जप्ती के बाद दुर्ग जिले के 23 थानों में खड़े हजारों वाहन होंगे नीलाम
00 एसएसपी विजय अग्रवाल के आदेश पर लिस्टिंग का काम शुरू
00 साफ सुथरा होने से ग्रामीण और शहर के थानों की बदलेगी सूरत

भिलाई नगर 21 जुलाई 2025:- दुर्ग जिले में विभिन्न आपराधिक प्रकरणों में जप्त थानों के बाहर खडे़ वाहनों की नीलामी होगी। एसएसपी विजय अग्रवाल के आदेश पर चौकी और थानों में जप्त वाहनों की लिस्टिंग का काम शुरू हो गया है। परिसर साफ सुथरा होने से ग्रामीण और शहर के 23 थानों की सूरत में सकारात्मक बदलाव आएगा। वहीं इससे सरकार के राजस्व में भी इजाफा होगा। दुर्ग पुलिस जल्द ही जब्त और लावारिस वाहनों की नीलामी करने जा रही है।

नीलामी होने से सरकार को लाखों रुपये का राजस्व भी मिलेगा। दुर्ग जिले के छावनी, जामुल, खुर्सीपार, पुरानी भिलाई,
कुम्हारी, भिलाई नगर, भिलाई भट्ठी, सुपेला, वैशालीनगर, नेवई, सिटी कोतवाली, मोहननगर, पुलगांव, पद्मनाभपुर, धमधा, नंदिनी, बोरी, पाटन, रानीतराई, उतई, अंडा, अमलेश्वर और जामगांव आर थानों में जप्त ऐसी ही कई गाड़ियां देखने को मिल सकती है। पुलिस द्वारा अलग-अलग तरह के अपराध मामलों के साथ ही हादसों के शिकार वाहन भी हैं। कुछ वाहनों को पक्षकार न्यायालयीन प्रक्रिया पूरी कर छुड़वा भी लेते हैं, लेकिन दीगर अपराधों में जप्त वाहनों को छुड़ाने में ज्यादातर की दिलचस्पी नहीं रहती।

लिहाजा वे थानों में ही पड़े-पड़े कबाड़ हो जाते हैं। कई थानों में तो ऐसे हालात हैं कि गाड़ियों के चलते ही थाना परिसर में खाली जगह का अभाव हो गया है। इसके चलते गाड़ियों को पीछे या किनारे की तरफ ठिकाने लगाया जा रहा है। खुर्सीपार में तो गाड़ियों को थाने की छत पर रखवा दिया गया है। बता दें कि जब्त की गई गाड़ियों की कीमत लाखों रुपये में है। कईं लग्जरी गाड़ियां है तो कईं हैवी वाहन है। कार और बाइक की संख्या सबसे ज्यादा है। सभी गाड़ियों के शो रूम प्राइज के हिसाब से जोड़ा जाए तो करोड़ों रुपये से ज्यादा की गाड़ियां थानों में कबाड़ हो रही है।

बताया जाता है है कि पुलिस थानों में वर्षों से खड़ी लावारिस और जब्त गाड़ियों को लेकर अब दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने अच्छी पहल की शुरुआत की है। उन्होंने स्वयं थानों में जाकर जब्त वाहनों की दशा देखी। जिले के सभी थानों में जब्त की पड़ी गाड़ियों की नीलामी की योजना बनाई है। इसके तहत उन्होंने सभी थाना व चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि थाने में वर्षों से जब्त ऐसे वाहनों की छंटनी कर सूची जल्द से जल्द तैयार करें। इस तरह वाहनों की नीलामी होने से जहां सम्पत्ति कबाड़ होने से बचेगी। वहीं इस निर्णय से न सिर्फ पुलिस थानों में जगह खाली होगी, बल्कि शासन को अतिरिक्त राजस्व भी मिलेगा।
धूप और बारिश में खराब हो गए हैं वाहन
थानों में जब्त मोपेड से लेकर बाइक, स्कूटर, आटो मैजिक, कार, ट्रक आदि सभी प्रकार के वाहनों को थाना परिसर के खुले क्षेत्र में रख दिया जाता है। कई वर्षों से बिना मरम्मत के धूप,बारिश में खड़े-खड़े वाहन खराब हो गए हैं, कुछ तो ऐेसे हैं जो उपयोग लायक नहीं बचे हैं। वाहनों की संख्या ज्यादा होने से उन्हें सुरक्षित रखना भी मुश्किल है। वर्षों तक खुले में पड़े रहने के कारण उक्त वाहन खटारा हो जाते हैं।
इस मामले में दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने कहा कि थानों में जगह की कमी होती जा रही है और गाड़ियों के ढेर लगने से न केवल कामकाज प्रभावित होता है बल्कि परिसर की साफ-सफाई और सुरक्षा भी प्रभावित होती है। इस समस्या को देखते हुए जल्द ही कानूनी प्रक्रिया पूरी कर वाहनों की नीलामी कराई जाएगी।





