भिलाई नगर 10 मई 2023 : भिलाई स्टील प्लांट के स्टील मेल्टिंग शॉप में 25 अप्रैल को हुए हादसे में झुलसे ठेका श्रमिक रंजीत सिंह की इलाज के दौरान सेक्टर 9 चिकित्सालय के बर्न यूनिट में निधन हो गया जबकि इसी हादसे में गंभीर रूप से घायल तीन अन्य ठेका श्रमिकों का उपचार सेक्टर 9 चिकित्सालय के बर्न यूनिट में जारी है ठेका श्रमिकों में से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई है ठेका श्रमिक रंजीत की मौत के बाद यूनियन के लोग पूर्व परिजनों ने जमकर हंगामा किया परिजनों ने एक परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात पर अधिग्रहण श्रमिकों की मौत से परिजनों में भारी रोष व्याप्त हैं
बीएमएस के महासचिव रविशंकर सिंह ने Steel City online को बताया कि 25 अप्रैल को मेल्टिंग शॉप के कन्वर्टर में आग लग गई। थी। इसकी चपेट में आने से चार ठेका श्रमिक बूरी तरह झुलस गए थे। इलाज के दौरान 9-10 मई की देर रात घायल ठेका श्रमिक रंजीत सिंह (30 साल) की मौत हो गई है। रंजीत 100% झुलस गया था। अस्पताल प्रबंधन ने उसे बचाने की काफी कोशिश की लेकिन स्थिति ज्यादा गंभीर होने की वजह से उसे बचा नहीं पाए। बाकी कर्मियों दूसरी जगह शिफ्ट करने पर विचार किया जा रहा है।
उनकी भी हालत नाजुक बताई जा रही है। अजीत सिंह ने बताया कि रंजीत उनकी बुआ की लड़का था। वो काफी मेहनती था। पिता के गुजरने के बाद तीन छोटे भाइयों और मां की जिम्मेदारी उसी ने संभाली थी। तीन महीने बाद वो शादी करने वाला था। रंजीत को बचाने के लिए उनके परिजनों ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। हॉस्पिटल की डिमांड के मुताबिक उन्होंने 10-12 यूनिट ब्लड तक अरेंज किया, लेकिन रंजीत को नहीं बचा पाए।
हादसे की वजह थी बीएसपी प्रबंधन की लापरवाही
25 अप्रैल को SMS के कन्वर्टर में आग लगी थी । यह हादसा बीएसपी के अधिकारियों की लापरवाही से हुआ था। इसकी जांच भी चल रही है। बीएसपी के कास्टर नंबर – 6 पर काम करने के दौरान यह हादसा हुआ था। घटनास्थल और मेन मेडिकल पोस्ट पर बीएसपी के उच्चाधिकारी पहुंचे थे। स्टील मेल्टिंग शाप-2 के कास्टर नंबर-6 में मारुती कंस्ट्रक्शन कंपनी का कार्य चल रहा था। इसमें कंपनी के ठेका श्रमिक अमित सिंह 80 प्रतिशत, रंजीत सिंह 100 प्रतिशत, राजू टांडी 20 प्रतिशत और रमेश मौर्या 40 प्रतिशत झुलस गए थे।
केस दर्ज कराने अड़े रहे परिजन, समझौते के बाद शांत हुए
आखिर में गुस्साए परिजनों ने संयंत्र प्रबंधन और ठेकेदार मारुति कंस्ट्रक्शन के अभय कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग पर अड़ गए। इस पर टीआई ने समझाया कि मामले में पहले ही 304 ए के तहत अपराध दर्ज कर मर्ग कायम कर लिया गया है। अब जबतक पीएम रिपोर्ट नहीं आ जाती वे आगे की कार्रवाई नहीं कर पाएंगे। अंततःपरिजन शव लेने से इंकार करते हुए भट्ठी थाना पहुंच गए। वहां सीएसपी की मौजूदगी में संयंत्र के अधिकारियों और ठेकेदार के साथ बैठक हुई। ठेकेदार ने मुआवजा के रूप में तत्काल 4 लाख रुपए का चेक और अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार की सहायता राशि दी। प्रबंधन की ओर से परिवार के एक आश्रित सदस्य को नौकरी देने का पत्र सौंपा गया।
आज पीएम के बाद शव का होगा अंतिम संस्कार
दोनों पक्षों में मान-मनौव्वल के चलते शाम हो गई, इसलिए परिजनों को शव नहीं सौंपा जा सका। गुरुवार को पीएम के बाद शव का अंतिम संस्कार होगा। छत्तीसगढ़ सिख पंचायत भिलाई – दुर्ग की तरफ से जसबीर सिंह चहल, गुरु नाम सिंह, परविंदर सिंह रंधावा, बलदेव सिंह, हरपाल सिंह अवतार सिंह, स्वर्ण सिंह शामिल रहे। स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के अध्यक्ष संजय साहू, गुलाब दास, गुरुदेव साहू, जसबीर सिंह, सुरेश कुमार, आर दिनेश और हिंदुस्तान स्टील एंप्लाइज यूनियन के ठेका प्रकोष्ठ से योगेश सोनी मौजूद रहे।