भिलाई नगर 09 नवंबर 2022:! इस्पात नगरी भिलाई मैं आज प्रात: सिंधु भवन सेक्टर 4 से परम पूज्य आचार्य 108 श्री विशुद्ध सागर महाराज जी के मंगल विहार सेक्टर 4 सेक्टर 5 जवाहर उद्यान के पास से डीपीएस चौक पहुंचा जहां आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी का हजारों भक्तों ने आचार्य श्री को नमोस्तु करते हुए गाजे बाजे ढोल नगाड़े के साथ और रिसाली चौक पर छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के कलाकारों के साथ भव्य रंगोली सजाते हुए आत्मीय अभिनंदन और स्वागत अहिंसा परमो धर्म की जय कारे के साथ करते हुए …..
श्री पाश्र्वनाथ धाम के प्रणेता प्रभात जैन श्री सनत जैन, अध्यक्ष अरविंद जैन, मीडिया प्रमुख प्रदीप जैन बाकलीवाल, भागचंद जैन, महामंत्री प्रमेंद्र जैन, मुकेश जैन, अमरेश जैन, संतोष जैन, राजेश जैन, दिनेश, राकेश जैन, महावीर जैन, प्रशांत जैन, कमलेश विनायक अनिल जैन महेश जैन, क्षितीज जैन, सचिन जैन, अजय बौहरा, ज्ञानचंद पाटनी, महावीर गंगवाल, संजय राजू जैन, देवेंद्र जैन निशांत जैन, भारत जैन, डॉक्टर आरके जैन ज्ञानचंद बाकलीवाल अजीत कर्रापुर अनिल कासलीवाल सजल काला इंदर चंद बाकलीवाल धीरज बाकलीवाल विमलेश जैन सुमित जैन अशोक निगोटिया मुकेश बाकलीवाल सुनील, अनिल कासलीवाल, रवि संजीव कासलीवाल, राकेश जैन, चंद्रकांत जैन, लोकेश जैन, मनीष जैन, श्री मल्लीनाथ दिगंबर जैन मंदिर रिसाली . .
श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर रूआबांधा श्री पारसनाथ दिगंबर जैन महासभा त्रिवेणी जैन तीर्थ सेक्टर 6 वैशाली नगर दिगंबर जैन मंदिर नेहरू नगर दिगंबर जैन मंदिर दुर्ग भिलाई रायपुर , राजिम एवं छत्तीसगढ़ के अनेक जैन बंधुओं ने भक्ति भाव से पूजन नृत्य करते हुए जैन ध्वजा लेकर आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी का पाद प्रक्षालन करते हुए ससंघ हार्दिक अभिनंदन किया इस अवसर पर केसरिया वस्त्र धारण किए हुए सैंकड़ों महिलाओं एवं बालिकाओं व युवा वर्ग अपने शीश पर श्री पाश्र्वनाथ भगवान की प्रतिमा एवं मंगल कलश लेकर महिलाओं ने आचार्य श्री का भव्य स्वागत पुष्प वर्षा करते हुए नमोस्तु करते हुए अभिनंदन किया पारसनाथ धाम के संस्थापक प्रभात श्रीमती छाया जैन एवं उनके परिजनों ने आचार्य श्री को नमोस्तु करते हुए श्रीफल अर्पण कर मंगल प्रवेश कर भाव विभोर होते हुए अभिनंदन किया जहां आचार्य श्री ने चार से सभी को अपने मंगल आशीर्वाद दिए .
आज आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी ने अपने अमृत वचन में धर्म प्रेमी बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा ज्ञानी तुम्हें लग रहा है तुम आनंद में हो लेकिन बेटा आपको अपध्यान से घोर पाप बंध रहा है आचार्य श्री सभी को समझाते हुए कहा शिकार जय पराजय युद्ध का चिंतन पर स्त्री गमन चोरी मध्य मास मधु चौपड़ खेलना यह वचन तो दुर्गति कराने वाले हैं बेटा तुझे तो भविष्य का भगवान बनना है आगे से आप सभी व्यसनों का त्याग करें संसार की हार या जीत नहीं अभी तो धर्म भाव में प्रीत यही सद्गुरु के उपदेश का प्रसाद है यह जानकारी प्रचार प्रसार प्रमुख प्रदीप जैन बाकलीवाल, भागचंद जैन ने दी।