल को आधुनिक बनाना है,

ताकि वे समर्पण और दक्षता के साथ देश एवं नागरिकों की सेवा कर सकें। इस मिशन के दोहरे लक्ष्य हैं — सेवा भाव का विकास एवं अपने आंतरिक उद्देश्य की पुनः खोज, और राष्ट्रीय लक्ष्यों व हितधारकों, विशेषकर नागरिकों के प्रति सेवा को और सशक्त बनाना। भारत सरकार का क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) इस पहल का नेतृत्व कर रहा है, जिसमें मुंबई स्थित ‘इल्युमिन नॉलेज रिसोर्सेज’ नॉलेज पार्टनर के रूप में कार्य कर रहा है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को दो चरणों में संचालित किया जा रहा है। प्रथम चरण (नवंबर 2024 – अप्रैल 2025) में दिल्ली में 10,000 से अधिक कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया, जबकि द्वितीय चरण में भारतभर के मंत्रालयों, विभागों एवं सार्वजनिक उपक्रमों के लगभग 7 लाख कर्मचारी सम्मिलित होंगे। सेल में अब तक कुल 13 लीड ट्रेनर तैयार किए गए हैं, जिनमें बीएसपी के ये दोनों अधिकारी भी शामिल हैं।

ये प्रमुख प्रशिक्षक आगे चलकर ‘कर्मयोगी फैसिलिटेटर्स’ का विकास करेंगे, जो भिलाई इस्पात संयंत्र के सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे, जिससे मिशन का विज़न संगठन के प्रत्येक स्तर तक पहुँच सके। बीएसपी में 140 मास्टर प्रशिक्षक विकसित करने की भी योजना है। मास्टर प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण बीएसपी के लीड ट्रेनरों द्वारा आयोजित किया जाएगा, और ये मास्टर प्रशिक्षक एक दिवसीय प्रशिक्षण मॉड्यूल के अंतर्गत संयंत्र के अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे।