भिलाई नगर 11 नवंबर 2022:! भिलाई वायर ड्राइंग एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं शहर जिला कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष अतुल चंद साहू ने जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र दुर्ग के अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने एक करोड़ की उद्योग सह भूखंड को मिली भगत से महज 8 लाख रुपए में आबंटित करने के मामले में यह आवाज उठाया है। श्री साहू ने शिकायत पर हुई जांच में गड़बड़ी उजागर होने का हवाला देकर जिम्मेदार अधिकारी सहित इसमें संलिप्त रहे अन्य अधिकारी – कर्मचारी पर दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग शासन प्रशासन से की है।
अतुल चंद साहू ने बताया कि जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के अधिकारियों ने कुछ माह पहले भारी औद्योगिक क्षेत्र हथखोज स्थित भूखंड क्रमांक 19 सी को नियम कायदे को ताक में रखकर अजय इंडस्ट्रीज को आबंटित करने 8 लाख 28 हजार 566 रुपए जमा करने आशय पत्र जारी किया था। जबकि उसी उद्योग सह भूखंड को पूर्व में श्री कृष्णा इंडस्ट्रीज को आबंटित करने 90 लाख 74 हजार 420 रुपए का आशय पत्र जारी किया गया था। इसके एवज में श्री कृष्णा इंडस्ट्रीज की ओर से राशि जमा करा दी गई थी। लेकिन बाद में अधिकारियों ने उच्च न्यायालय में मामला लंबित होने का हवाला देकर श्री कृष्णा इंडस्ट्रीज को राशि लौटाते हुए भूखंड आबंटन के लिए जारी आशय पत्र को निरस्त कर दिया।
श्री साहू ने बताया कि जिस उद्योग सह भूखंड को पूर्व में 90 लाख रुपए से ज्यादा में आबंटित किए जाने की तैयारी थी उसे अजय इंडस्ट्रीज को लगभग 8 लाख रुपए में आबंटित करने का मामला संज्ञान में आने पर कलेक्टर दुर्ग सहित उद्योग संचालनालय रायपुर को लिखित में शिकायत कर भ्रष्टाचार की संभावना जताते हुए जांच की मांग रखी गई थी। जांच के बाद भूखंड क्रमांक 19 सी का वर्तमान प्रचलित दर 1 करोड़ 1 लाख 46 हजार 910 रुपए मानते हुए जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र ने अजय इंडस्ट्रीज को 93 लाख 18 हजार 344 रुपए अंतर राशि जमा करने का आदेश दिया है। वहीं अजय इंडस्ट्रीज को आशय पत्र जारी करते समय भूखंड को पूरी तरह से खाली बताया गया था। शिकायत में वहां भवन निर्मित होने की जानकारी देने के बाद लोक निर्माण विभाग ने उसका मूल्यांकन 7 लाख 32 हजार 747 रुपए किया है। इस तरह जांच में यह साबित हो चुका है कि जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के मुख्य महाप्रबंधक सिमोन एक्का और अन्य अधिकारियों ने अनुचित तरीके से अजय इंडस्ट्रीज को एक करोड़ से ज्यादा की औद्योगिक भूखंड कौड़ियों के मोल आबंटित करने की तैयारी कर लिया था। ऐसे अधिकारियों को सजा अवश्य मिलनी चाहिए।
श्री साहू ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार उद्योगपतियों को प्रोत्साहित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री की सोच रही है कि उद्योग मजबूत होगा तो स्थानीय लोगों के रोजगार का अवसर बढ़ेंगे। लेकिन अधिकारी वर्ग सरकार और मुख्यमंत्री की सोच व नीति के खिलाफ काम करते हुए भ्रष्टाचार कर रहे हैं। ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को सबक मिलना चाहिए। उन्होंने इस मामले में जांच कर सही निर्णय लेने के लिए उद्योग संचालक अनिल टुटेजा का आभार व्यक्त किया है।