छोटी सी चिंगारी बन सकती है बड़ी आगजनी का कारण
00 अस्थायी फटाखा दुकान निर्माण में एडवाइजरी की अनदेखी
00 कपड़े और बांस बल्ली के टेंट में सजा फटाखा बाजार

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भिलाईनगर 22 अक्टूबर 2022:! एक छोटी सी चिंगारी शहर में बड़ी आगजनी का कारण बन सकती है। ऐसी आशंका अस्थायी फटाखा दुकानों के चलते शहर में बनी हुई है। इन दुकानों के निर्माण में अग्नि शमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग के जारी एडवाइजरी की अनदेखी जनहित में भारी पड़ सकती है। मनाही के बावजूद इस बार भी कपड़े और बांस बल्ली के टेंट में शहर के कईं स्थानों पर फटाखा बाजार सजाया गया है।


दीपावली के दौरान अस्थायी तौर पर सजने वाले फटाखा दुकानों के चलते आगजनी जैसी दुर्घटना को रोकने इस बार अग्नि शमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग दुर्ग की ओर से एडवाइजरी जारी किया गया है। लेकिन इस एडवाइजरी का पालन धरातल पर नजर नहीं आ रहा है। एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि फटाखा दुकानों के निर्माण में बांस बल्ली और कपड़े का उपयोग नहीं किया जाए। इसके स्थान पर लोहा के पाइप अथवा एंगल का ढांचा बनाकर टिन शेड से दुकान का स्वरूप देने का सुझाव अग्नि शमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग ने दिया है।

लेकिन भिलाई – दुर्ग में किसी भी फटाखा बाजार में इसका पालन नहीं होने से एक छोटी सी चिंगारी के बड़ी अग्नि दुर्घटना का कारण बनने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है।
भिलाई निगम क्षेत्र में थोक फल मंडी के पास फोरलेन सड़क के किनारे पटाखे का अस्थायी बाजार सज गया है। इसी तरह भिलाई-3 में बजरंग पारा पानी टंकी के पास निगम ने अस्थायी फटाखा दुकानों के लिए जगह आबंटित किया है। यहां पर भी फटाखा दुकानें तैयार हो चुकी है। इन दोनों स्थानों पर लकड़ी के सामान का ढांचा बनाकर कपड़े से ढककर दुकान बनाया गया है। दुकानों के बीच तीन मीटर की दूरी बनाने का निर्देश भी ताक पर है। वहीं पांच किलो क्षमता का डीसीपी अग्नि शमन यंत्र रखने के फरमान की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। ऐसे में आग लगने की स्थिति में उसे काबू में लाना बेहद मुश्किल साबित हो सकता है। अग्नि शमन एवं आपातकालीन सेवाएं विभाग ने एडवाइजरी जारी किया है लेकिन उसका पालन सही तरीके से सुनिश्चित हो रहा है या नहीं इसे देखने वाला कोई नहीं है।


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