भिलाई इस्पात संयंत्र में राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस पर अग्निशमन जवानों का भव्य प्रदर्शन


भिलाई नगर 15 अप्रैल 2025:- भिलाई इस्पात संयंत्र के अग्निशमन विभाग में 14 अप्रैल को संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के मुख्य आतिथ्य में राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस मनाया गया। समारोह में अग्निशमन जवानों ने शानदार परेड, अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त अग्निशमन वाहनों, यंत्रों तथा सुरक्षा उपकरणों के साथ साथ छोटी-छोटी लापरवाहियों के कारण होने वाले अग्नि दुर्घटनाओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया। संयम, एकाग्रता और अनुशासन के परिचायक अग्निशमन जवानों का प्रदर्शन समारोह का विशेष आकर्षण रहा।


परेड से पहले मुख्य अतिथि अनिर्बान दासगुप्ता ने, अग्निशमन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा परेड का निरीक्षण किया। जिसके उपरान्त अग्निशमन जवानों द्वारा राष्ट्र और संयंत्र के प्रति पूर्ण निष्ठा और समर्पण से कार्य करने की शपथ ली गई। इसके साथ ही मुख्य अतिथि ने परेड की सलामी ली। दर्शकों के लिए सीढ़ी ड्रिल, प्राथमिक चिकित्सा अग्निशमन डेमो, गृह सुरक्षा, रसोई आग, पार्टी आग, केबल सुरंग, ट्रांसफार्मर तेल आग और हाई एक्सपांशन फोम सहित जानकारीपूर्ण और रोचक अग्नि सुरक्षा ड्रिल का प्रदर्शन किया गया।


अग्नि दुर्घटनाओं में लोगों की जान बचाते हुए अपनी प्राणों की आहुति देने वाले अग्निशमन वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु, प्रतिवर्ष 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस मनाया जाता है। अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम और इसके प्रति सजगता बढ़ाने के उद्देश्य से इस वर्ष गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस 2025 का विषय “एकजुट हों, अह्निसुरक्षित भारत को प्रज्ज्वलित करें” (Unite to Ignite, a Fire-Safe India) रखा गया है।
इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार, कार्यपालक निदेशक (खदान) बिपिन कुमार गिरी, कार्यपालक निदेषक (वर्क्स) राकेश कुमार, कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ एम रवींद्रनाथ, कार्यकारी कार्यपालक निदेशक (रावघाट) अरुण कुमार उपस्थित थे। साथ ही मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं) देबदत्त सतपथी, मुख्य अग्निशमन अधिकारी बी के महापात्रा, सेफी चेयरमैन एवं ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एन के बंछोर, महासचिव परविंदर सिंह सहित संयंत्र बिरादरी से मुख्य महाप्रबंधक प्रभारीगण, मुख्य महाप्रबंधकगण, महाप्रबंधकगण, मीडियाकर्मी, संयंत्रकर्मी एवं उनके परिवारजन सहित भारी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।


इस अवसर पर निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने सर्वप्रथम मुंबई डॉकयार्ड में शहीद हुए 66 अग्निशमन जवानों को श्रद्धांजली दी एवं अग्निशमन जवानों के बलिदान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा यह श्रद्धांजली केवल मुंबई डॉकयार्ड में शहीद हुए उन 66 जवानों के लिए ही नहीं वरन् किसी भी अग्नि दुर्घटनाओं में अपने प्राण न्यौछावर करने वाले हमारे हर अग्निवीर के प्रति है जिनके बलिदान के फलस्वरूप आज हम एक सुरक्षित जीवन व्यतीत कर पा रहे हैं। संयंत्र में अग्निसुरक्षा पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री दासगुप्ता ने कहा कि संयंत्र के भीतर व बाहर स्थित प्रत्येक विभाग व कार्यालयीन भवनों, स्कूल, चिकित्सालय आदि में स्थापित प्रत्येक अग्निसुरक्षा उपकरणों के समयबद्ध रखरखाव और उन्नयन कार्यों को नियमित रूप से करना चाहिए ताकि हम किसी भी दुर्घटना से निपटने हेतु पूर्णरूप से तैयार रहें। संयंत्र में उत्पादन के साथ-साथ अग्निसुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसके बिना सुरक्षित संचालन असम्भव होगा। पूर्ण सावधानी और सुरक्षा सुनिश्चित करने के बावजूद वर्ष भर में कुछ न कुछ अग्नि दुर्घटनाएं हो ही जाती हैं अतः हमें अपनी सुरक्षा गतिविधि और सुरक्षा जागृति में वृद्धि करने के लिए और सार्थक प्रयास करने होंगे और इस दिशा में संयंत्र में कार्यरत हर अधिकारी और कर्मचारी की भूमिका महत्वपूर्ण है। निदेशक प्रभारी ने एसओपी, एसएमपी, जोखिम की पहचान, सुरक्षा सतर्कता आदि सुरक्षा मानकों का कड़ाई से अनुपालन सुनिष्चित करते हुए शून्य अग्निदुर्घटना के लक्ष्य की ओर अग्रसर होने हेतु संयंत्र बिरादरी को प्रेरित किया। श्री दासगुप्ता ने संयंत्र के अग्निशमन परिवार का राष्ट्रीय सम्पत्ति एवं जनधन की रक्षा करने में अपना बहुमुल्य योगदान देने के लिए आभार व्यक्त किया।


कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) राकेश कुमार ने राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस की इस्पात बिरादरी को हार्दिक शुभकमनाएं दी और मुंबई डॉकयार्ड में शहीद हुए अग्निवीरों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए अग्निसुरक्षा के महत्व और अग्निशमन जवानों की भूमिका को रेखांकित किया। प्रत्येक व्यक्ति को अग्निसुरक्षा और प्राथमिक अग्निशामक उपकरणों का उपयोग एवं प्रचालन की जानकारी होना आवश्यक है ताकि अग्निसुरक्षा को लेकर हर व्यक्ति जागरूक हो।
कार्यक्रम में मुख्य महाप्रबंधक (सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग-सुरक्षा एवं अग्निशमन सेवाएं) श्री डी सतपथी ने स्वागत उद्बोधन प्रस्तुत किया व मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्री बी के महापात्रा ने अग्निशमन विभाग का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए विभाग द्वारा संयंत्र स्तर पर विभिन्न विभागों तथा आसपास के क्षेत्रों में हुए अग्नि दुर्घटनाओं में प्रदान सेवाओं के बारे में विस्तृत रूप से बताया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने अग्निशमनवीरों को उनके अनुकरणीय सेवाओं के लिए सम्मानित किया और अग्निशमन सेवा से सम्बन्धित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर लीडिंग फायरमैन श्री तिहारूराम भोरे तथा फायरमैन श्री मानसिंह कोमा को सर्वश्रेष्ठ फायरमैन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन अतिरिक्त मुख्य अग्निशमन अधिकारी (अग्निशमन विभाग) एस बी धवस द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संचालन फायर स्टेशन ऑफिसर (अग्निशमन विभाग) सुश्री सारिका गहने, लीडिंग फायरमैन (अग्निशमन विभाग) श्री प्रमोद राठौर द्वारा किया गया।
भिलाई इस्पात संयंत्र का अग्निशमन सेवा केन्द्र अपनी कार्य कुशलता और निपुणता को बरकरार रखते हुए आज देश के श्रेष्ठ औद्योगिक अग्निशमन सेवाओं में से एक है। अग्निशमन सेवा विभाग अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त उच्च तकनीकों का उपयोग करते हुए राष्ट्र के प्रति समर्पित है। संयंत्र के स्थापना काल से ही भिलाई अग्निशमन विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र के अलावा छत्तीसगढ़ में होने वाले अन्य अग्नि दुर्घटनाओं में भी अपनी विशेष सेवाएं प्रदान करता आ रहा है। भिलाई अग्निशमन सेवा विभाग, संयंत्र एवं टाउनशिप के विभिन्न क्षेत्रों के अग्नि दुर्घटनाओं के अलावा राज्य शासन के निर्देश पर शहरी क्षेत्रों, ग्रामीण क्षेत्रों की अग्नि दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने में भी सहायता प्रदान करता है। आज इस अवसर पर हम सभी को यह शपथ लेना चाहिए कि अग्नि सुरक्षा को अपनाते हुए बेहतर कल के निर्माण में हम अपना सहयोग दें।